Noida: भाजपा नेता तेजंदर पाल सिंह बग्गा की गिरफ्तारी को लेकर शुक्रवार को पूरे दिन चला सियासी ड्रामा अभी शांत नहीं हुआ कि पंजाब की तर्ज पर राजस्थान पुलिस शनिवार दोपहर को न्यूज 18 के वरिष्ठ पत्रकार अमन चोपड़ा के नोएडा आवास जा पहुंची। हालांकि इस दौरान अमन चोपड़ा अपने आवास पर नहीं मिले। उनकी गैर मौजूदगी में राजस्थान पुलिस ने आवास के बाहर गिरफ्तारी वारंट का नोटिस चस्पा किया। इसे देख यूपी पुलिस हरकत में आ गई और मौके पर पहुंचकर राजस्थान पुलिस को अपने साथ थाने ले आई।
हाईकोर्ट की रोक के बावजूद अमन चोपड़ा के घर पहुंची पुलिस, घर का ताला तोड़ना चाहती थी राजस्थान पुलिस…लेकिन नोएडा पुलिस ने इजाजत नहीं दी. Twitter पर ट्रेंड कर रहा #NationWithAmanChopra pic.twitter.com/0ShfkGqIkg
— News18 Rajasthan (@News18Rajasthan) May 7, 2022
Noida: राजस्थान के अलवर में 300 साल पुराने मंदिर पर गहलोत सरकार द्वारा चलाए गए बुलडोजर और उस पर शो चलाने वाले न्यूज 18 के वरिष्ठ पत्रकार अमन चोपड़ा के खिलाफ तभी से अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली राजस्थान पुलिस लगातार अमन चोपड़ा के पीछे हाथ धो कर पड़ी हुई है। लोगों को भड़काने के आरोप में चोपड़ा के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के बाद आगे की कार्यवाही करते हुए राजस्थान पुलिस चोपड़े के आवास वाले अपार्टमेंट में घुस गई। इतना ही नहीं 10 से अधिक राजस्थान के पुलिसकर्मियों शनिवार को आवास के बाहर डेरा डाले रहे।
इसे देखते हुए कोई माहौल न बिगड़े यूपी पुलिस हरकत में आ गई। यह बात और है कि इस दौरान न तो अमन चोपड़ा घर पर थे बल्कि उनके आवास का ताला भी लगा हुआ था। वहीं अब सोशल मीडिया पर लोगों द्वारा राजस्थान पुलिस की इस कार्यवाही को एक पत्रकार को चुप कराने के लिए प्रताड़ना और धमकी करार दिया जा रहा है। ऐसा इसलिए कि ये सब तब हो रहा है कि जब राजस्थान के उच्च न्यायालय ने अमन चोपड़ा के खिलाफ कोई भी कार्यवाही करने से रोक रखा है।
गौरतलब है कि इससे पहले भी राजस्थान पुलिस अमन चोपड़ा के दफ़्तर जाकर भी इस तरह की हरकतें की थी। रिपोर्ट के मुताबिक अमन चोपड़ा के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को भड़काने का आरोप है। जबकि अमन चोपड़ा अलवर में 300 पुराने मंदिर पर बुलडोजर चला भगवान की प्रतिमाएं फेंकी गई। इस पर किए गए शो में अमन चोपड़ा ने राजस्थान सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा था कि मंदिर पर चलाया गया बुलडोजर कहीं दिल्ली के जहांगीरपूरी में चले बुलडोजर को देख बदले की कार्यवाही तो नहीं?
वहीं हिंदू संगठनों ने भी इसके खिलाफ लगातार विरोध प्रदर्शन किया है। राजस्थान पुलिस की इस कार्यवाही पर भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने उच्च न्यायालय का पूर्ण और बेशर्मी भरा उल्लंघन करार दिया है। अधिवक्ता आशुतोष दुबे ने कहा कि ये नई संस्कृति बन गई है कि असली दोषियों को पकड़ने की बजाए घटना के खिलाफ आवाज़ उठाने वालों को ही चुप कराओ। विक्रांत ने लिखा कि महाराष्ट्र में अर्णब गोस्वामी को गिरफ्तार करने के बाद भी कॉन्ग्रेस ने कोई सबक नहीं सीखा है।