Nitish Kumar: बिहार में आज बुधवार 10 अगस्त को नीतीश कुमार ने रिकार्ड 8 वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और साथ ही में राजद के वरिष्ठ नेता तेजस्वी यादव ने दूसरी बार डिप्टी सीएम पद की शपथी ली। शपथ ग्रहण लेने के बाद सीएम नीतीश ने तंज कसते हुए कहा कि ‘मेरी कोई चाहत नहीं कि मैं पीएम बनू’, वहीं केंद्रीय मंत्री ने भी पलटवार करते हुए कहा कि “आज ‘पलटूराम’ ‘कलटूराम’ बन गए”…
Nitish Kumar: तेजस्वी यादव ने डिप्टी सीएम बनने के ठीक बाद में चाचा नीतीश कुमार के चरण छूकर आशिर्वाद लिया। शपथ ग्रहण समारोह के बाद बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने खुशी जताते हुए कहा कि बिहार की जनता के लिए बहुत अच्छा हुआ है। मैं जनता को धन्यवाद देती हूं। सब बहुत खुश हैं।
Nitish Kumar: शपथ लेने के बाद सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि आप हमारी पार्टी के लोगों से पूछ लीजिए की क्या सबकी स्थिति हुई। मैं मुख्यमंत्री(2020 में) बनना नहीं चाहता था। लेकिन मुझे दवाब दिया गया कि आप संभालिए और बाद के दिनों में जो भी कुछ हो रहा था, सब देख रहे थे।
Nitish Kumar: हमारी पार्टी के लोगों के कहने पर हमने अलग होने का फैसला किया था और साथ ही उन्होंने आगे कहा कि नहीं, हमारी किसी भी पद के लिए कोई दावेदारी नहीं है। लेकिन जो 2014 में आए वो 2024 के बाद रह पाएंगे या नहीं?
वहीं केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने सीएम नीतीश कुमार पर पलटवार करते हुए कहा “आज ‘पलटूराम’ ‘कलटूराम’ बन गए।मुझे पता चला कि लालू यादव ने उन्हें बधाई दी है।लालू यादव ने एक बार ट्वीट किया था कि वे एक सांप हैं,जैसे सांप अपनी त्वचा छोड़ता है, वे अपना गठबंधन छोड़ देते हैं और हर 2 साल में नया गठबंधन कर लेते हैं।”
वहीं डीप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि “आज बिहार ने वो कर दिखाया जो देश को करना है। हम लोगों ने सदन से लेकर सड़क तक बेरोजगारी की लड़ाई लड़ी है। मुख्यमंत्री जी के निर्णय से हम लोगों को एक मौका मिला है की जनता और नौजवानों के दुख दर्द को दूर कर सकें।”
उन्होंने आगे कहा कि “रोजगार को लेकर हमारी मुख्यमंत्री जी से बात हुई है और 1 महीने के अंदर बिहार में लोगों को ऐसी बंपर नौकरियां मिलेगी जो किसी और राज्य में नहीं हुआ होगा।”
वहीं केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने सीएम नीतीश कुमार को लेकर कहा की “कल जो भी हुआ वह सही नहीं हुआ। ये बिहार के हित के लिए सही नहीं हुआ। 2020 में जब चुनाव हुए और 43 विधायक उनके दल के चुन कर आए थे इसके बावजूद नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया गया। नीतीश जी ऐसा कुछ कर सकते हैं हमें इसकी खबर नहीं थी।”
आप को बता दें कि साल 2015 मे चाचा-भतीजे की जोड़ी नें ही सरकार बनाई थी। उसमें भी चाचा सीएम और भतीजा डिप्टी सीएम बने थे। साल 2017 में नीतीश कुमार गठबंधन तोड़ कर एक बार फिर बीजेपी का दामन थाम लिया था तब भी तेजस्वी यादव को बिहार विधानसभा में नेता विपक्ष की जिम्मेदारी मिली थी। लेकिन अब एक बार फिर वो महागठबंधन की सरकार में उपमुख्यमंत्री बने हैं।
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