Maharashtra Politics: महाराष्ट्र की राजनीति में कुछ दिनों से हलचल चल रही थी आज स्पीकर के फैसले के साथ ही पटाक्षेप हो गया। फैसला आते ही एकनाथ शिंदे गुट के कार्यालय में जश्न मनाया गया। महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने एकनाथ शिंदे की अयोग्यता पर फैसला लेते हुए कहा कि “एकनाथ शिंदे पार्टी के वैध नेता बने रहेंगे सीएम …”
स्पीकर राहुल नार्वेकर:शिवसेना का शिंदे गुट ही असली शिवसेना
महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने “शिवसेना का शिंदे गुट ही असली शिवसेना है। शिंदे गुट को 37 विधायकों का समर्थन हासिल है। महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने कहा, “21 जून 2022 को जब प्रतिद्वंद्वी गुट बना तब शिंदे गुट ही असली शिवसेना राजनीतिक दल था।”
स्पीकर राहुल नार्वेकर: शिंदे को सस्पेंड करने की शक्ति उद्धव के पास है ही नहीं…
Maharashtra Politics: ‘दोनो गुटों की ओर से पार्टी का संविधान पेश किया गया वह अलग अलग है। चुनाव आयोग के पास 1999 का शिवसेना का संविधान है। और इसे ही हम मानेंगे। शिवसेना के असली संविधान में पक्ष प्रमुख का जिक्र नहीं। उद्धव ठाकरे किसी को पार्टी से नहीं निकाल सकते। शिंदे को सस्पेंड करने की शक्ति उद्धव के पास नहीं थी। राष्ट्रीय कार्यकारिणी ही किसी को हटा सकती है।’
स्पीकर राहुल नार्वेकर:1999 के संविधान को ध्यान में रखकर लिया फैसला
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने कहा, “शिवसेना के 2018 संशोधित संविधान को वैध नहीं माना जा सकता क्योंकि यह भारत के चुनाव आयोग के रिकॉर्ड में नहीं है…रिकॉर्ड के अनुसार, मैंने वैध संविधान के रूप में शिव सेना के 1999 के संविधान को ध्यान में रखा है…”
क्या है शिवसेना (साल 1999) का संविधान?
स्पीकर ने फैसला सुनाते हुए कहा कि “शिवसेना के दोनों ही गुटों ने पार्टी का अलग-अलग संविधान पेश किया। चुनाव आयोग के पास 1999 का शिवसेना का संविधान है और इसे ही हम मानेंगे। इस संविधान में शिवसेना के प्रमुख का जिक्र ही नहीं है। इसका अर्थ ये है कि उद्धव ठाकरे के पास ये अधिकार ही नहीं है कि वो किसी को पार्टी से नहीं निकाल सकें। शिंदे को सस्पेंड करने की शक्ति उद्धव के पास नहीं थी। राष्ट्रीय कार्यकारिणी ही किसी को हटा सकती है।”
सांसद प्रियंका चतुवेर्दी: वही होता है जो मंजूर-ए-नरेंद्र मोदी…
शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुवेर्दी ने कहा, “मैं बिल्कुल भी आश्चर्यचकित नहीं हूं। हमने सुना था ‘वही होता है जो मंजूर-ए-खुदा’ होता है’…2014 के बाद एक नई परंपरा शुरू हुई है ‘वही होता है जो मंजूर-ए-नरेंद्र मोदी और अमित शाह होता है’। यही हम महाराष्ट्र में होते हुए देख रहे हैं…जिस चीज़ को सुप्रीम कोर्ट ने ‘अवैध’ और ‘असंवैधानिक’ कहा था, उसे वैध करने का काम हो रहा है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है…”
#WATCH दिल्ली: शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुवेर्दी ने कहा, “मैं बिल्कुल भी आश्चर्यचकित नहीं हूं। हमने सुना था ‘वही होता है जो मंजूर-ए-खुदा’ होता है’…2014 के बाद एक नई परंपरा शुरू हुई है ‘वही होता है जो मंजूर-ए-नरेंद्र मोदी और अमित शाह होता है’। यही हम महाराष्ट्र में होते… https://t.co/hnYggROLxK pic.twitter.com/Mgf0Qe636N
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 10, 2024
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