Aligarh: ये पाकिस्तान या किसी अन्य इस्लामिक देश की खबर नहीं है साहब ये हिंदुस्तान के उसी राज्य उत्तर प्रदेश के जिला अलीगढ़ की खबर है, जहां के मुखिया आदित्यनाथ योगी हैं। जो अपने रवैये के लिए सख्त माने जाते हैं। जिनके नाम से ही कट्टरपंथी सोच रखने वाले लोग थर-थर कांपते हैं।
मामला अलीगढ़ के इस्लामिक मिशन स्कूल का है। जहां 3 वर्ष की बच्ची पर हिजाब पहनने के लिए दबाव बनाया गया। जब लड़की के पिता ने स्कूल जाकर शिकायत की तो उससे अभद्रता की गई। नर्सरी क्लास की इस छात्रा का सिर्फ इतना गुनाह था, कि स्कूल प्रबंधक की से ये पूछ लिया कि हिंदी क्यों नहीं पढ़ाई जाती, इसी बात पर अभद्रता सहनी पड़ी। साथ में ये भी आरोप है, कि इस स्कूल में न राष्ट्रगान होता है औऱ न ही हिंदी पढ़ाई जाती है। लड़की के पिता ने जिलाधिकारी से शिकायत कर कार्रवाई करने की मांग की है।
स्कूल में न हिंदी पढ़ाई जाती, न होता राष्ट्रगान
अलीगढ़ के थाना क्वार्सी इलाके फोर्ट एल्कलेव, पंजीपुर गांव निवासी मोहम्मद आमिर ने बताया, कि इसी साल उन्होंने अपनी बच्ची का ‘इस्लामिक मिशन स्कूल’, पंजीपुर में क्लास नर्सरी में दाखिला कराया था। एडमिशन के 6 महीने बाद हम लोग स्कूल गए थे और पूछा था हमारी बेटी को हिंदी क्यों नहीं पढ़ाई। होमवर्क क्यों नहीं चेक किया अभी तक। बच्ची की परफॉर्मेंस कैसी है।

Aligarh: इस दौरान स्कूल के संचालक ने हमारे किसी भी सवाल का कोई जवाब नहीं दिया। साथ ही हमारे ऊपर बदसलूकी का आरोप लगाया और हमारी बेटी को स्कूल से निकाल दिया। बच्ची अक्शा का कहना है कि स्कूल में केवल उर्दू पढ़ाई जाती है। हिंदी नहीं पढ़ाई जाती है। मो. आमिर ने ये भी कहा कि बेटी पर हिजाब पहनाकर स्कूल भेजने का दवाब बनाया जा रहा है। आगे बताया कि स्कूल में कार्टून वाले बैग, लंच बॉक्स, बोतल आदि पर भी प्रतिबंध है।
जिलाधिकारी ने जांच के दिये आदेश
Aligarh: आमिर का आरोप है कि स्कूल में राष्ट्रगान नहीं होता है। शिकायत के बाद जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह ने जांच के आदेश दिए हैं। वहीं इस पूरे मामले पर बेसिक शिक्षा अधिकारी सत्येंद्र कुमार ढाका ने बताया, कि मामला जवां ब्लॉक से संबंधित है। क्षेत्र के खंड शिक्षा अधिकारी को जांच सौंपते हुए टीम गठित कर दी गई है। जांच के आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। वहीं, स्कूल प्रशासन ने भी बच्ची को हिंदी न पढ़ाये जाने की बात मानते हुए अपनी सफाई पेश की है।