नेपाल में हुए विमान क्रैश हादसे में भारत के राज्य उत्तर प्रदेश के जिला गाजीपुर के रहने वाले 4 दोस्तों की मौत हो गई। चारों दोस्त 12 जनवरी को नेपाल घूमने गए थे। परिवार अब टकटकी लगाकर अपने बच्चों के शवों के आने का इंतजार कर रहे हैं। परिजन का कहना है, कि भारत सरकार कुछ भी करके हमारे बेटों के शव मंगवा दे। चारों दोस्तों के नाम सोनू जायसवाल, अनिल राजभर, अभिषेक कुशवाह और विशाल शर्मा हैं।
अनिल और सोनू बचपन के अच्छे दोस्त
सोनू के पिता रविंद्र जायसवाल ने बताते हैं, कि सोनू और अनिल बचपन के दोस्त थे। अनिल के घर की आर्थिक स्थिति कमजोर है, इसलिए सोनू उसको अपने साथ ही रखता था। दोनों हर जगह साथ ही जाते थे। अनिल हम लोगों की बहुत इज्जत करता था। हर सुख-दुख में साथ खड़ा रहता था।
पैसे उधार लेकर अनिल ने की थी 3 बहनों की शादी
सोनू हमेशा अनिल की मदद करता था। सोनू ने ही अनिल के लिए जन सेवा केंद्र खुलवाया था। तब से अनिल ही सोनू के टिकट और कागजात का काम देखता था। अनिल के पिता राम दरस बकरी पालन का काम करते थे। बाद में पान की गुमटी खोल ली। अनिल की 3 बहनें हैं। अनिल ने पैसे उधार देकर तीनों की शादी की थी।
अनिल के जाने के बाद अब पिता का बोझ बढ़ गया है। सोनू के पिता ने आगे बताया, कि वह हम लोगों से कहकर गया था, घर वापस आने के बाद अप्रैल में परिवार के साथ वैष्णो देवीजी के दर्शन करने चलेंगे। टिकट भी हो गया था। अब हम लोग उन टिकट क्या करें, जब वहां ले जाने वाला ही नहीं रहा।
मेहनत-मजूदरी से घर चला रहा था अभिषेक
अभिषेक के पिता चंद्रमा कुशवाहा ने बताया, कि मेरा बेटा सोनू को अनिल की वजह से जानता था। मेरे बेटे का स्वभाव बहुत अच्छा था। हम लोगों के घर की स्थिति बहुत अच्छी नहीं है, लेकिन अभिषेक दिन-रात मेहनत करके घर चला रहा था। बहनों की शादी में भी उसने बहुत सहयोग किया।
पहली बार प्लेन की यात्रा कर रहा था विशाल
विशाल के परिवार के लोगों का कहना है, बेटा पहली बार प्लेन में बैठा था और उसके साथ ये हादसा हो गया। वह घर का सबसे छोटा और सबसे लाडला था। जब से नौकरी शुरू की थी तब से घर संभाल रहा था।
नेपाल से दिल्ली, फिर गाजीपुर लाए जाएंगे शव
इस मामले में तहसीलदार जया सिंह ने बताया, कि यूपी के गाजीपुर के चारों युवकों के शवों की शिनाख्त हो गई है। सभी लोगों के शवों का पोस्टमॉर्टम काठमांडू में किया जाएगा। फिर शव दिल्ली भेजे जाएंगे। वहां से शवों को घर भेजा जाएगा।