Aligarh News: उत्तर प्रदेश से लेकर पूरे देश में पिछले दिनों हुई बेमौसम बरसात ने किसानों को खूब रुलाया है। तराई वाले क्षेत्रों में फसलों को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है।इसे लेकर जहां एक तरफ किसान संगठन पीड़ित किसानों को मुआवजा देने का मांग कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर योगी सरकार ने भी प्रभावित ईलाकों का सर्वे कराने की बात कही है। अलीगढ़ सांसद सतीश गौतम ने सीएम योगी को पत्र लिख प्रभावित क्षेत्रों का सर्वे कराने व पीड़ित किसानों को आर्थिक सहायता करने की मांग की है।
अलीगढ़ से भाजपा सांसद सतीश गौतम ने किसानों की बेमौसम से बर्बाद हुई फसल से पीड़ित किसानों के दुख को साक्षा करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ के नाम पत्र लिखा है। पत्र के माध्यम से सांसद ने सीएम को अवगत कराया है कि भारी बारिश से बड़े पैमाने पर किसानों की फसल बर्बाद हुई है। ऐसे में किसानों के पास आय का कोई दूसरी साधन नहीं होने से परिवार के पालन पोषण का संकट गहरा गया है।
सरकार व संगठन प्राकृतिक आपदा के इस संकटपूर्ण काल में किसान भाइयों के साथ है। पिछले दो दिनों से लगातार हो रही वर्षा के दृष्टिगत सर्वे और प्रभावित किसानों को सहायता हेतु एक विनम्र अनुरोध पत्र।
मुझे विश्वास है कि किसानों के प्रति सहानुभूति रखते हुए अतिशीघ्र सर्वे कराया जाएगा। pic.twitter.com/LqGqt1LWJy
— Satish Gautam (@SatishGautamBJP) October 9, 2022
सीएम योगी ने दिए प्रभावित क्षेत्रों का सर्वे कराने का आदेश
Aligarh News: सांसद सतीश गौतम ने सीएम योगी से प्रभावित क्षेत्रों में सर्वे व पीड़ित किसानों को सहायता राशि देने की बात कही है। सांसद ने उम्मीद भी जताई है कि राज्य व केंद्र सरकार किसानों के हित में फैसले लेने वाली सरकार है, हर संभव किसानों को सहायता मिलेगी। वहीं योगी सरकार द्वारा सर्वे कराने का आदेश के बाद किसानों में एक उम्मीद जगी है कि सरकार पीड़ित किसानों की मदद करेगी।
पीड़ित किसानों का कहना है कि देश का किसान पूरे वर्ष खेती पर निर्भर रहता है। अपने लहू-पानी से सींच कर फसल को तैयार करता है।लेकिन जब बेमौसम बारिश आफत बनकर किसानों के ऊपर बरसती है, तो किसानों की कमर तोड़ देती है।इस बार किसान बुरी तरह से टूट गया है और जिन किसानों ने पट्टे पर जमीन लेकर फसल की है वह किसान पूरी तरह से बर्बाद हो जाएंगे। ऐसे में योगी सरकार को सर्वे कराकर पीड़ित किसानों की आर्थिक मदद करनी चाहिए।
आपको बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने किसान संगठनों की माग को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों को प्रभावित क्षेत्रों में सर्वे कराने के आदेश दिए हैं। वहीं जनप्रतिनिधि गांव-गांव जाकर प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं।