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Mar
Shaheed Divas: जीने की इच्छा मुझमें भी है, ये मैं छिपाना नहीं चाहता। मेरे दिल में फांसी से बचने का लालच कभी नहीं आया। मुझे बेताबी से अंतिम परीक्षा का इंतजार है। भगत सिंह ने क्रांतिकारी साथियों के लिए लिखे आखिरी खत की ये पंक्तियां हैं। ये खत भगत सिंह ने 22 मार्च 1931 लिखा…