लोकसभा चुनाव अब कुछ महीने ही दूर है, इस बीच कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने रायबरेली की जनता से कहा है कि वे आगामी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी। वहीं दूसरी तरफ उन्होंने कल यानि 14 फरवरी 2024 को राजस्थान से राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया।
रायबरेली की जनता मेरे मन-प्राण में बसती है
आपको बता दे कि साल 1999 से सोनिया गांधी लोकसभा सदस्य है और साल 2004 से लगातार यूपी के रायबरेली का प्रतिनिधित्व करती आई है और अब खबर ये आ रही है कि सोनिया गांधी ने रायबरेली की जनता के लिए भावुक पत्र लिखकर कहा है कि मैं स्वास्थ्य और बढ़ती उम्र के चलते आगामी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ूंगी। राजनीतिक जीवन को लेकर उन्होंने रायबरेली की जनता को आभार व्यक्त किया। उन्होंने आगे कहा कि भले ही अब आगे सीधे तौर पर रायबरेली का प्रतिनिधित्व ना करूं, लेकिन वहां की जनता मेरे मन-प्राण में बसती है और हमेशा साथ रहेगी।
गांधी परिवार का यूपी से नहीं रहा कोई नाता
कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजस्थान से राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने पर भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, “इस नामांकन के साथ एक बात स्पष्ट है कि गांधी परिवार का औपचारिक रूप से उत्तर प्रदेश के साथ अब कोई भी रिश्ता बचा नहीं है। उन्होंने इसे खत्म कर दिया है। उत्तर प्रदेश ने उनके परिवार को राजनीतिक रूप से पोषित किया। पहले वे अमेठी हारे और अब उनको हवा का रूख पता चल गया है कि अब शायद रायबरेली में भी वे सीट हारने वाले हैं। उससे पहले उन्होंने उत्तर प्रदेश से अपने सारे रिश्ते नाते तोड़ दिए।”
दिल्ली: कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजस्थान से राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने पर भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, "इस नामांकन के साथ एक बात स्पष्ट है कि गांधी परिवार का औपचारिक रूप से उत्तर प्रदेश के साथ अब कोई भी रिश्ता बचा नहीं है। उन्होंने इसे… pic.twitter.com/fYxlrMdGzF
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 15, 2024
सोनिया गांधी: दिल्ली में मेरा परिवार अधूरा…
उन्होंने आगे पत्र में लिखा कि दिल्ली में मेरा परिवार अधूरा है, लेकिन रायबरेली आकर आप लोगों से मिलकर वे परिवार पूरा होता है। ये नेह-नाता बहुत पुराना है। वहीं रायबरेली के साथ हमारे परिवार का रिश्ता बहुत गहरा है। देश आजाद होने के बाद हुए पहले लोकसभा चुनाव में आप लोगों की वजह से मेरे ससुर फिरोज गांधी यहां से जीते थे। उनके बाद मेरी सास इंदिरा गांधी को आप लोगों ने अपना बना लिया और तब से अब तक ये सिलसिला जारी रहा और ये सिलसिला जिंदगी के उतार-चढ़ाव और मुश्किल भरे रास्तों पर आपके प्यार और जोश के साथ बढ़ता गया।
मेरे सास-ससुर के बाद आप लोगों ने मुझे इस रोशन रास्ते पर चलने की जगह दी। सास और जीवनसाथी को हमेशा के लिए खोकर मैं आपके पास आई और आपने अपना आंचल मेरे लिए फैला दिया। सोनिया गांधी ने रायबरेली के लोगों का आभार व्यक्त करते हुए कि आज मैं जो कुछ भी हूं, आपकी बदौलत हूं और इस भरोसे को निभाने के लिए मैंने पूरी कोशिश की।
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