Dev Diwali 2022: धूम-धाम से देव दिवाली मना रहे है लोग, सीएम योगी ने भी दी बधाई

DEV DIWALI 2022

Dev Diwali 2022: आज सोमवार 7 नवंबर को बड़ी धूम-धाम से देव दिवाली मनाई जा रही हैं। देव दिवाली हर साल कार्तिक मास पूर्णिमा तिथि को मनाई जाती है। इस दिन को त्रिपुरोत्सव और त्रिपुरारी पूर्णिमा, कार्तिक पूर्णिमा और देव दिवाली के नाम से भी जाना जाता है। लेकिन इस बार एक सहयोग ये भी है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन ही चंद्र ग्रहण भी पड़ रहा है ऐसे में लोगों के मन में देव दिवाली या देव दीपावली की डेट को लेकर संशय बरकरारा है कि देव दिवाली 2022 कब मनानी है तो, आपको बता दें कि देव दिवाली 2022 आज यानी 7 नवंबर, 2022, दिन सोमवार को मनाई जा रही है।

Dev Diwali 2022: सीएम योगी आदित्यनाथ ने दीप दिवाली की बधाई

उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने लोगों को देव दिवाली की बधाई देते हुए कहा कि ‘देव-दीपावली’ की समस्त प्रदेश वासियों व श्रद्धालुओं को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं! और साथ ही ये भी कहा कि बाबा विश्वनाथ की पावन धरा पर मनाया जाने वाला यह महापर्व सभी श्रद्धालुओं के जीवन को सुख-समृद्धि तथा आरोग्यता के आशीर्वाद से अभिसिंचित करे, यही कामना है।

देव दीवाली के दिन वनारस में सीएम योगी रहेंगे मौजूद

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ काशी की सांस्कृतिक विरासत की पहचान बने देव दीपावली (कार्तिक पूर्णिमा) उत्सव पर गंगा के गले में चंद्रहार की तरह सजे घाटों की अद्भुत छटा निहारेंगे। गंगा घाटों के साथ गंगा पार रेती भी दीपों से जगमग होगी। इस दौरान गंगा के दोनों किनारों पर लाखों दीप जलेंगे।

जानें देव दिवाली 2022 पूजा का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि समेत सभी महत्वपूर्ण जानकारी…

देव दिवाली इस बार सोमवार को पड़ी है आर सोमवार देवों के देव महादेव को अतिप्रिय है तो आज के दिन का नहत्व और भी बड़ जाता है। वैसे तो, देव दीपावली कार्तिक पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है लेकिन, इस बार 8 नवंबर को चंद्र ग्रहण लगने के कारण देव दीपावली या देव दिवाली 7 नवंबर को पूर्णिमा तिथि प्रारंभ के समय ही मनाई जा रही है।

Dev Diwali 2022: देव दिवाली शुभ मुहूर्त

• पूर्णिमा तिथि प्रारंभ- 07 नवंबर शाम 04 बजकर 15 मिनट से शुरू
• पूर्णिमा तिथि समाप्त- 8 नवंबर शाम 04 बजकर 31 मिनट पर समाप्त
• देव दिवाली पूजा का शुभ मुहूर्त- शाम 05 बजकर 14 मिनट से शाम 07 बजकर 49 मिनट तक
• शुभ मुहूर्त कुल अवधि- पूजा की कुल अवधि 2 घंटे 32 मिनट

देव दिवाली 2022 शुभ योग

• देव दिवाली 2022 पर इस बार अभिजीत मुहूर्त व रवि योग समेत कई शुभ मुहूर्त बन रहे हैं।
• ब्रह्म मुहूर्त- 04:53 ए एम से 05:45 ए एम
• अभिजित मुहूर्त- 11:43 ए एम से 12:26 पी एम
• विजय मुहूर्त- 01:54 पी एम से 02:37 पी एम
• गोधूलि मुहूर्त- 05:32 पी एम से 05:58 पी एम
• अमृत काल- 05:15 पी एम से 06:54 पी एम
• रवि योग- 06:37 ए एम से 12:37 ए एम, नवम्बर 08

देव दिवाली पूजा विधि, नियम, उपाय

• देव दिवाली के दिन दान-पुण्य जरूर करें। यदि पवित्र नदियों में स्नान न कर पाएं तो पवित्र नदियों के जल को पानी में मिलाकर स्नान कर लें।

• मिट्टी या आटे का दीया ले कर उसमें घी या तेल डाल दें। इसमें मौली की बाती बना कर लगा दें और इसके बाद इसमें 7 लौंग डालें और 11 बार ‘ऊं हीं श्रीं लक्ष्मीभयो नम:’ का जाप कर लें और इसके बाद दीया मुख्यद्वार के गेट पर पूर्व दिशा में रख दें। ध्यान रहे कि दीया जब भी रखें उसके बाद कम से कम ये चार बजे तक जरूर जले।

• एक आटे या मि्टटी का दीपक लें और इसमें तेल या घी कुछ भी डाल लें। इसके बाद इस दीपक में 7 लौंग डाल दें और ध्यान रहे दीपक केवल मिट्टी या आटे का ही होना चाहिए।

• 5 दिवसीय उत्सव देवोत्थान एकादशी से शुरू होता है और कार्तिक पूर्णिमा के दिन समाप्त होता है।

• कार्तिक पूर्णिमा के दिन लोग कार्तिक स्नान करते हैं, खासतौर पर भक्त पवित्र गंगा नदी में स्नान करने देश के कोने-कोने से पहुंचते हैं।

• इस दिन शाम को तेल से दीप जलाकर गंगा नदी में प्रवाहित किया जाता है।

• शाम को दशमेश्वर घाट पर भव्य गंगा आरती की होती है. इस वक्त हजारों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित होते हैं।

• गंगा आरती के दौरान भजन-कीर्तन, लयबद्ध ढोल-नगाड़ा, शंख बजाये जाते हैं।

देव दिवाली मंत्र

ॐ नम: शिवाय’, ॐ हौं जूं सः, ॐ भूर्भुवः स्वः, ॐ त्र्यम्बेकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धूनान् मृत्योवर्मुक्षीय मामृतात्, ॐ स्वः भुवः भूः, ॐ सः जूं हौं ॐ.

देव दिवाली पर दीपदान का महत्व

देव दिवाली पर दीपदान का विशेष महत्व है और ऐसी धार्मिक मान्यता है कि इस दिन किसी पवित्र नदी में स्नान करने व दीपदान करने से व्यक्ति को पापों से मुक्ति मिलती है। घर में सुख-समृद्धि का वास होता है। जीवन में सकारात्मकता का संचार होता है और खुशहाली आती है।

By Atul Sharma

बेबाक लिखती है मेरी कलम, देशद्रोहियों की लेती है अच्छे से खबर, मेरी कलम ही मेरी पहचान है।