Varanasi Gyanvapi Maszid: वाराणसी के ज्ञानवापी केस की सर्वे रिपोर्ट में फोटो–वीडियो लीक मामले में वादी हिंदू पक्ष और प्रतिवादी मुस्लिम पक्ष ने बड़ी साजिश की आशंका जताई है। हिंदू पक्ष का दावा है कि जिला कोर्ट से जितना भी लिफाफे सील मिले है। ऐसे में दोनों पक्ष ही वीडियो–फोटो लीक होने एक बड़ा सवाल है। हिंदू पक्ष आज कोर्ट में चारों लिफाफे वापस करके मामले की जांच कराकर दोषियों को दंडित करने की मांग कर सकते है।
वहीं मुस्लिम पक्ष कोर्ट में मांग कर सकते है कि वीडियो–फोेटो कैसे लीक हुए है? इस सर्वे में जो भी वीडियो–फोटो लीक हुए उसकी निष्पक्ष जांच की माँग करेंगे और साथ ही दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की माँग करेगा।
Varanasi Gyanvapi Maszid: वाराणसी के ज्ञानवापी केस की सर्वे रिपोर्ट में फोटो–वीडियो लीक मामले में वादी हिंदू पक्ष और प्रतिवादी मुस्लिम पक्ष ने बड़ी साजिश की आशंका जताई है। हिंदू शाम 30 मई सोमवार को ही कोर्ट से ज्ञानवापी को श्रृंगार गौरी बताकर हिंदू पक्ष की तरफ से दायर करने वाली सीता साहू, मंजू व्यास, रेखा पाठक और लक्ष्मी देवी को सर्वे के दौरान टीम को मिले साक्ष्यों को वीडियो और फोटो को सीडी बंद लिफाफे मे मिली थी।
गौर करने वाली बात है कि कोर्ट से बंद सील लिफाफे मिलने के कुछ देर बाद ही मीडिया के जरिए पब्लिक डोमेन में आ गए। वहीं मुस्लिम पक्ष इसी बात को तूल देना चाहता है और कोर्ट में मुस्लिम पक्ष के वकील अभयनाथ यादव ये ही साबित करने का प्रयास करेंगे कि कोई है जो माहौल खराब करने की कोशिश कर रहा है।
हिंदू पक्ष ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ज्ञानवापी सर्वे के दौरान जो फोटो–वीडियो मिले थे उनको साजिश के तहत पब्लिक डोमेन में लाया गया है। हिंदू पक्ष की चारों महिलाओं ने अपने लिफाफे मीडिया के सामने पेश करते हुए दावा किया आप खुद देख सकते है कि हमारे लिफाफे अभी तक सील बंद है। हमने अपने लिफाफे खोलने की कोशिश भी नहीं की है। हम चारों महिलाएं कोर्ट को अपने लिफाफे वापस कर देंगे ऐर कोर्ट से आग्रह करेंगे की हमारे लिफाफे वापस ले लिए जाए।
वकील अभयनाथ ने आगे कहा कि कोर्ट में हमने ज्ञानवापी मामले में शिवलिंग न मिलने पर जो दलील हमने पेश की है। हिंदू पक्ष पर हमारी दलीलों को जबाव नहीं है। इसलिए आमजन को भ्रमित करने की कोशिश की जा रही है इसके पीछे बड़ी साजिश का अंदेशा है। वीडियों वायरल करने को इसी साजिश के तहत देखा जा रहा है। उस मसले पर अदालत में हम अपनी आपत्ति रखेंगे और दोषियों पर कार्यवाही की माँग करेंगे।
हिंदू पक्ष के वकील विष्णु जैन ने कहा कि मुस्लिम पक्ष सुनवाई को लंबित करवाना चाहता है। हिंदू पक्ष अपनी याचिका में कह रहा है कि उन्हें ज्ञानवापी परिसर में शिवलिंग की पूजा का अधिकार मिलना चाहिए। वहीं मुस्लिम पक्ष इसका विरोध कर रहा है। मुस्लिम पक्ष कह रहा है कि वीडियों सर्वे सहीं नहीं है।ज्ञानवापी मामले में आदालत ने अगली सुनवाई 4 जुलाई तक टाल दी है।