अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय(AMU) में हिंदू देवी देवताओं पर अश्लील टिप्पणी करके रेप की परिभाषा बताने वाले असिस्टेंट प्रोफेसर जितेन्द्र कुमार को लेकर भाजपा नेता व एएमयू के पूर्व छात्र निशित शर्मा ने बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा है कि प्रोफेसर जितेन्द्र कुमार ने MBBS की कक्षा में रेप की परिभाषा पढ़ाने से पहले चेयरपर्सन से अनुमति ली थी। नियम यही कहता है।
Two months ago I graduated from being a student to a Tax paying citizen of this country and my money is going towards the study and dissemination of anti-Hindu rhetoric.
POV : Slide from a class in Aligarh Muslim University. pic.twitter.com/lQvjxE4iqX
— Rashmi Samant (@RashmiDVS) April 5, 2022
अगर ऐसा नहीं है तो यह अनुशासनहीनता है। इसके बाद भी विभाग के चेयरपर्सन पर कार्रवाई न करना एएमयू प्रशासन का चरित्र उजागर करता है। निशित शर्मा ने एएमयू प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जेएन मेडिकल कॉलेज के फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग में नियुक्ति विचारधारा के हिसाब से हो रही है।
निशित शर्मा ने खबर इंडिया से खास बातचीत करते हुए बताया कि एएमयू प्रशासन की पहले से विश्वविद्यालय में तुष्टीकरण की नीती रही है। यही वजह है कि एएमयू प्रशासन आरोपी प्रोफेसर को सस्पेंशन देकर इस मामले को यहीं खत्म करना चाहता है। जबकि ऐसे प्रोफेसर को तत्काल डिबार करना चाहिए ताकि वह आगे किसी शैक्षणिक संस्थान में छात्रों को ऐसी शिक्षा नहीं दे सके।
इतना ही नहीं निशित शर्मा ने MBBS के कई छात्रों से बातचीत का हवाला देते हुए बताया कि आरोपी प्रोफेसर पहले से ही कक्षा में हिंदू घृणा की बात करता था और सोशल मीडिया के माध्यम से हिंदू विरोधी पोस्ट लिखता था। इस बात का संज्ञान एएमयू प्रशासन को है, इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि अकरम, फिरोज खान, आमिर, शाहरुख(काल्पनिक नाम) जैसे प्रोफेसर हर रोज ऐसी शिक्षा देते हों। शर्मा ने कहा कि जब तब जितेन्द्र कुमार को पुलिस गिरफ्तार कर जेल में नहीं डाल देती तब तक हिंदुओं के साथ न्याय नहीं हो सकता।
वहीं एएमयू के पूर्व छात्र निशित शर्मा की तहरीर पर सिविल लाइन थाने में मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस ने शुक्रवार दोपहर को आरोपी प्रोफेसर को थाने में तलब किया और घंटों पूछताछ के साथ पुलिस ने प्रोफेसर के बयान दर्ज किए। अमर उजाला की खबर के मुताबिक पुलिस ने उन्हें एक नोटिस भी दिया है, जिसके मुताबिक वह बिना किसी सूचना के बाहर नहीं जा सकते और जब भी पुलिस उन्हें बुलाएगी वह जांच में सहयोग करने के लिए मौजूद रहेंगे।

खबर के मुताबिक भले ही जितेन्द्र कुमार ने एएमयू प्रशासन द्वारा दिए गए नोटिस का समय पूरा हो जाने के बाद अभी तक कोई जवाब न दिया हो लेकिन जितेन्द्र कुमार अब हर जगह माफी मांगते हुए नजर आ रहे हैं। जितेन्द्र कुमार का कहना है कि उनका मकसद किसी की भावनाओं को आहत नहीं करना नहीं था। यह सब अनजाने में हुआ है। उन्होंने खुद को निर्दोष बताते हुए कहा कि उनके भी दादा दादी हिंदू थे।
आपको बता दें कि अपने कारनामों को लेकर अक्सर विवादों में रहने वाला अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय(AMU) एक बार फिर चर्चा में है। ऐसा इसलिए कि यहां के असिस्टेंट प्रोफेसर ने MBBS की कक्षा में छात्रों को पढ़ाते हुए हिंदू देवी देवताओं पर अश्लील टिप्पणी कर दी थी। पीपीटी के माध्यम से ली गई क्लास का स्क्रीनशॉट एक छात्रा ने सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। इसके बाद सोशल मीडिया पर वायरल हुई पोस्ट के बाद एएमयू प्रशासन ने असिस्टेंट प्रोफेसर को तत्काल निलंबित कर और मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय कमेठी कटित कर दी। वहीं एएमयू के पूर्व छात्र व भाजपा नेता निशित शर्मा द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया था।

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