Loudspeaker Controversy: राजस्थान में ईद से एक दिन पहले यानि सोमवार को देर रात झंडा और लाउडस्पीकर को लेकेर एक बार फिर से दो गुटों में जमकर बवाल हुआ विवाद की शुरुआत शहर के बालमुकंद बिस्सा सर्कल पर लगे एक झंडे को हटाए जाने व दूसरे समुदाय का झंडा लगाने को लेकर हुआ।
दोनों पक्षों ने जब इस पर आपत्ति जताई तो अचानक बहस होते होते मामला पत्थर बाजी तक पहुंच गया एक दर्जन से ज्यादा लोगों के घायल होने की भी खबर है मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले को शांत करने के लिए लाठियां भांजकर भीड़ को खदेड़ा और आंसू गैस के गोले भी दागे।
पुलिस का कहना है कि शनिवार रविवार को जोधपुर शहर में परशुराम जयंती के उपलक्ष्य में रैली निकाली गई थी इस दौरान जालौरी गेट सर्कल पर झंडे लगा गए थे।
वहीं मंगलवार को मनाई जाने वाली ईद को लेकर मुस्लिम समाज के लोगों ने इसी सर्कल पर झंडे लगाने की कोशिश की तो हिंदूवादी संगठन के लोगों ने इसका विरोध करते हुए नमाज के लिए लगाए गए लाउडस्पीकर को उखाड़ फेंका और फिर दोनो गुटों की ओर से पत्थरबाजी होने लगी
वहीं घटना के बाद इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है जिला प्रशासन ने त्यौहार को देखते हुए तनाव और न फैले इसलिए धारा 144 लागू कर इंटरनेट सावाएं भी बंद कर दी गई हैं। वहीं दोनो समुदायों के प्रमुख ने शांति बनाए रखने की अपील की है।
इस हिंसा के बाद मंगलवार को सुबह पढ़ी जाने वाली नमाज के लिए इलाके की शुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।जालौरी गेट चौराहे के पास बड़ी ईदगाह होने के नाते सैकड़ों की सख्यां में लोग नमाज पढ़ने आते हैं इसे देखते हुए सुरक्षा के कड़े प्रतिबंध किए गए हैं।
वहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट करते हुए कहा है कि जालौरी गेट जोधपुर पर दो गुटों मे झड़प से तनाव पैदा होना दुर्भाग्यपूर्ण है।खबर यह भी है कि पुलिस ने उपद्रवियों के साथ साथ मीडियाकर्मियों पर भी लाठी चार्ज किया है जिसमें चार मीडियाकर्मी घायल हुए हैं।
जालौरी गेट, जोधपुर पर दो गुटों में झड़प से तनाव पैदा होना दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रशासन को हर कीमत पर शांति एवं व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए हैं।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) May 3, 2022