Maharashtra Political Crisis Live: शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने महाराष्ट्र में हो रहे सियासी भूचाल के बीच बड़ा संकेत देते हुए कहा कि कभी भी महाराष्ट्र विधानसभा को भंग किया जा सकता है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि “महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक संकट विधानसभा भंग करने की ओर बढ़ रहा है।”
शिवसेना नेता संजय राउत ने राज्य में मौजूदा राजनीतिक स्थिति के बीच महाराष्ट्र विधानसभा भंग करने के संकेत दिए हैं।
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा: "महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक संकट विधानसभा भंग करने की ओर बढ़ रहा है।" pic.twitter.com/XKTXoFkpnP
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 22, 2022
Maharashtra Political Crisis Live: संजय राउत का भाजपा पर अपरहण का आरोप
संजय राउत ने भाजपा पर अपरहण का आरोप लगाते हुए कहा कि हमारे विधायक नितिन देशमुख भाजपा के कब्जे में हैं। मुंबई से उनका अपहरण किया गया. सोमवार रात उन्होंने खुद को छुड़ाने का प्रयत्न किया. तब उनके साथ गुजरात पुलिस व गुंडों ने बेरहमी से मारपीट की. मुंबई के गुंडे भी वहां हैं. गुजरात की धरती पर हिंसा?
विधायक नितीन देशमुख सूरत में भाजपा कब्जे में हैं. मुंबई से उनका अपहरण किया गया. सोमवार रात उन्होंने खुद को छुड़ाने का प्रयत्न किया. तब उनके साथ गुजरात पुलिस व गुंडों ने बेरहमी से मारपीट की.
मुंबई के गुंडे भी वहां हैं.
गुजरात की धरती पर हिंसा? @AmitShah4BJP @CMOGuj@PMOIndia— Sanjay Raut (@rautsanjay61) June 21, 2022
उन्होंने आगे कहा कि मैंने सुना है कि हमारे विधायक गुजरात राज्य के सूरत में हैं और उन्हें जाने नहीं दिया जा रहा है लेकिन, वे निश्चित रूप से लौटेंगे क्योंकि ये सभी शिवसेना को समर्पित हैं। मुझे विश्वास है कि हमारे सभी विधायक लौट आएंगे और सब ठीक हो जाएगा।
मैंने सुना है कि हमारे विधायक गुजरात राज्य के सूरत में हैं और उन्हें जाने नहीं दिया जा रहा है लेकिन, वे निश्चित रूप से लौटेंगे क्योंकि ये सभी शिवसेना को समर्पित हैं। मुझे विश्वास है कि हमारे सभी विधायक लौट आएंगे और सब ठीक हो जाएगा: शिवसेना के नेता संजय राउत
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 21, 2022
संजय ने कहा कि शिवसेना के कुछ विधायक और एकनाथ शिंदे से फिलहाल संपर्क नहीं हो पा रहा है। महाविकास अघाड़ी की सरकार को गिराने की कोशिश की जा रही है लेकिन BJP को यह याद रखना होगा कि महाराष्ट्र राजस्थान या मध्य प्रदेश से बहुत अलग है।
Maharashtra Political Crisis Live: गहलोत का आरोप भाजपा विधायकों को खरीदने में खुलकर कर रही है पैसा खर्च
महाराष्ट्र में मौजूदा राजनीतिक संकट पर राजस्थान CM अशोक गहलोत ने कहा कि ये कहां की प्रक्रिया है, राज्यसभा चुनाव में हॉर्स ट्रेडिंग करते हैं। पहले मध्य प्रदेश फिर राजस्थान, उस समय से ही महाराष्ट्र इनके टारगेट पर चल रहा था। अंदर ही अंदर षड्यंत्र किया, वो षड्यंत्र बाहर आ गया। देश देख रहा है।
वहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कल्पना कीजिए अगर हमारी सरकार को विदेशी मुल्क गिराने लग जाएं, तो देश का क्या होगा। आज ये लोग(भाजपा) हॉर्स ट्रेडिंग करके सरकारें गिरा रहे हैं। कानून व्यवस्था खराब हो गई है। 10 करोड़, 20 करोड़, 30 करोड़ जितना भी पैसा देकर अपनी तरफ कर रहे हैं, मजाक बना रखा है।
कल्पना कीजिए अगर हमारी सरकार को विदेशी मुल्क गिराने लग जाएं, तो देश का क्या होगा। आज ये लोग(भाजपा) हॉर्स ट्रेडिंग करके सरकारें गिरा रहे हैं। कानून व्यवस्था खराब हो गई है। 10 करोड़, 20 करोड़, 30 करोड़ जितना भी पैसा देकर अपनी तरफ कर रहे हैं, मजाक बना रखा है: राजस्थान CM अशोक गहलोत pic.twitter.com/dA2EHe2ZMg
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 22, 2022
आप को बता दें कि महाराष्ट्र में राजनीतिक भूचाल के बीच बैठकों का दौर लगातार चल रहा हैं। एनसीपी प्रमुख शरद पवार मुंबई के वाईबी चव्हाण केंद्र पहुंचे। राज्य के गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटिल, मंत्री जयंत पाटिल और बालासाहेब पाटिल ने आज सुबह शरद पवार से उनके आवास पर मुलाकात की थी।
#WATCH | NCP chief Sharad Pawar reaches YB Chavan centre in Mumbai amid the ongoing political crisis in #Maharashtra
State's HM Dilip Walse Patil and ministers Jayant Patil & Balasaheb Patil met him at his residence earlier this morning. pic.twitter.com/gksypgOxoz
— ANI (@ANI) June 22, 2022
इस बीच महाराष्ट्र कांग्रेस पर्यवेक्षक एवं वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने ANI से बात करते हुए कहा कि “आज देश में सौदे की राजनीति हो रही है. मध्य प्रदेश का उदाहरण आप जानते हैं. ये राजनीति हमारे संविधान के विपरीत है और भविष्य के लिए खतरे की बात है। शिवसेना को खुद तय करना है कि वे अपने विधायकों से कैसे बात करेंगे. कांग्रेस के विधायक बिकाऊ नहीं हैं।”
दलबदल कानून से बचने के लिए चाहिए होगा दो-तिहाई विधायकों का साथ
गौरतलब है कि महाराष्ट्र विधानसभा में शिवसेना के पास इस समय 55 विधायक है और दलबदल कानून से बचने के लिए बागी नेता एकनाथ सिंदे को 37 विधायकों का साथ चाहिए होगा। जबकि एकनाथ सिंदे ने 40 विधायकों का साथ होने का दावा कर रहे हैं।