Quad Summit 2022: भारत अमेरिका के बीच अटूट रिश्ता, पीएम मोदी बोले हमारे बीच एक विश्वास की साझेदारी

Quad Summit 2022:

Quad Summit 2022: जापान दौरे के दूसरे दिन पीएम मोदी ने क्वाड लीडर्स में शिकरत की। इस शिकरत में मोदी ने भारत और जापान के रिश्तों को और मजबूत बनाने की भी बात की। इस क्वाड सम्मीट की बैठक में भारत प्रधान मंत्री नरेंन्द्र मेदी जपान प्रधान मंत्री फुमियो किशिदा अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन आस्ट्रेलिया के प्रधान मंत्री एंथनी अल्बनीज शामिल रहे।

Quad Summit 2022: इसके बाद अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने टोक्यो द्विपक्षीय वार्ता की इस वार्ता से जहां भातर के रिश्ते बाकी तीन देशों से मजबूत हो रहें हैं तो वहीं चीन की नींद उड़ गई है। हालांकि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने पहले ही चीन को कड़े शब्दों मे संदेश दे दिया है। कि अगर ताइवान पर हमला किया तो हम मिलिट्री एक्शन लेंगे। क्वाड की बैठक में हिस्सा लेने जापान पहुंचे जो बाइडन ने पहली बार चीन को खुली चेतावनी दी।

Quad Summit 2022: बाइडन ने एक बैठक में कहा कि अगर चीन की ओर से ताइवान पर हमला किया जाता है तो अमेरिका मिलिट्री एक्शन लेगा। उन्होंने कहा कि ताइवान की सीमी पर घुसपैठ करके चीन खतरा मोल ले रहा है। इस पर चीन ने पलटवार करता हुए कहा हम अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए तैयार हैं।

Quad Summit 2022: द्विपक्षीय वार्ता में प्रधान मंत्री मोदी ने अमेरिका भारत के रिश्तों पर जोर दिया पीएम मोदी ने कहा कि भारत अमेरिका का ऱणनीतिक साझेदारी सही मायने में एक विश्वास की साझेदारी है। कई क्षेत्रों में हमारे समान हितों में इस विश्वास के रिश्ते को मजबूत किया है। हमारे बीच व्यापार और निवेश में भी लगातार विस्तार हो रहा है। हालांकि यह हमारी ताकत से बहुत कम है।

पीएम ने आगे कहा कि मुझे विश्वास है कि हमारे बाच इंडिया य़ूएसए इन्वेस्टमेंट एग्रीमेंट से निवेशी की दिशा में मजबूत प्रगति देखने को मिलेगी हम टेक्नोलाजी के क्षेत्र में अपना द्विपक्षीय सहियोग बढ़ा रहे हैं और वैव्श्रिक मुद्दों पर भी अपसी समन्वय कर रहें हैं।
जापान की राजधानी टोक्यों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई। पीएम मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि हमने यूक्रेन पर रूस के क्रूर और गैर-न्यायसंगत आक्रमण के चल रहे प्रभावों और पूरे वैश्विक विश्व व्यवस्था पर इसके प्रभाव पर भी चर्चा की है। इन नकारात्मक प्रभावों को कम करने के लिए यूएस-इंडिया बारीकी से परामर्श करना जारी रखेंगे।

पीएम नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक में अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा हमारे देश मिलकर बहुत कुछ कर सकते हैं और करेंगे भी। मैं अमेरिका-भारत की साझेदारी को पृथ्वी पर हमारे सबसे करीब बनाने के लिए प्रतिबद्ध हूं। उन्होंने आगे कहा कि हम हिंद-प्रशांत पर द्विपक्षीय स्तर और समान विचारधारा वाले देशों के साथ समान विचार साझा करते हैं, ताकि हमारी साझा चिंताओं की रक्षा के लिए काम किया जा सके। आज की हमारी चर्चा इस सकारात्मक गति को गति देगी।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट कर बताया कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ सार्थक बैठक हुई। आज की चर्चा व्यापक थी और इसमें व्यापार, निवेश, रक्षा के साथ-साथ लोगों से लोगों के बीच संबंधों सहित भारत-अमेरिका संबंधों के कई पहलुओं को शामिल किया गया था।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि ‘क्वाड’ के स्तर पर हमारे आपसी सहयोग से एक फ्री, ओपन और समावेशी ‘इंडो पैसिफिक क्षेत्र’ को प्रोत्साहन मिल रहा है। जो हम सभी का साझा उद्देश्य है।

पीएम ने आगे कहा कि कोविड-19 की विपरीत परिस्थितियों के बावजूद हमने वैक्सीन वितरण, जलवायु कार्रवाई, आपूर्ति श्रृंखला लचीलापन, आपदा में प्रतिक्रिया, आर्थिक सहयोग जैसे कई क्षेत्रों में आपसी समन्वय बढ़ाया है। इसने इंडो-पैसिफिक में शांति, समृद्धि और स्थिरता सुनिश्चित हो रही है।
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने चुनाव जीतने के लिए आस्ट्रेलियाई पीएम एंथनी अल्बनीज को भी बधाई दी। पीएम मोदी ने कहा कि शपथ लेने के 24 घंटे बाद हमारे बीच आपकी उपस्थिति क्वाड दोस्ती की ताकत और इसके प्रति आपकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

क्वाड लीडर्स समिट में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने बयान दिया। उन्होंने कहा कि इंडो पैसिफिक में अमेरिका एक मजबूत, स्थिर और स्थायी साझेदार होगा। हम हिंद-प्रशांत की शक्तियां हैं। जब तक रूस युद्ध जारी रखता है, हम भागीदार बने रहेंगे और वैश्विक प्रतिक्रिया का नेतृत्व करेंगे।उन्होंने आगे कहा कि हम साझा मूल्यों और हमारे पास मौजूद विजन के लिए हम एक साथ हैं। क्वाड के पास आगे बहुत काम है। इस क्षेत्र को शांतिपूर्ण और स्थिर रखने, इस महामारी से निपटने और इसके बाद जलवायु संकट को दूर करने के लिए हमारे पास बहुत काम है।

जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने क्वाड लीडर्स समिट में कहा कि यूक्रेन पर रूस का आक्रमण संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सिद्धांतों को पूरी तरह से चुनौती देता है। हमें आसियान, दक्षिण एशिया के साथ-साथ प्रशांत द्वीप देशों की आवाज को ध्यान से सुनना चाहिए। ताकि सहयोग को आगे बढ़ाया जा सके, जो तत्काल मुद्दों को हल करने के लिए अनुकूल हो।

क्वाड लीडर्स समिट में आस्ट्रेलिया के पीएम एंथनी अल्बनीज ने कहा कि मेरी सरकार आपके देशों के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध है। नई आस्ट्रेलियाई सरकार आर्थिक, साइबर, ऊर्जा, स्वास्थ्य और पर्यावरण सुरक्षा के माध्यम से जलवायु परिवर्तन पर कार्रवाई करने और अधिक लचीला इंडो पैसिफिक क्षेत्र के निर्माण को प्राथमिकता देती है। आस्ट्रेलिया के पीएम ने कहा कि हम इस बात को स्वीकार करते हुए कार्य करेंगे कि प्रशांत महासागर के द्वीप राष्ट्रों के लिए जलवायु परिवर्तन मुख्य आर्थिक और सुरक्षा चुनौती है।

मेरी सरकार 2030 तक उत्सर्जन में 43% की कमी करने का एक नया लक्ष्य निर्धारित करेगी और हमें 2050 तक शुद्ध-शून्य उत्सर्जन के लिए ट्रैक पर लाएगी।
जापान के टोक्यो में ‘क्वाड’ फेलोशिप इवेंट में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, अमेरिक के राष्ट्रपति जो बाइडन, आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज और जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने शिरकत की। इस दौरान जापानी पीएम फुमियो किशिदा, पीएम मोदी, यूएस प्रेसिडेंट जो बाइडेन और आस्ट्रेलियाई पीएम एंथनी अल्बनीज ने क्वाड फेलोशिप के लिए आवेदन किया।

यह विज्ञान, तकनीक, इंजीनियरिंग और गणित (एसटीईएम) क्षेत्रों में स्नातक डिग्री के लिए हर साल अमेरिका में अध्ययन करने के लिए 100 अमेरिकी, आस्ट्रेलियाई, भारतीय और जापानी छात्रों को प्रायोजित करेगा।

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By खबर इंडिया स्टाफ