Manmohan Singh: प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह का आज 26 सितंबर को जन्मदिन है। मनमोहन सिंह 91 साल के हो गए हैं। मनमोहन सिंह देश के इकलौते सिख पीएम थे। डॉ. मनमोहन सिंह का जन्म 26 सितंबर 1932 को हुआ था। उन्होंने 1982-1985 तक भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर के रूप में कार्य किया और पीवी नरसिम्हा राव की सरकार में वित्त मंत्री थे। आज पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर देश के तमाम बड़े नेता उनको जन्मदिन की बधाई दे रहे हैं।
Manmohan Singh: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डॉ. मनमोहन सिंह को शुभकामनाएं दी हैं। पीएम मोदी ने एक्स, पूर्व ट्विटर पर पोस्ट किया, “पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह जी को जन्मदिन की शुभकामनाएं। मैं उनकी लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना करता हूं।”
Manmohan Singh: आजाद भारत के इतिहास में 3 ही ऐसे प्रधानमंत्री हुए हैं जिनका आजादी से पहले आज के पाकिस्तान में हुआ, लेकिन इनमें मनमोहन सिंह इकलौते ऐसे प्रधानमंत्री रहे हैं जिन्हें हिंदुस्तान की तकदीर बदलने का मौका कई बार मिला है। वह देश में सबसे लंबे वक्त तक काम करने वाले कुछ प्रधानमंत्रियों में भी शुमार रहे हैं। आखिर कैसे उन्होंने अपने मजबूत फैसलों से इस देश को तरक्की के रास्ते पर लाया, चलिए जानते हैं उनके जन्मदिन के मौके पर अपने जीवन के 90 बसंत देख चुके पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह आज भी राज्यसभा के सांसद हैं और हाल में देश की जनता ने उन्हें मोदी सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के दौरान देखा था।
Manmohan Singh: मनमोहन सिंह से पहले इंद्र कुमार गुजराल और गुलजारी लाल नंदा ही ऐसे पीएम रहे हैं जिनका जन्म आज के पाकिस्तान में हुआ, हालांकि दोनों को ही मनमोहन सिंह जितना लंबा कार्यकाल नहीं मिला।
Manmohan Singh: अगर मनमोहन सिंह के जीवन को देखा जाए, तो कई ऐसे मौके आए जब उन्होंने हिन्दुस्तान की तकदीर को बदलने वाले फैसले लिए, जब पीएम नरसिम्हा राव की सरकार में वह देश के वित्त मंत्री बने, तब उन्होंने 1991 का ऐतिहासिक बजट पेश किया. इस बजट ने देश में आर्थिक उदारीकरण की शुरुआत की। उनकी बनाई नीतियों का ही नतीजा है कि आज भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन पाया है।
Manmohan Singh: मनमोहन सिंह को राजनीति में लाने के पीछे पीवी नरसिम्हा राव का हाथ है. नरसिम्हा राव ने उन्हें अपनी सरकार में वित्तमंत्री बनाया. 1991 में वित्तमंत्री रहते हुए मनमोहन सिंह ने देश में उदारीकरण की शुरुआत की। देश को आर्थिक संकट से उबारने में मनमोहन सिंह का बड़ा हाथ रहा.हालांकि उन्हें राजनीति में आने का ऑफर काफी पहले मिला था। 1962 में पहली बार जवाहर लाल नेहरू ने उन्हें अपनी सरकार में शामिल होने का न्योता दिया था। लेकिन मनमोहन सिंह ने इसे स्वीकार नहीं किया। उस वक्त वो अमृतसर के कॉलेज में पढ़ा रहे थे और वो टीचिंग छोड़ने को तैयार नहीं हुए।
एक मजेदार बात ये है कि मनमोहन सिंह भले ही 26 सितंबर को अपना जन्मदिन मनाते हैं लेकिन ये दावे के साथ नहीं कहा जा सकता है कि उनका जन्म 26 सितंबर को ही हुआ है। दरअसल मनमोहन सिंह की जन्म की तारीख उनके परिवार में किसी को याद नहीं थी.बहुत ही कम उम्र में मनमोहन सिंह ने अपनी मां को खो दिया. उनकी देखभाल दादी ने की। जब पहली बार स्कूल में एडमिशन की बारी आई तो दादी ने मनमोहन सिंह के जन्म की तारीख 26 सितंबर लिखवाई, हालांकि उन्हें पक्के तौर पर मनमोहन सिंह की जन्म की तारीख याद नहीं थी। स्कूल के सर्टिफिकेट में चढ़ी जन्म की तारीख ही उनकी आधिकारिक जन्मतिथि हो गई।
Written By: Poline Barnard
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