उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा मुखिया अखिलेश यादव आज सीबीआई के सामने पेश नहीं होंगे। केंद्रीय एजेंसी ने खनन घोटाला मामले में उन्हें तलब किया था। सीबीआई ने अखिलेश को बतौर गवाह बयान दर्ज कराने के लिए नोटिस भेजा था। सपा मुखिया को आज ही दिल्ली आकर अपना बयान दर्ज कराना था, लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सपा मुखिया अखिलेश यादव आज सीबीआई के सामने पेश नहीं होंगे।
सपा प्रमुख ने CBI के समन पर क्या जवाब दिया?
CBI के समन पर पेश होने पर सपा प्रमुख ने जवाब देते हुए कहा है कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा मैं शामिल हो सकता हूं, लेकिन दिल्ली आने में असमर्थ हूं।
क्या बोली डिंपल यादव?
अखिलेश यादव को रेत खनन से संबंधित उच्च न्यायालय द्वारा संदर्भित एक मामले में समन भेजे जाने पर समाजवादी पार्टी सांसद डिंपल यादव ने कहा, “वे पहले नेता प्रतिपक्ष नहीं है जिन्हें समन भेजा गया है। लगातार नेताओं, उद्योगपतियों, व्यापरियों, छोटे व्यापारियों पर दबाव बनाया जा रहा है… INDIA गठबंधन की मजबूती से यह सरकार डर गई है, इसलिए यह किया जा रहा है।”
सपा नेता राजपाल कश्यप बोले आज अखिलेश यादव…
समाजवादी पार्टी के पिछड़ा वर्ग के प्रदेश अध्यक्ष राजपाल कश्यप ने बताया है कि ‘ सपा मुखिया अखिलेश यादव आज पार्टी कार्यालय लखनऊ में पीडीए की मीटिंग अटेंड कर रहे हैं। वह मीटिंग के अलावा कहीं नहीं जाने वाले है।
2019 में हुई थी एफआईआर दर्ज
आपको जानकारी के लिए बता दें कि, सपा मुखिया अखिलेश यादव इस मामले में नामजद आरोपित नहीं हैं। खनन पट्टों के आवंटन की प्रक्रिया में हुई गड़बड़ी को लेकर अखिलेश यादव से बतौर गवाह सवाल-जवाब किए जा सकते हैं। आला अधिकारियों ने बताया है कि सीआरपीसी की धारा 160 के तहत जारी नोटिस में एजेंसी ने सपा मुखिया अखिलेश यादव को 2019 में दर्ज मामले के संबंध में 29 फरवरी को पेश होने के लिए कहा गया था।
वहीं इस मामले को सपा के साथ-साथ कांग्रेस ने भी अखिलेश यादव को नोटिस जारी किए जाने को राजनीतिक कदम बताया है। उन्होंने कहा है कि सरकार जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। वहीं, एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया है कि, ‘वह आरोपित नहीं हैं। वह गवाह हैं।’ इस खनन घोटाले की जांच ईडी भी कर रही है
हमीरपुर के तत्कालीन डीएम पर लगाई गई ये धाराएं
यह मामला साल 2012 से 2016 के बीच का है। तब यूपी में सपा की सरकार थी और अखिलेश यादव यूपी के सीएम थे। उस समय यूपी के 22 जिलों में अवैध खनन का आरोप लगाया था।
इसकी शुरुआत हमीरपुर से हुई थी। 28 जुलाई 2016 को इलाहाबाद कोर्ट ने केस दर्ज करने का आदेश दिया था। कोर्ट के आदेश पर सीबीआई ने केस दर्ज कर लिया था।
हमीरपुर के तत्कालीन डीएम , जियोलॉजिस्ट, माइनिंग ऑफिसर, क्लर्क, लीज होल्डर, प्राइवेट और अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है। आरोपियों के खिलाफ धारा 120 बी, 379, 384, 420, 511, प्रिवेंशन ऑफ करप्शन की धारा 13(1), (d) लगाई गई है। अब देखना यह होगा की सीबीआई के सवालों का अखिलेश यादव क्या जवाब देते हैं और अवैध खनन घोटाले में खुद को कैसे पाक-साफ बताते हैं।
Written By: Vineet Attri
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