UP News: भारत सरकार रोहिंग्याओं को देश से बाहर करने की मंशा पहले ही जता चुकी है लेकिन अभी तक समस्या जस की तस बनी हुई है। नागरिक संसोधन बिल 2019 की चर्चा के दौरान ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कह दिया था कि भारत रोहिंग्याओं को कभी स्वीकार नहीं करेगा। सरकार रोहिंग्या मुसलमानों को देश की सुरक्षा के लिए खतरा बताती आई है।
आपको बता दे कि कई सालों से रोहिंग्या म्यांमार छोड़ भारत में पलायन कर रहे है। झोपड़ियों में रह रहे रोहिंग्या के खिलाफ यूपी सरकार ने सख्त कार्रवाही की है। तो वहीं दिल्ली में रोहिंग्याओं की मेहमान नमाजी की जा रही है। यूपी में ATS की टीम इस मामले में जांच कर रही है। यूपी में ATS की टीम ने अलग-अलग शहरों से 74 रोहिंग्या मुस्लमानों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार हुए रोहिंग्याओं में महिलाएं और बच्चे भी शामिल है। यह अवैध रूप से बांग्लादेश का बोर्डर क्रोस कर भारत में आए थे और यहां अब झोपड़-झुगी में रह रहे है।
यूपी में रोहिंग्याओं के खिलाफ ATS की सख्त कार्रवाई
UP News: आपको यह भी बता दे कि रोहिंग्या मुसलमानों की पहली गिरफ्तारी मथुरा के जैत क्षेत्र में अलहपुर और कोटा गांव के बीच बड़ी मात्रा में रोहिंग्या झोपड़ी बनाकर रह रहे है। वहीं दूसरी तरफ इस मामले की जांच कर रही ATS की टीम ने मथुरा पुलिस के साथ टीम बनाई है। ATS की टीम ने आगरा-दिल्ली नेशनल हाईवे पर अलहपुर गांव के सामने बनी झुग्गी-झोपड़ियों पर पहुंची और छानबीन शुरू कर दी। टीम ने रात में करीब 2 बजे पहले सभी के कागज चेक किए और 8 घंटे तक चली कार्रवाई में टीम ने 29 पुरूषों को और साथ ही 2 महिलाओं को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया।
हापुड़ से भी रोहिंग्याओं के गिरफ्तारी का मामला सामने आया है। जहां ATS की टीम ने हापुड़ के धौलाना में भी छापा मारा है। टीम ने खिचरा गांव में आस-पास अलग-अलग फैक्ट्री में काम कर रहे 16 रोहिंग्या मुसलमानों को गिरफ्तार किया। हापुड़ पुलिस ने बताया कि खिचरा गांव में गिरफ्तार हुए रोहिंग्यों से पूछताछ की जा रही है और उनके दस्तावेज भी खंगाले जा रहे है।
मथुरा, हापुड़ समेत अब अलीगढ़ में भी टीम ने छापा मारा है। ATS की लोकल टीम ने और पुलिस की संयुक्त टीम ने छापेमारी करते हुए कोतवाली थाना क्षेत्र के ऊपरकोट इलाके से 17 रोहिंग्या मुसलमानों को गिरफ्तार किया है। 17 गिरफ्तार रोहिंग्या में 7 पुरूष जबकि 10 महिलाएं है और इनके साथ 8 बच्चे भी है। इसी के साथ जांच करते समय इनके पास कोई भी वैध दस्तावेज नहीं मिला है। इसके बाद पुलिस ने सभी आरोपियों को विदेश अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया है और अब इनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर लिया है।
74 रोहिंग्या क्यों हुए गिरफ्तार?
UP News: पुलिस के पूछताछ करने पर यह पता चला कि इनके पास कोई वैध दस्तावेज नहीं है और यह म्यांमार के रहने वाले रोहिंग्या मुसलमान है। यह सभी आरोपी अलीगढ़ में अवैध रूप से रह रहे थे और वहां मजदूरी कर रहे थे। पुलिस को मुखबिर से इस मामले की सूचना मिली थी, जिसके बाद ATS और पुलिस की संयुक्त रूप से इन आरोपियों को गुरफतार कर लिया।
ATS ने यूपी से 74 रोहिंग्या को गिरफ्तार किया है। सहारनपुर से दो, मेरठ से दो पुरूष, एक नाबालिग और एक महिला, हापुड़ से 12 पुरूष, एक महिला, अलीगढ़ से 7 पुरूष, 10 महिला, मथुरा से 29 पुरूष और दो महिला को गिरफ्तार किया है।
The Uttar Pradesh Police's ATS has arrested 74 Rohingya from Saharanpur, Meerut, Hapur, Ghaziabad, Aligarh & Mathura. All of them were living illegally. pic.twitter.com/ywd8VuylGo
— Rishi Bagree (@rishibagree) July 24, 2023
कौन है रोहिंग्या?
UP News: चलिए आपको बताते है कि रोहिंग्या कौन है। रोहिंग्या एक स्टेटलेस या राज्यविहीन जातीय समूह है। ये इस्लाम को मानते है और म्यांमार के रखाइन प्रांत से आते है। साल 1982 में बौद्ध देश म्यांमार ने रोहिंग्या से उनकी नागरिता छीन ली थी। रोहिंग्या से शिक्षा, सरकारी नौकरी समेत कई अधिकारों को उन्हें अलग कर दिया। तब से अब तक म्यांमार में रोहिंग्या के खिलाफ हिंसा जारी है। साल 2017 में रोहिंग्या के नरसंहार से पहले म्यांमार में रोहिंग्या की कुल आबादी 14 लाख थी।
साल 2015 में 9 लाख से ज्यादा रोहिंग्या शरणर्थी बन चुके थे। बांग्लादेश और भारत समेत आस-पास के देशों में पलायन कर चुके थे। बांग्लादेश में रहने वाले रोहिंग्या की संख्या 13 लाख से ज्यादा है।
रोहिंग्या के खिलाफ यूपी बनाम दिल्ली सरकार
UP News: चलिए नजर डालते है आप सरकार पर कि कैसे दिल्ली में रह रहे रोहिंग्या की मेहमान नवाजी हो रही है। केजरीवाल को रोहिंग्याओं के रहने से कोई भी आपत्ति नहीं है, उनकी सरकार को बिल्कुल भी फर्क नहीं पड़ रहा है कि वह लोग अवैध रूप से दिल्ली में अपना डेरा जमाकर रह रहे है। वहीं दूसरी तरफ यूपी के मुख्यमंत्री ने रोहिंग्याओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। यूपी में ATS की टीम ने पहले मथुरा, हापुड़ और फिर अलीगढ़ में छापा मारा। उनके दस्तावेजों को खंगाला और इसी के साथ यूपी में अवैध रुप से रह रहे 74 रोहिंग्याओं को गिरफ्तार कर लिया।
लेकिन सवाल यह उठता है कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार इस मामले में चुपी साधे क्यों बैठी है? इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई क्यों नहीं कर रही? वैसे केजरीवाल केहते है कि मोदी सरकार दिल्ली में उनकी सरकार को काम नहीं करने देती। जब रोहिंग्याओं के खिलाफ योगी और मोदी इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करते है तो केजरीवाल कााफी परेशान हो जाते है। जब भी मौका मिलता है वो रोहिंगओं की मेहमान नवाजी मे लग जातो है। सुरक्षा और आर्थिक रूप से रोहिंग्या भारत के लिए खतरनाक है।
Written By: Nyasha Jain
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