Khalistani Flag: सिखों के लिए अलग-अलग राज्य की माँग को लेकर 19 साल तक आंदोलन चलता रहा लेकिन अब आप पार्टी को लेकर खालिस्तान एक बार फिर से चर्चा में है बीते कुछ दिन पहले जिस तरह से पंजाब में खालिस्तान ज़िंदाबाद के नारे लगाए गए तलवारें और बंदूक़ें निकल आईं। हालांकि इस बीच खालिस्तानियों का आप कनेक्शन सामने आया है।
Khalistani Flag: इस कनेक्शन के बाद लोग महीनों पहले दिए गए कुमार विश्वास के उस बयान को याद कर रहे हैं, जिसमें उन्होंने कहा था कि अरविंद केजरावाल एक स्वतंत्र देश के प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं। इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था। वहीं इससे पहले कुमार विश्वास ने विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान भी आम आदमी पार्टी पर अलगाववादियों का समर्थन करने का आरोप लगाया था, लेकिन अब हिमाचल प्रदेश की विधानसभा के ऊपर जिस तरह से खालिस्तनी झंडे लगाए जाने के मामले में प्रतिबंधित आतंकी संगठन सिख फ़ॉर जस्टिस के वायरल वीडियो ने इन आरोपों को सिद्ध कर दिया है।
Khalistani Flag: आतंकी संगठन के द्वारा जारी किए गए वीडियो के अनुसार धर्मशाला में लगाया गया खालिस्तानी झंडा उस सिख कार्यकर्ता के ज़रिए भेजा गया था जो कि अरविंद केजरीवाल की मंडी ज़िले में हुई सभा में शामिल हुआ था। बताया ये भी गया है कि यह कार्यकर्ता पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ उनकी जनसभा में भी देखा गया था। इतना ही नहीं वीडियो में कहा गया है कि भगवंत मान को 46 करोड़ रू का डोनेशन भी मिला है।
मीडिया रिपोर्ट की माने तो गुरपतवंत पन्नू ने कहा कि जब अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान ने खालिस्तान समर्थकों को लुभाया है तब से ही उन्हें पंजाब चुनावों में 6 मीलियन (46.45 करोड़ रुपए) का डोनेशन किया गया है। सिख फॉर जस्टिस (SFJ) अपने उन कार्यकर्ताओं को खालिस्तान के जनमत संग्रह के लिए प्रयोग करेगी जो भगवंत मान के करीबियों में से हैं।’
इसी विडियो में पन्नू ने यह भी कहा कि धर्मशाला से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को एक साफ़ संदेश गया है कि हिमाचल प्रदेश में भी खालिस्तान के जनमत संग्रह की माँग है। साथ ही एक बार फिर से यह पंजाब का हिस्सा होगा।” SFJ ने इसी साल जून के महीने में ‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’ की बरसी पर हिमाचल प्रदेश में खालिस्तान लिए के जनमत संग्रह करवाने की घोषणा की है।
इसी का फायदा उठाकर यह कायरतापूर्ण घटना को अंजाम दिया गया है, लेकिन हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।
इस घटना की त्वरित जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
मैं उन लोगों को कहना चाहूंगा कि यदि हिम्मत है तो रात के अंधेरे में नहीं, दिन के उजाले में सामने आएं।
— Jairam Thakur (@jairamthakurbjp) May 8, 2022
वहीं हिमांचल विधानसभा की दीवारों पर आपत्तिजनक नारे भी लिखे गए। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस घटना को अंजाम देने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई का एलान किया है। इस केस में मुख्यमंत्री की ओर से SIT का भी गठन कर दिया गया है।
गौरतलब है कि 8 मई, 2022 (रविवार) को हिमाचल प्रदेश की धर्मशाला स्थित विधानसभा के मुख्य द्वारा पर खालिस्तान के झंडे लटकाए गए थे। इसी क्रम में हिमाचल प्रदेश पुलिस ने आईपीसी के सेक्शन 153-A, 153-B और यूएपीए के सेक्शन 13 के तहत यह मामला दर्ज किया गया था। सीमाओं को सील कर के तमाम ऐसी जगहों पर छापेमारी शुरू कर दी गई है जहाँ खालिस्तानी समर्थकों के छिपने की संभावना हो। इस मामले में सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के जनरल काउंसिल गुरपतवंत सिंह पन्नू को मुख्य आरोपित बनाया गया है।”
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