गोमांस पर ‘मेंटल दिग्विजय सिंह’ के बयान पर भड़के साधु संत: धर्मदंड चलेगा तो बचने की जगह नहीं मिलेगी…

कांग्रेस नेता दिग्वीजय सिंह ने गोमांस और हिंदुत्व को लेकर विवादित बयान दिया है उन्होंने कहा है कि यहां ऐसे भी हिंदू हैं जो गोमांस खाते हैं और कहते हैं कहा लिखा है कि गोमांस नहीं खाना चाहिए और अधिकांस हिंदू गोहत्या के खिलाफ हैं इस बीच उन्होंने सावरकर को लेकर भी टिप्पणी की है उन्होंने कहा है कि सावकर जी ने अपनी खुदकी किताब में लिखा है कि हिंदू धर्म का हिंदुत्व के साथ कोई संबंध नहीं है और ये भी लिखा है कि गाय ऐसी पशू है जो खुदके मल में लोट मार लेती है वो कहां से हमारी माता हो सकती है और उनका मांस खाने में कहा बुराई हो सकती है।

और इस विवादित बयान से अब साधु संत उन्हें लेकर आक्रोशित हैं ओयोध्या में हनुमानगढ़ी के महंत ने कहा है कि मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री का मासिक संतुलन खराब हो गया है। उन्होंने कहा है कि ऐसे नेताओं की वजह से कांग्रेस आज बदहाल है। राजू दास ने इसे सस्ती लोकप्रियता के लिए दिया गया अनाप सनाप बयान करार देते हुए कहा कि इसलिए कांग्रेस गर्त में चली गई है। उन्होंने कहा कि हिंदू सनातन संस्कृति देवी देवता साधु संतों और हिंदुत्व का अपमान करने वाले इन जैसे नेताओं के कारण कांग्रेस पार्टी खत्म होने की कगार पर है। उन्होंने हिंदू व सनातन संस्कृति को पूजनीय बताते हुए पूछा कि आखिर गाय कैसे हमारी माता नहीं हो सकती है। ये दिग्विजय सिंह से पूछा जाना चाहिए उन्होंने बताया कि ठाकुर जी को भोग लगाने से पहले भी गौग्रास खिलाया जाता है उन्होंने कहा हमारे धर्म में हमेशा गाय माता और पूजनीय रहेगी। वहीं तपस्वी छावनी के महंत परमहंस ने भी बताया कि वेदों में गाय को पूरे विश्व की मां बताया गया है उन्होंने कहा वैज्ञानिक भी गाय के दूध को मां के दूध से तुलना करते हैं। बकौल महंत परमहंस दास हिंदू और हिंदुत्व एक ही है उन्होंने कहा जो हिंदू है वो हिंदुत्व भी होगा ही उन्होंने उदाहरण गिनाया कि जैसे स्त्रीत्व के बिना स्त्री नहीं पूरुषत्व के बिना पुरूष नहीं हो सकता वैसे ही हिंदू के बिना हिंदुत्व नहीं हो सकता है उन्होंने कांग्रेस के एक और टिप्पणी को याद दिलाते हुए कहा कि कांग्रेस ने तो भगवान राम को भी काल्पनिक बताया था। ऐसे में ये गाय को भला कैसे मानेंगे। उन्होंने 100 करोड़ गाय को धर्मावलम्बियों का मां बताते हुए कहा कि वो श्रेष्ठ लोगों की मां है। कांग्रेस नेताओं को विचित्र बताते हुए कहा कि उन्हें मेंटल होस्पिटल में भर्ती कराना चाहे उन्होंने खिसियानी बिल्ली घम्भा नोचे कहावत की याद दिलाते हुए कहा कि कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया है। उन्होंने कहा कि जहर घोलती ऐसे लोगों के लिए साधु संत ही काफी है। मंहत परम दास जी ने आगे कहा कि जिस दिन ये धर्मदंड शुरू हो जाएगा उस दिन पता नहीं लगेगा और भागने का रास्ता भी नहीं बचेगा अगर ये जहर उगलना बंद नहीं करेंगे तो वो दिन भी जल्द आ जाएगा जब हम कांग्रेस बीटा जहां मिलेंगे वहीं लाठी चार्ज करना शुरू कर देंगे इसके बाद उन्हें बचने तक की जगह नहीं मिलेगी। भाजपा विधायक रामेस्वर शर्मा तो दिग्विजय सिंह को कसाइयों का नया वकील बताते हुए कह डाला कि उनके इस बयान से हत्या की घटनाएं बढ़ सकती हैं।

By खबर इंडिया स्टाफ