Loksabha Election 2024: ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को झटका लग गया है। बता दें कि भारत जोड़ो यात्रा का मकसद था कि विपक्ष को आगामी लोकसभा चुनाव के लिए एकजुट किया जा सके लेकिन लगता है कि अब राहुल गांधी का सपना चकनाचूर हो गया है। राजनीति का हब कहे जाने वाले यूपी में राहुल का विपक्ष को एकजुट करने के सपने को चकनाचूर करने का श्रेय, एक बार फिर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा प्रमुख मायवती ने अपने कंधों पर उठा लिया है। जब ही तो उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा और कांग्रेस से किनारा कर लिया है।
Loksabha Election 2024: बात करे विपक्ष को एकजुट करने की कांग्रेस की मुहिम को अखिलेश और मायवती ने एकसाथ झटका दे दिया है। मध्य प्रदेश के सपा प्रमुख रामायण सिंह पटेल ने विधानसभा चुनावों को लेकर बड़ा बयान दे दिया है। पटेल ने कहा कि “सपा प्रमुख अखिलेश यादव अप्रैल महीने में एमपी का दौरा करेंगे और 14 अप्रैल को अखिलेश महू से चुनावी शंखनाद करेंगे। सपा एमपी की सभी 230 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी।”
Loksabha Election 2024: बसपा प्रमुख मायावती रविवार (15 जनवरी) को जन्मदिन पर मीडिया से बात करते हुए गठबंधन को लेकर बड़ा एलान किया उन्होंने कहा कि “2023 में कर्नाटक, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ के राज्य विधानसभा और अगले वर्ष देश के लोकसभा चुनाव में बसपा किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन करके चुनाव नहीं लड़ेगी बल्कि अकेले अपने बलबूते पर यह सभी चुनाव लड़ेगी. कांग्रेस और कुछ अन्य दल षड्यंत्र के तहत बसपा से गठबंधन की बात जानबूझकर फैलाकर भ्रम पैदा कर रहे हैं।”
Loksabha Election 2024: अखिलेश और मायवती के इन फैसलों से स्पष्ट हो गया कि आगामी चुनावों में कांग्रेस और राहुल गांधी को विपक्ष का साथ नहीं मिलेगा। इस वजह से बीजेपी को एक बार फिर बिखरे हुए विपक्ष के खिलाफ चुनाव में सफलता मिल सकती है।
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