Rakesh Tikait: गत शुक्रवार को भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने गंगनौली गांव में आयोजित सभा में लोगों को संबोधित करने के दौरान, सीएम योगी आदित्यनाथ को नसीहत देते हुए कहा कि चुनावी घोषणापत्र में किसानों से किए गए वादों को पूरा न करने का आरोप लगया है। उन्होंने कहा योगी सरकार ने चुनावों के समय में किसानों की बिजली की कीमत आधी करने का वादा किया था। लेकिन, अभी तक सरकार ने अपने वादे को पूरा नहीं किया है। बिजली की दरों को कम करने की जगह पर नलकूपों पर मीटर लगाने की तैयारी शुरू कर दी है।
— Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) May 28, 2022
राकेश टिकैत ने कहा कि नलकूपों पर जबरदस्ती मीटर लगाए गए तो किसान बिजली को मीटरों को उखाड़कर पुलिस थानों में ले जाकर भर देंगे। उन्होंने ये सारी बातें गंगनौली गांव के श्री बलजीत परमहंस स्मारक एवं चिकित्सालय में आयोजित जनसभा में अपने भाषण के दौरान कही है। उन्होंने कहा कि हम किसी सरकार के विरोध में नहीं है हम तो केवल उनकी नीति का विरोध कर रहे है। और जब भी उनकी नीति किसानों के हित में नहीं होंगी तब हम अपनी आवाज को सरकार के पास तक पहुंचाने का काम करते रहेंगे।
राकेश टिकैत ने कहा कि पुलिस रास्ते में किसानों की ट्राली को रोक लेती है और उनको गोशाला के लिए दान में देने के लिए दिखा देती है। उस पर उन्होंने कड़ा एतराज जताया। अगर, योगी की पुलिस हमारी चेतावनी के बाद भी ऐसा करेगी तब किसानों को मजबूरन थानों में भूसा भरना पड़ेगा।
Rakesh Tikait: उन्होंने कहा कि किसानों का आंदोलन पहले भी अहिंसक था और आगे भी अहिंसक ही रहेगा। राकेश टिकैत ने मोदी सरकार पर किसान आंदोलन के दौरान किए गए वादों पर चुप्पी साधने पर कहा कि अब किसान चुप नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि 2015 के सर्किल रेट पर दिल्ली–देहरादून एक्सप्रेस वे निर्माण में किसानों को अधिग्रहित भूमि का मुआवजा देने पर अपना विरोध जताया। और आगे कहा कि किसानों को आज का सर्किल रेट दिया जाना चाहिए।
मोदी और योगी सरकार विकास के मुद्दे पर तो चुप्पी साध जाती है। लेकिन, मंदिर–मस्जिद के मुद्दों पर लोगों को लड़ना चाहती है। जिससे कि रोजगार, और विकास के मुद्दों से भटकाना चाहते है। मोदी सरकार का मूल मंत्र ‘सबका साथ सबका विकास’ से लगता है कोसो दूर चली गई है।और साथ ही उन्होंने काकड़ा मुजफ्फरनगर में 29 मई को चौधरी चरणसिंह की पुण्य तिथि पर होने वाले कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में पहुंचने का आह्वान किया।
उन्होंने पहले भी सरकार को लेकर कहा था कि सरकारों काम होता है किसान आंदोलन को तोड़ना, फूट डालना या कमजोर करना। हमारा धर्म है किसानों की आवाज को और बुलंद करना। उनके अधिकारों की रक्षा करना। आखिरी सांस तक किसानों की लड़ाई जारी रहेगी।
सरकारों का काम होता है किसान आंदोलन को तोड़ना, फूट डालना या कमजोर करना। हमारा धर्म है किसानों की आवाज को और बुलंद करना। उनके अधिकारों की रक्षा करना। आखिरी सांस तक किसानों की लड़ाई जारी रहेगी। @ANI @PTI_News @AmarUjalaNews @Live_Hindustan @ndtv @news24tvchannel @BBCHindi
— Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) May 16, 2022