West Bengal: काँग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने मिथुन चक्रवर्ती पर भड़कते हुए कहा कि वो डायलॉग देने में माहिर हैं और सियासी झुला झुलने में दिलचस्पी रही है। वे कभी TMC, कभी BJP में रहे हैं। BJP विपक्ष के लोगों को डराकर, लालच दिखाकर अपनी पार्टी में शामिल करती है। “अगर हमारे(भाजपा के) साथ आओगे तो गाजर मिलेगी अगर नहीं तो ED मिलेगी”…
TMC सांसद डोला सेन: मिथुन को उनके सापनों के लिए शुभकामनाएं
West Bengal: वहीं मिथुन चक्रवर्ती के बयान पर तृणमूल कांग्रेस की सांसद डोला सेन ने तंज कसते हुए कहा था कि “मिथुन चक्रवर्ती बहुत बड़े अभिनेता हैं। अभिनेता और कलाकार बहुत सपने देख सकते हैं। हम आम आदमी हैं, हमें इतने सपने नहीं आते लेकिन अभिनेताओं को काफी आते हैं। हम मिथुन चक्रवर्ती को और उनके सपनों को शुभकामनाएं देते हैं।”
बता दें कि मिथुन ने बुधवार को कोलकाता में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था कि “क्या आप ब्रेकिंग न्यूज सुनना चाहते हैं? इस समय 38 TMC विधायकों के हमारे साथ बहुत अच्छे संबंध हैं, जिनमें से 21 सीधे हमारे संपर्क में हैं।”
West Bengal: उन्होंने ये भी कहा था कि जब मैं मुंबई में था, मैंने एक सुबह अखबार में पढ़ा कि शिवसेना और भाजपा ने महाराष्ट्र में सरकार बनाई है। तृणमूल ने उनके आरोपों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि अभिनेता झूठे दावे करके लोगों को बेवकूफ बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
West Bengal: मिथुन चक्रवर्ती ने कहा था कि भाजपा 18 राज्यों में सत्ता में है और पार्टी का झंडा बहुत जल्द कुछ अन्य राज्यों में भी फहराएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा पश्चिम बंगाल में अपनी लड़ाई नहीं रोकेगी।
अगर आज राज्य में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव होते हैं, तो पार्टी अगली सरकार बना सकती है। तृणमूल सांसद शांतनु सेन ने कहा है कि इस तरह के बयान से जनता को बेवकूफ बनाने की कोशिश की जा रही है। इसका वास्तविकता से कोई संबंध नहीं है।
मिथुन चक्रवर्ती डायलॉग देने में माहिर हैं और सियासी झुला झुलने में दिलचस्पी रही है। वे कभी TMC, कभी BJP में रहे हैं। BJP विपक्ष के लोगों को डराकर, लालच दिखाकर अपनी पार्टी में शामिल करती है। अगर हमारे(भाजपा के) साथ आओगे तो गाजर मिलेगी अगर नहीं तो ED मिलेगी:अधीर रंजन चौधरी,कांग्रेस pic.twitter.com/XzdI7dZPAC
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 27, 2022
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल की 294 सदस्यों वाली विधानसभा में फिलहाल भाजपा के 75 विधायक हैं। वहीं तृणमूल के विधायकों की संख्या 216 है। हालांकि, भाजपा के पांच विधायक सदन की सदस्यता से इस्तीफा दिए बिना सत्तारूढ़ दल में शामिल हो गए हैं।