रहस्यमयी कहानी-5: महिला सिपाही के इश्क में युवक ने 4 सदस्यों को उतारा मौत के घाट, खुलासे में पुलिस के छूटे पसीने

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रहस्मयी कहानी-5: आपने कहावत सुनी होगी कि प्यार अंधा होता है, लेकिन ये कैसा अंधा प्यार जिसमें एक युवक ने अपना पूरा घर ही बर्बाद कर लिया हो। सबसे बड़ी हद तो तब हो गई जब इश्क के चक्कर में अपने जिगरी दोस्त को ही गंडासे से काटकर खत्म कर दिया।

यह मामला अलीगढ़ के गंगीरी क्षेत्र के गांव नौगंवा का है। जहाँ एक युवक ने महिला सिपाही के इश्क में अपनी पत्नी और दो बच्चों को अपने नोएडा विशरख के चिपयाना स्थित मकान में हत्या कर दी। तीनों के शवों को घर के बेसमेंट में दफनाया और उसके ऊपर पक्का फर्श कर दिया। साथ ही खुद को मृत साबित करने के लिए अपने जिगरी दोस्त को भी न बख्सते हुए मौत के घाट उतार दिया।

ससुरालीजन को पत्नी सहित बच्चों के गायब होने की सूचना दे दी, लेकिन ससुरालियों ने शक होने पर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया। इस मुकदमे से बचने और उल्टा ससुराल पर साजिश के तहत अपने कदकाठी जैसे दोस्त की कासगंज में लाकर हत्या कर दी। उसके क्षतविक्षत शव को अपने कपड़े पहनाकर अपना आईकार्ड जेब में डाल दिया।

कैसे उतारा पत्नी दो बच्चे व दोस्त को मौत के घाट?

शादीशुदा होने के बाद भी राकेश रूबी के साथ प्रेम में डूबा रहा व अपनी पत्नी को रास्ते से हटाकर रूबी के साथ शादी करने की योजना बना रहा था। इस योजना में उसकी प्रेमिका रूबी, पिता बनवारी लाल, भाई राजीव कुमार व प्रवेश एवं मां इन्द्रवती ने पूरा सहयोग किया। योजना के तहत राकेश ने पत्नी रतनेश व दोनों बच्चों अवनी व अर्पित को मकान के बेसमेन्ट में बुलाकर लोहे की रॉड से हमला कर तीनों की हत्या कर उनके शवों को उसी मकान के बेसमेन्ट में दफन कर ऊपर से सीमेन्ट का पक्का फर्श बनवा दिया।

एसपी ने बताया कि, पुलिस एवं अन्य कार्यवाही से बचने के लिए आरोपी राकेश ने अपने परिवार के लोगों से मिलकर साजिश रचकर अपने ही गांव के अपने जैसे शरीर की बनावट के अपने मित्र राजेन्द्र उर्फ कलुआ पुत्र दिलीप सिंह को रिश्तेदारी में चलने के बहाने से मोटर साइकिल पर ले जाकर रास्ते में पहले शराब पिलाई गई।

इसके बाद कासगंज के थाना ढोलना क्षेत्र ग्राम मारुपुर के जंगल में रेलवे लाइन के पास पहले से ही मोटर साइकिल में छिपाये गये गंडासे को निकालकर उसकी हत्या कर दी गई तथा पहचान छिपाने के लिए उसके सिर, हाथों के पंजे काटकर साक्ष्य छिपाने के उद्देश्य से नष्ट कर दिये गये। शव को अपने कपडे़ पहनाकर तथा अपना पहचान पत्र भी उसके पास फेंकदिया। अपनी हत्या का षडयन्त्र रचते हुए अपने भाई राजीव कुमार के माध्यम से शव की पहचान राकेश के रूप में करा दी। इसके बाद भाई राजीश के ही माध्यम से थाना ढोलना पर अपनी हत्या का मुकदमा राकेश के ससुर मोतीलाल एवं साले जितेन्द्र एवं रवि के विरुद्ध पंजीकृत कराया गया।

राकेश से ऐसे बना दिलीप शर्मा

योजना के मुताबिक राकेश द्वारा अपने को छिपाते हुए दिलीप शर्मा पुत्र सुभाष शर्मा निवासी कुक्कन पटटी जनपद कुशीनगर नाम का आधार कार्ड बनवाया तथा स्वयं पानीपत हरियाणा में मछरौली नामक गांव में पहले मजदूर एवं बाद में राजमिस्त्री बनकर कार्य करने लगा और स्थायी रूप से वहीं पर रहने लगा।

डीएनए रिपोर्ट से खुलकर सच आया सामने

रहस्मयी कहानी-5: इधर राकेश की हत्या के केस में फंसे ससुर मोती लाल व उसके बेटों ने पुलिस अधिकारियों से संपर्क कर मामले की गहनता से जांच कराने के लिए जानकारी देना शुरू किया। पुलिस ने भी तह तक जाना शुरू किया और राकेश के नाम के मिले शव के विसरा रक्त और राकेश के पिता बनवारी लाल और राकेश के दोस्त कलुआ के पिता के रक्त के नमूने विधि विज्ञान प्रयोगशाला भिजवाया।

जिसकी रिपोर्ट आई तो राकेश केनाम के मिले शव और उसके पिता बनबारी लाल का डीएनए का मिलान नहीं हुआ। जबकि कलुआ और उसके पिता का डीएनए मिलान होने पर पुलिस को पूरी साजिश समझ में आ गई। जिस पर घेराबंदी करके पुलिस ने पिता बनबारी लाल और उसके बाद उसके बेटे राकेश को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो चौंकाने वाले दबे राज खुलकर सामने आते चले गये।

पुलिस ने गिरफ्तार कर उगलवाया सच

राकेश अपनी प्रेमिका रूबी के लगातार सम्पर्क में बना रहा, जिससे मिलने के लिए ही राकेश एक सितंबर को जनपद कासगंज से होकर गंगीरी जा रहा था। इसी बीच मुखबिर की सूचना पर कासगंज पुलिस द्वारा गढी तिराहे के पास गिरफ्तारी की गई। एसपी ने बताया कि, थाना ढोलना पुलिस एवं एसओजी, सर्विलांस टीम द्वारा आरोपी को साथ लेकर उसकी निशानदेही पर मित्र राजेन्द्र उर्फ कलुआ की हत्या में प्रयुक्त गंडासा मारूपुर के जंगलों से बरामद किया गया।

इसके बाद थाना बिसरख जनपद नोएडा से समन्वय स्थापित किया गया और आरोपी राकेश की पत्नी एवं बच्चों के शवों की बरामदगी के लिए नोएडा से एक मजिस्टे्रट की नियुक्ति कराकर उनके समक्ष बेसमेन्ट को खुदवाकर उनके कंकालों एवं हत्या में प्रयुक्त लोहे की रॉड को बरामद किया गया। इस मामले में पुलिस ने हत्याओं की वारदात के मुख्य आरोपी राकेश, उसके भाई राजीव, प्रवेश, पिता बनवारी लाल, मां इन्द्रवती और प्रेमिका रूबी को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किये गये आरोपियों को पुलिस ने न्यायालय के समक्ष पेश किया गया।

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By Susheel Chaudhary

मेरे शब्द ही मेरा हथियार है, मुझे मेरे वतन से बेहद प्यार है, अपनी ज़िद पर आ जाऊं तो, देश की तरफ बढ़ते नापाक कदम तो क्या, आंधियों का रुख भी मोड़ सकता हूं ।