UP News: पूजा पाल ने सपा से की बगावत, सीएम योगी को क्यों दिया रिटर्न गिफ्ट… कहा वो हैं मेरे भाई

राज्यसभा चुनाव 2024 में समाजवादी पार्टी के 7 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की। समाजवादी पार्टी को झटका लगा तो समाजवादियों ने आपा खो दिया। बीजेपी के पक्ष में वोट देने वाले सातों विधायकों को गद्दार बताते हुए समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने अपने-अपने क्षेत्र में पुतला फूंका।

कौशाम्बी के चायल विधान सभा सीट से विधायक पूजा पाल का भी चायल और प्रयागराज में पुतला फूंका गया। ऐसे में सवाल उठ रहा कि आखिरकार सपा विधायक पूजा पाल ने समाजवादी पार्टी से क्यों बगावत की? राजनीतिक दूरदर्शिता दिखाते हुए पार्टी बदलने की फिराक में हैं या कोई और खास वजह भी है।

योगी ने अतीक के आतंक का किया अंत

पति को न्याय दिलाने के लिए परेशान होती रही। अंतत: योगी सरकार ने अतीक और अशरफ के आतंक का अंत कर दिया। शहर पश्चिमी मेरी सीट रही है। 2007 के बाद से मैंने अतीक-अशरफ को वहां वापसी नहीं करने दी। अब योगी राज में आतंक का पूरी तरफ सफाया होने पर उन्होंने यह निर्णय लिया।

वह अब भाजपा में कब शामिल होंगी, इस सवाल पर उन्होंने चुप्पी साध ली। कहा कि अभी तो आभार जताया है, बस देखते जाइए। पूजा पाल कौशाम्बी जिले की चायल सीट से सपा की विधायक हैं। बसपा के पूर्व विधायक पति राजू पाल की हत्या के बाद वह राजनीति में आई थीं। राजू पाल की हत्या में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ नामजद हुए थे।

शादी के नौ दिन बाद हो गई थी राजू पाल की हत्या

बसपा विधायक राजू पाल के साथ पूजा पाल की शादी 16 जनवरी 2005 को हुई। शादी के नौ दिन बाद ही राजू पाल की सरेराह गोलियां बरसाकर हत्या कर दी गई। तब माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ और उसके गुर्गों ने बसपा विधायक राजू पाल को सरेआम गोलियों से भूनकर मौत के घाट उतार दिया था।

राजू पाल हत्याकांड में उनके दोस्त उमेश पाल मुख्य गवाह थे। 24 फरवरी 2023 को उमेश पाल की भी हत्या कर दी गई थी। उमेश पाल की सुरक्षा में लगे दो सिपाही भी हमले में शहीद हो गए थे। उधर, उमेश पाल की हत्या के कुछ महीने बाद ही अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की मोतीलाल नेहरू मंडलीय अस्पताल के गेट पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

बीजेपी में शामिल होंगी पूजा पाल!

समाजवादी पार्टी विधायक पूजा पाल के इस निर्णय के पीछे राजनीतिक दूरदर्शिता हो सकती है। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति उनकी कृतज्ञता भी हो सकती है। कुल मिलाकर पूजा पाल ने योगी आदित्यनाथ को रिटर्न गिफ्ट दिया है। राज्यसभा चुनाव में बीजेपी के पक्ष में वोटिंग करने को लेकर चायल विधायक पूजा पाल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि 25 जनवरी 2005 को विधायक राजू पाल की दिनदहाड़े हत्या की गई।

विधायक राजू पाल की हत्या ने मेरा जीवन बदल डाला। जीवन का एक मात्र उद्देश्य विधायक राजू पाल के हत्यारों को सजा, परिजनों और राजू पाल को चाहने वाली क्षेत्र की जनता को को न्याय दिलाना ही बचा। उन्होंने कहा कि विधायक राजू पाल के हत्यारे इतने बाहुबली थे कि लोग मेरे साथ खड़े होने में भी डरते थे।

Written By: Swati Singh 

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By Susheel Chaudhary

मेरे शब्द ही मेरा हथियार है, मुझे मेरे वतन से बेहद प्यार है, अपनी ज़िद पर आ जाऊं तो, देश की तरफ बढ़ते नापाक कदम तो क्या, आंधियों का रुख भी मोड़ सकता हूं ।