UP: राजस्थान के जोधपुर में हुई दर्जी कन्हैयालाल की हत्या में पाकिस्तानी संगठन दावत-ए-इस्लामी का हस्तछेप होना सामने आया है। दावत-ए-इस्लामी संगठन कई देशों में फैला है, इसमें सबसे ज्यादा मुस्लिम समुदाय के लोग जुड़े हुए हैं। यूपी के पीलीभीत में शहर काजी मौलाना जरताफ रजा हस्मती ने दावत-ए-इस्लामी को एक आतंकवादी तंजीम बताते हुए मस्जिदों और मदरसों में दावत-ए-इस्लामी संगठन के खिलाफ पोस्टर लगवा दिए हैं। इन पोस्टरों पर लिखा है कि “दावत-ए-इस्लामी लोगों का आना यहाँ सख्त मना है।”
पाकिस्तान परस्त तंजीम भारत में फैला रही पैर
शहर काजी ने कहा कि पाकिस्तान परस्त तंजीम भारत में पैर फैला रही है। जिसमें बड़े पैमाने पर स्कूल खोले जा रहे हैं। जिनमें दी जा रही शिक्षा भी सवालों के घेरे में है। दावत-ए-इस्लाम संगठन पाकिस्तान के कराची से चलता है। उन्होने आगे यह भी कहा कि विश्व हिंदू परिषद या आरआरएस का कोई दफ्तर क्या पाकिस्तान में खुल सकता है? उनका कहना है कि पूरे जिले से चंदा लिया जा रहा है, यह कहाँ जा रहा है? किसको मिल रहे इसे लेकर काजी ने प्रशासन से सवाल किए।

बहरहाल! यूपी के पीलीभीत के मदरसे व मस्जिदों पर बैनर चस्पा किए गयें है, जो कि शहर काजी ने लगवाए हैं। जिस पर लिखा है कि, दावत-ए-इस्लामी एक पाकिस्तानी संगठन है। उनकी दरगाह हमेशा से ही इस संगठन का विरोध करती आई है। इससे जुड़े लोग हमारी मस्जिद-मजारों में ना आएं। साथ ही शहर काजी ने इस पाकिस्तानी संगठन का जमकर विरोध किया है। जिस विरोध से सुर्खियों में काजी मौलाना ने दावत-ए-इस्लामी को एक आतंकवादी तंजीम बताया है।
UP: आपको बता दें कि दावत-ए-इस्लामी संगठन भारतीय सोशल मीडिया के हर प्लेटफॉर्म पर मौजूद है। चाहे फेसबुक, ट्विटर हो या इंस्टाग्राम।