Mathura News: ब्रज क्षेत्र के नाम से विख्यात और भगवान कृष्ण की नगरी मथुरा में भारतीय करेंसी की अवहेलना की जाती है। दूरदराज से आये कृष्ण भक्तों को कौन बताये, कि ब्रजभूमि में भारतीय करेंसी नहीं चलती है। आपको परेशान ही घूमना पड़ेगा। चाय की टपरी लगाये बैठे हों या फिर जलपान और मथुरा के मशहूर पेड़ा की दुकानें हों सामान तो मिलेगा लेकिन सिक्कों से नहीं तड़तड़ाते हुए नोटों से।
बात 10 के सिक्के देने की आयेगी तो वहां दुकान लगाये बैठे लोगों से बहस शुरू हो जायेगी। 10 के सिक्के न लेने का कारण क्या है, इस बात को पता तो वहां का प्रशासन ही लगा सकता है, कि ब्रज में भारतीय करेंसी क्यों नहीं चलती, लेने से क्यों साफ मना कर दिया जाता है? लेकिन ये सिक्के न लेने का मामला खबर इंडिया के सीईओ सुशील चौधरी के साथ घटित हुआ।
क्या है ब्रज में करेंसी का मसला?
दिल्ली से करीब 180 किलोमीटर दूर मथुरा के गोवर्धन में जब खबर इंडिया के सीईओ सुशील चौधरी गिर्राज जी के दर्शन करने पहुंचे तो दर्शन करने के बाद एक चाय की टपरी पर चाय पीने बैठ गये। जब चाय पीकर 10 सिक्का टपरी वाले को थमाया तो उसने साफ इंकार कर दिया, कि हमारे यहां ये सिक्के नहीं चलते। यह दुकान गिर्राज जी के मंदिर से चंद कदमों की दूरी पर स्थित है, जिसका नाम “श्री गिर्राज जलपान गृह” है।
Mathura News: सुशील चौधरी ने बताया, कि जब मैंने सिक्के न लेने का कारण पूछा, तो उसने साफ बोल दिया हमारे यहां इन सिक्कों को कोई नहीं लेता, इसीलिए मैं नहीं लेता। आपको बता दें, कि ऐसा सिर्फ गोवर्धन में ही नहीं मथुरा में भी सिक्कों को कोई नहीं पकड़ता। जो कि कहीं न कहीं भारतीय करेंसी का अनादर करना है।