रामनवमी पर हिंसा: गुजरात के हिम्मतनगर और खंभात शहरों में रविवार को रामनवमी के जुलूस के दौरान दो समुदायों के बीच सांप्रदायिक झड़प हो गई।झड़प के दौरान राम भक्तों और विशेष संप्रदाय के लोगों के बीच जमकर पत्थरवाजी हुई। उग्र भीड़ ने पुलिस पर भी पथराव कर दिया जिसके बाद पुलिस ने जबावी कार्यवाही करते हुए आंसू गैस के गोले दागे।
गौरतलब है कि खंभात में हुई सांप्रदायिक झड़प में एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि एक अन्य घायल हो गया। पूरे शहर में देर रात तक जमकर तांडव हुआ। बता दे कि खंभात शहर आणद जिले में पड़ता है जबकि हिम्मतनगर साबरकांठा जिले में है।
पुलिस अधीक्षक अजीत राज्यन ने कहा कि रविवार दोपहर को खंभात में रामनवमी जुलूस के दौरान दो समुदायों के बीच हुई पथराव की घटना के बाद घटनास्थल से लगभग 65 वर्षीय एक व्यक्ति का शव बरामद किया गया, जिसकी शिनाख्त नहीं हो सकी है। उन्होंने बताया कि इस घटना में एक अन्य व्यक्ति घायल हुआ जबकि उपद्रवियों ने कुछ दुकानों में आग लगा दी। अधिकारी ने कहा कि बाद में हालात को काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े गए।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि साबरकांठा जिले के हिम्मतनगर शहर के छपरिया इलाके में दोपहर बाद जब रामनवमी का जुलूस निकला तो दो समुदायों के लोगों ने एक दूसरे पर पथराव कर दिया। अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने हालात को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। बाद में स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए शहर के बाहर से अतिरिक्त पुलिस बल को बुलाया गया।
नियंत्रण कक्ष के एक अधिकारी ने बताया कि आणंद जिले के खंभात में रामनवमी जुलूस के दौरान झड़प हो गई, जिसमें पथराव किया गया तथा दो समूहों ने दुकानों और वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। भगवान राम के जन्मदिन के रूप में मनाए जाने वाले रामनवमी के अवसर पर जुलूस निकाला गया।
गुजरात के दो शहरों के अलावा, रामनवमी के जुलूस के दौरान मध्य प्रदेश के खरगौन शहर में उपद्रवियों ने जमकर हंगामा काटा। विशेष संप्रदाय के लागों ने भगवान राम के जन्मदिन के अवसर पर निकल रहे जुलूस में बज रहे डीजे को लेकर विवाद किया। और विवाद बढ़ने के बाद विशेष संप्रदाय के लोगों ने जमकर रामभक्तों पर पत्थर फेंके। इसके बाद रामभक्त और विशेष संप्रदाय के लोग आपस में भिड़ गए। पुलिस ने तुरंत मोर्चा संभाला और तालाब चौक, गौशाला मार्ग, मोतीपुरा, स्टेडियम के पीछे, टावर क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया।
सूत्रों के मुताबिक, रामनवमी में हुई हिंसा में एक पुलिस अधिकारी भी घायल हुए हैं। बताया ये भी जा रहा है कि, उपद्रवियों ने शीतला माता मंदिर में भी तोड़फोड़ की है। दावा ये भी किया जा रहा है कि खरगोन में अल्पसंख्यक बहुल इलाके में जुलूस पर पथराव किया गया है।
पश्चिम बंगाल के बांकुरा में रविवार को रामनवमी के जुलूस के विशेष संप्रदाय के लोगों ने जमकर हंगामा काटा। मचानताला पेट्रोल पंप मोड़ के पास स्थित मस्जिद के सामने से निकल रहे जुलूस पर हंगामें होने का आसार देखते हुए पुलिस ने जुलूस का रास्ता दूसरी तरफ मोड़ देने को कहा लेकिन जुलूस में शामिल लोगों ने इससे इनकार कर दिया। भारी तादाद में लोगों ने पुलिस के द्वारा की गई बैरिकेडिंग को तोड़ते हुए जुलूस निकालने की कोशिश की। पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो आरोप है कि भीड़ में से कुछ लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। इसके बाद पुलिस को जवाबी कार्रवाई करते हुए भीड़ को भगाने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। इस मामले में अभी तक 17 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
झारखंड के लोहरदगा जिले के हिरही भोक्ता बगीचा इलाके के पास रामनवमी की शोभायात्रा पर पथराव और जुलूस में शामिल लोगों पर धारदार हथियारों से किये गए हमले में दर्जनों लोग घायल हो गये, जिससे पूरे जिले में तनाव फैल गया। हालात को देखते हुए इलाके में भारी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गयी है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि लोहरदगा में कुजरा की ओर से रामनवमी की शोभायात्रा आ रही थी तभी कब्रिस्तान के पास दूसरे समुदाय के कुछ लोगों ने नारेबाजी नहीं करने के लिये कहा, लेकिन जब तक कोई कुछ समझ पाता कुछ शोभायात्रा में शामिल लोगों पर पथराव शुरू हो गया, जिसमें अनेक लोग घायल हो गए।
रामनवमी पर हिंसा: AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने भगवान राम के जन्मदिन के रूप में मनाए जाने वाली रामनवमी के अवसर पर निकाले गए जुलूस के दौरान हुई हिंसा के बाद बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने अपने ट्वीट में हाल ही में अलग-अलग राज्यों में हुई हिंसा का जिक्र किया।
ओवैसा ने कहा, ‘अभी पिछले कुछ दिनों में पुलिस के आशीर्वाद से हिंदुत्व की भीड़ ने कम से कम इन जगहों पर हिंसा को भड़काया। राजस्थान के करौली, खंबाटा और हिम्मतनगर, गुजरात में एक मकबरे में आग लगा दी गई, खरगोन, मध्य प्रदेश। कर्नाटक में गुलबर्गा, रायचूर, कोलार, धारवाड़। वैशाली और मुजफ्फरपुर, बिहार। सीतापुर, उत्तर प्रदेश। इस्लामपुरा, गोवा। धर्म गुरुओं के मुसलमानों के खिलाफ नरसंहार और बलात्कारी बातों का उल्लेख नहीं करना। कई जगहों पर मुसलमानों के खिलाफ नफरत भरे भाषण देने के लिए रामनवमी यात्राओं का इस्तेमाल किया गया।
आप को बता दे कि ओवैसी ने इससे पहले करौली में हुई हिंसा में बीजेपी और राजस्थान पुलिस पर जमकर निशाना साधते हुए कहा था कि पुलिस के संरक्षण में हिंदू हिंसा कर रहे है। जबकि औवैसी साहब बीजेपी पर हमला करते हुए ये भी भूल गए कि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है और अशोक गहलोत राजस्थान के माननीय मुख्यमंत्री है।
ED: यूट्यूबर एल्विश यादव सांप तस्करी केस के बाद एक बार फिर मुश्किल में आ…
IPL 2024:इंडियन प्रीमियर लीग 2024 का 52 वां मुकाबला रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और गुजरात टाइटंस…
IPL 2024:इंडियन प्रीमियर लीग 2024 का 51 वां मुकाबला मुंबई इंडियंस और कोलकाता नाइट राइडर्स…
2024 Lok Sabha Election:प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी और सोनिया गाँधी पर…
नामांकन के आखिरी दिन कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश की रायबरेली और अमेठी लोकसभा सीट पर…
IPL 2024:इंडियन प्रीमियर लीग 2024 का 50 वां मुकाबला सनराइजर्स हैदराबाद और राजस्थान रॉयल्स के…