Mulayam Singh Yadav: नेता जी से जुड़े कहानी और किस्सों की बात की जाये तो उस पर पूरा इतिहास गढ़ा जा सकता है, लेकिन उनसे जुड़े सभी किस्से अब सिर्फ यादें बनकर रह गये हैं। नेता जी के उन्हीं किस्सों में से एक दोस्ती से जुड़ा किस्सा है। नेता जी का स्कूल वाला दोस्त पड़ती कड़ाके की सर्दी में हवाई चप्पलों से मिलने लखनऊ पहुंच जाता है। जिसे देख भावुक नेता जी उसे राज्यमंत्री बना देते हैं।
पढ़िए नेता जी के हवाई चप्पल वाले दोस्त की कहानी
दोस्त विश्राम यादव बताते हैं, कि उन्होंने और नेताजी ने साथ में पढ़ाई की। जब वो ग्रेजुएशन कर रहे थे, तभी नेताजी सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय रहने लगे थे। इसके बाद उन्होंने करहल में साथ में नौकरी भी की। इसके बाद नेताजी सक्रिय राजनीति में उतर गए और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। नेताजी आगे बढ़ते चले गए, लेकिन उन्होंने कभी अपने पुराने साथियों को नहीं भुलाया।
विश्राम यादव बताते हैं, कि मैं एक बार कड़ाके की सर्दियों में मुलायम सिंह यादव से मिलने लखनऊ पहुंच गया। ठंड में मैंने हवाई चप्पल पहन रखी थी, तो वह मुझे देख भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि विश्राम इतनी ठंड में तुम हवाई चप्पल पहन कर पहुंचे हो। मैंने कहा कि तुमसे मिलना था, इसलिए आ गया। वह भी हंसी में टाल गए।
इसके बाद उन्होंने मुझे अपनी सरकार में दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री बनाया। हम लोग हमेशा दोस्तों की ही तरह रहे। हंसी-ठिठोली भी कर लिया करते थे। इसी होली पर मैं इटावा में उनकी कोठी पर उनसे मिलने पहुंचा था। उन्होंने मेरा हालचाल लिया। बोले कि तुम बहुत कमजोर हो गए हो। मैंने कहा कि उम्र दोनों की ढल रही है। आप भी कमजोर होते जा रहे हैं। उसके बाद से उनका स्वास्थ्य लगातार बिगड़ता चला गया। आज नेता जी की यादें बची हैं।
Mulayam Singh Yadav: आपको बता दें, कि मुलायम सिंह यादव का 82 साल की उम्र में सोमवार को निधन हो गया। उनके निधन से सपा के गढ़ कहे जाने वाले सैफई, इटावा, मैनपुरी और फिरोजाबाद के लोग शोक में डूबे हैं। इटावा जहां मुलायम का गृह जनपद रहा, तो फिरोजाबाद उनकी कर्मभूमि। यहां मुलायम के साथ पढ़े और राजनीति में उतरे कई ऐसे चेहरे हैं जिनके साथ नेताजी हमेशा कंधे से कंधा मिलाए रहे।