पाॅक्सो कोर्ट : राजस्थान के भरतपुर से दिल दहला देने वाली खबर आई जिसने भी इस खबर को सुना वे सन्न रह गया कि क्या कोई ऐसी निर्दयी माॅ भी हो सकती है। जो अपनी जान से भी प्यारी बच्ची को अपने हाथो से मार दे ,जिसे खुद उसने 6 साल का तक पाल पोश कर बड़ा किया हो। वो भी केवल इसलिए कि उसकी 6 साल की बच्ची ने उसको प्रेमी संग रंग–रलिया मनाते हुए देख लिया था। बच्ची को यूं माॅ को अपने आशिक के साथ देखना माॅ को इतना नाग्वार गुजरा कि उसने खुद अपनी फूल सी बेटी की हत्या कर दी। बाद में सास (बच्ची की दादी) और बहू ने मिलकर मृत बच्ची पर केरोसिन छिड़कर आग लगा दी। पुलिस को गुमराह करने के मकसद से कि बच्ची के रेप और सुसाइड की झूठी कहानी बना दी।
माॅ ने ही की थी मासूम बच्ची की हत्या
पुलिस को जांच के दौरान शक हुआ आनन-फानन में पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाया और जब रिपोर्ट मिली तब कहीं जाकर माॅ से गहन पूछताछ की गई तब कहीं जाकर खुलासा हुआ कि माॅ ने खुद अपनी बेटी को केरोसिन छिड़क जला दिया था।
पॉक्सो कोर्ट ने 7 साल बाद सुनाया फैसला
बुधवार काे पॉक्सो कोर्ट ने 7 साल बाद बेटी की हत्या के मामले में मां नेहना(44) और दादी रमोली(74) दोनों को आजीवन कारावास की सजा सुनाते हुए 35-35 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है।
माॅ नेहना ने झूठी कहानी बनाते हुए अपने ही प्रेमी जग्गो पर आरोप लगाते हुए कहा था कि, उसकी 6 साल की बेटी घर के पीछे शौच के लिए गई थी। तभी कुछ देर बाद उसने बच्ची की आवाज सुनी। उसके बाद वह अपनी बच्ची की आवाज सुनकर पीछे गई, तो उसने देखा जग्गो नाम का व्यक्ति बच्ची के साथ रेप की कोशिश कर रहा था। उसके साथ उसका जीजा और पत्नी भी थे।
मां ने बताया था कि जब इन्हें रोकने की कोशिश की तो उसे रोक दिया और जग्गो को भगा दिया। इसके बाद वह बच्ची को घर ले आई। इसके बाद वह खेत में काम करने चली गई। इस बीच बेटी ने केरोसिन डाल सुसाइड कर लिया। उस वक्त पिता ने भी मां ने जो कहानी बताई उस पर विश्वास करते हुए उच्चैन थाने में शिकायत दी। इसके बाद पुलिस ने पॉक्सो में मामला दर्ज कर इसकी जांच शुरू की थी तब कहीं जाकर माॅ के द्वारा बनाई कहानी का पुलिस ने पर्दाफाश किया।
पाॅक्सो कोर्ट : दादी ने बदनामी के डर से दिया था साथ, कोर्ट ने उसे भी माना दोषी
मां ने पुलिस को जांच के दौरान बताया कि उसका जग्गो से ही अफेयर चल रहा था। 6 साल की बेटी ने उसे प्रेमी के साथ देख लिया था। यह बात उसने अपनी सास रमोली को भी बताई। दोनों नहीं चाहते थे कि उनकी बदनामी हो। इसलिए नेहना ने बेटी का मर्डर करने की प्लानिंग बनाई। वारदात को अंजाम देने के लिए पुलिस ने दादी को भी दोषी माना। क्योंकि वह उस दौरान घटना स्थल पर ही मौजूद थी।