मुरादाबाद: RSS के पथसंचलन पर निजाम ने की पुष्पवर्षा, मौलवी ने जारी किया फतवा, जान से मारने पर 1 लाख का इनाम, गिरफ्तार

muradabad molavi

कश्मीरी हिंदुओं का नरसंहार पर चुप्पी, आतंकी बुरहान बानी की मौत तो हंगामा, अमरनाथ यात्रियों पर हमला करने वालों पर चुप्पी, अफजल गुरू को फांसी तो हंगामा, सचिन, गौरव की हत्या पर चुप्पी, अखलाख की मौत तो हंगामा, चंदन गुप्ता की हत्या पर चुप्पी, अल्ताफ की मौत तो हंगामा, अकिंत शर्मा की हत्या पर चुप्पी, तबरेज आलस की मौत तो हंगामा, दिलबर नेगी की हत्या पर चुप्पी, हाथरस कांड तो हंगामा, महाराष्ट्र में साधुओं की हत्या पर चुप्पी, लखीमपुर घटना तो हंगामा, यह उन शांतिदूतों का ऐजेंडा है जो हिंदुस्तान में रहने के नाम पर तो अल्पसंख्यक लेकिन हिदुओं पर हमला करने के वक्त बहुसंख्यक हो जाता है।

ये हिंदुस्तान का वही डरा हुआ मुस्लिम है जो शांति का पैगाम देने के लिए राजस्थान में वाइक रैली पर मस्जिद से हमला तो कर देता है, लेकिन द कश्मीर फाइल्स फिल्म पर चुप्पी साध लेता है। जी हां ये वही डरा हुआ मुस्लिम समाज है जो मौलवी द्वारा एक नाबालिग बच्ची से रेप पर तो चुप्पी साध लेता है, लेकिन एक राष्ट्रवादी मुस्लिम के जय श्रीराम बोलने और अपने दरवाजे पर हिंदुओं का स्वागत करने पर फतवा जारी कर देता है। एक नहीं सैकड़ों ऐसे उदाहरण हो सकते हैं लेकिन हद तो तब हो जाती है कि जब पुलिस प्रशासन इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करे और ये मगरमच्छी आंसू बहाकर पीड़ित होने का ढोंग करना शुरू कर देते हैं।

एक बार फिर उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से तथाकथित हिंदू मुस्लिम भाई-भाई के नारे को सिद्ध करने वाली सच्चाई सामने आई है। ऐसा इसलिए कि जब एक राष्ट्रवादी मुस्लिम ने दरवाजे के सामने से निकल रहे आरएसएस के पथसंचलन का स्वागत करते हुए उस पर पुष्प वर्षा की तो मौलवी ने उस राष्ट्रवादी मुस्लिम को पहले तो मस्जिद में घुसने से रोका और फिर उसके खिलाफ फतवा जारी कर दिया यहां तक कि उसको गांव से निकाले जाने और उसको जान से मारने वाले एक लाख रुपए का इनाम देने की घोषणा करते हुए दीवारों पर पोस्टर चिपका दिए। हालांकि इसके बाद हरकत में आई यूपी पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर उसे सलाखों के पीछे डाल दिया।

जानकारी के मुताबिक मामला मुरादाबाद के मैनाठेर थाना क्षेत्र के गांव महमूदपुर का है। यहां राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं ने भारतीय नववर्ष के अवसर पर शहर में पथसंचलन निकाला। इसका गांव के ही डॉक्टर निजाम भारती ने अपने दरवाजे के सामने पुष्प वर्षा कर जोरदार स्वागत किया। यह बात गांव के ही मौलवी हाफिज इमरान वारसी को इतनी नागवार गुजरी कि उसने डॉक्टर निजाम को मस्जिद में घुसने से रोक दिया और इसके बाद डॉक्टर के खिलाफ फतवा जारी कर दिया। इतना ही नहीं मौलवी ने फतवे में डॉक्टर को गांव से भगाने और उसे जान से मारने वाले को एक लाख रुपए देने की भी घोषणा कर दी। जिसे देख डॉक्टर निजाम दंग रह गए।

डरे सहमे निजाम ने इसकी जानकारी तत्काल थाना पुलिस को दी, जिस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपी मौलवी हाफिज के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया। वहीं डॉक्टर निजाम का कहना है कि मैं फतवे से बेहद डरा हुआ हूं मेरी जान को खतरा है। निजाम के मुताबिक मौलवी ने आरएसएस को मुस्लिमों का दुश्मन बताते हुए गांव के लोगों को उकसाया था। मुरादाबाद पुलिस के मुताबिक आरएसएस के पथसंचलन में सहयोग करने पर फतवा जारी करने का मामला सामने आया है। पीड़ित की शिकायत के आधार पर आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया है।

By Keshav Malan

यह कलम दिल, दिमाग से नहीं सिर्फ भाव से लिखती है, इस 'भाव' का न कोई 'तोल' है न कोई 'मोल'