Haryana Band: कुरुक्षेत्र में दिल्ली-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे जाम पर पिछले 24 घंटे से किसानों धरना जारी है। किसानों कि मांग है कि जो किसान जेल में बंद है उनको तुरंत रिहा किया जाए। हरियाणा सरकार को चेतावनी देते हुए किसान नेताओं ने कहा कि “अगर सरकार ने हमारी बात नहीं मानी तो हम दिल्ली की लाइफ लाइन को रोक देंगे।”
Haryana Band: हरियाणा के कुरुक्षेत्र में किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि “हम वहीं मांग कर रहे हैं जो प्रधानमंत्री ने MSP पर घोषित किया था लेकिन हरियाणा के CM इसे राज्य में लागू नहीं कर रहे हैं। हाईवे जाम करने की बात कहकर किसानों को बदनाम किया जा रहा है। किसानों को संघर्ष के लिए तैयार रहना चाहिए।”
राकेश टिकैत: सरकार पर लगया किसान आंदोलन को कमजोर करने का आरोप
इससे पहले ट्विटर के को-फाउंडर और पूर्व CEO जैक डोर्सी के बयान पर किसान नेता राकेश टिकैत ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “उस समय भी हमें जानकारी थी कि किसान आंदोलन की जितनी पहुंच फेसबुक और ट्वीटर पर आनी चाहिए वो नहीं आ रही थी। ये(सरकार) स्थानीय स्तर पर इसे रोकने का प्रयास करते थे। इसका(ट्वीटर) जो मालिक था उसने अब स्पष्ट कहा है। उसने(जैक डोर्सी) ठीक कहा है, भारत सरकार ने प्रयास किए होंगे।”
#WATCH उस समय भी हमें जानकारी थी कि किसान आंदोलन की जितनी पहुंच फेसबुक और ट्वीटर पर आनी चाहिए वो नहीं आ रही थी। ये(सरकार) स्थानीय स्तर पर इसे रोकने का प्रयास करते थे। इसका(ट्वीटर) जो मालिक था उसने अब स्पष्ट कहा है। उसने(जैक डोर्सी) ठीक कहा है, भारत सरकार ने प्रयास किए होंगे:… pic.twitter.com/8KrH9cijvL
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 13, 2023
Haryana Band: नेशनल हाईवे पर किसानों का आंदोलन जारी
आपको बता दें कि कुरुक्षेत्र में रातभर नेशनल हाईवे पर किसानों का पड़ाव रहा। जिससे राहगीरों को भी भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। सूरजमुखी की खरीद एमएसपी पर किए जाने व जेल में बंद किसानों को रिहा करने की मांग को लेकर किसानों का आंदोलन जारी है।
प्रशासन के साथ बैठक रही बेनतीजा
Haryana Band: चार घंटे से ज्यादा समय तक प्रशासन के साथ चली किसानों की बैठक बेनतीजा रही। अब किसान नए सिरे से रणनीति बनाने में जुट गए हैं। संयुक्त किसान मोर्चा व भारतीय किसान यूनियन के नेताओं की अलग-अलग बैठकें चल रहीं। अब आंदोलन की कमान कौन संभालेगा इसी पर मंथन किया जा रहा है।
क्या है मामला?
Haryana Band: गौरतलब है कि हरियाणा सरकार ने ऐलान किया था कि सरकार सूरजमुखी को भावांतर योजना के तहत ही खरीद करेगी। हालांकि, सूरजमुखी को मार्केट रेट पर खरीद की बात हुई थी। सरकार की तरफ से कहा गया था कि अगर किसान को नुकसान होगा तो सरकार उस भरपाई सरकार करेगी हुए नुकसान की भरपाई सरकार करेगी। किसानों को उनकी ये बात पसंद नहीं आयी और यहीं से किसान और हरियाणा सरकार के बीच विवाद शुरू हो गया। सरकार से किसान लगातार मांग कर रहे है कि सूरजमुखी को एमएसपी (MSP) पर ही खरीदा जाए।
Haryana Band: इसको लेकर सरकार से किसानों की बातचीत हुई थी, लेकिन वह विफल रही। इसके बाद 6 जून को किसानों ने जम्मू-दिल्ली नेशनल हाईवे को जाम कर दिया था। किसान नहीं माने तो पुलिस ने जमकर लाठीचार्ज भी किया था। किसान नेता गुरनाम चढ़ूनी समेत 150 नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया था और साथ ही 700 किसानों पर केस दर्ज किए गए थे।
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