Target Killing: जम्मू कश्मीर में टारगेट किलिंग का सिलसिला रूकने का नाम ही नहीं ले रहा है। आतंकी चुन-चुन कर कश्मीरी पंडितों को मार रहे है और अब दहसतगर्दों ने कश्मीरी पंडितों की हत्या के साथ ही अब वो बाहर से आए हिंदू मजदूरों को भी चुन-चुन कर मार रहे हैं। जिससे आतंकी चाहते है कि बाहर से आए लोग डर के मारे कश्मीर से पलायन कर जाएं। शोपियां में आतंकियो ने फिर दो मजदूरों की हत्या कर दी। उन पर ग्रेनेड से हमला कर दिया जिससे वो गंभीररूप से घायल हो गए उसके बाद उनकी मौत हो गयी।
Target Killing: आपको बता दें कि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमले के वक्त दोनों मजदूर टिन शेड में सो रहे थे और इसी दौरान आतंकियों ने उन पर ग्रेनेड से हमला कर दिया था। दोनों प्रवासी मजदूर यूपी कन्नौज के रहने वाले मनीष कुमार और राम सागर थे।पुलिस ने आतंकियों को ढूंढने के लिए सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। पुलिस जगह-जगह नाकेबंदी करके तलाशी अभियान चला रही है।
Target Killing: वहीं कश्मीर जोन के एडीजीपी विजय कुमार ने मीडिया को बताया कि प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर–ए–तैयबा का हाइब्रिड आतंकी इमरान बशीर गनी था। जिसने, इन मजदूरों पर ग्रेनेड फेंका था। शोपियां पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच कर छापेमारी चल रही है।
Target Killing: वहीं जम्मू-कश्मीर के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सुरक्षाबलों ने आज कड़ी मेहनत से एक बार फिर कश्मीर में शांति बहाल की। लेकिन ऐसी घटनाओं से प्रयास बाधित होंगे। इन मुद्दों को गंभीरता से लिया जाना चाहिए ताकि कोई भी इस तरह की घटनाओं को अंजाम न दे। सर्च ऑपरेशन कर ऐसे लोगों को ढूंढ़ना चाहिए।
वहीं अब शोपियां में हुए दोनों मजदूरों की हत्या को लेकर यूपी के डिप्टी सीएम
ब्रजेश पाठक ने कहा कि “यह बहुत दुखद है। हमारी सरकार लगातार आतंकवादियों की सफाई के लिए काम कर रही है। हर स्थिति में हम उनको मुहतोड़ जवाब देंगे। सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है।”
गौरतलब है कि गत शनिवार को जिला शोपियां के चौधरी गुंड इलाके में आतंकियों ने कश्मीरी पंडित पूरण कृष्ण भट को उस समय गोली मार कर लहूलुहान कर दिया जब वह अपने बाग की ओर जा रहे थे। हमले को अंजाम देकर आतंकी फरार हो गए।
वहीं, घायल पूरण भट को तुरंत पास के अस्पताल ले जाया गया है, लेकिन उन्होंने दम तोड़ दिया। प्रशासन के अनुसार, पूरण कृष्ण भट शोपियां के चौधरी गुंड इलाके के स्थायी निवासी थे और 1989 से लेकर अब तक कश्मीरी पंडितों पर कहर बरपाया जा रहा है।
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