Delhi JNU Vivad: ब्राह्मण विवाद के बाद हिंदू रक्षा दल ने भी लगाए गेट पर ‘कम्युनिस्टों भारत छोड़ो’ वाले पोस्टर

Delhi JNU Vivad

Delhi JNU Vivad: दिल्ली की सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी जेएनयू जिसकी ख्याति की बात की जाए तो दुनिया की चुनिंदा यूनिवर्सिटियों में शामिल हैं। लेकिन, जेएनयू पढ़ाई के अलावा विवादों से भी अक्सर रहता है और उसका विवादों से पुराना नाता है। राष्ट्रविरोधी और टुकड़े-टुकड़े वाला गैंग कोई न कोई ऐसा विवाद पैदा कर देता है कि देश में और राजनीतिक सियासत में हड़कंप मच जाता है। चाहे पहले के कई राष्ट्रविरोधी विवाद रहे है।

आपको याद होगा कि अभी कुछ ही वक्त पहले कन्हैया कुमार और उमर खालिद जैसे टुकड़े-टुकड़े गैंग के नेता राष्ट्र को नीचा दिखाने का कोई भी मौका नहीं छोड़ते… पहले भी उन्होंने नारे बुलंद किए थे … अफजल हम शर्मिंदा है तेरे कातिल जिंदा है…

उमर खालिद ने तो यहां तक बयान दे दिया था कि भारत की नेक बोन को ब्लाक कर देना चाहिए…  और अब जेएनयू फिर से विवादों में है। JNU के स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज में जातिसूचक टिप्पणी लिखने के बाद हंगामा मचा हुआ है।

Delhi JNU Vivad: इस बार विश्वविद्यालय में जाति विरोधी नारे लिखकर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और अगड़ी जातियों को निशाना बनाया गया। इसके अलावा अगड़ी जाति के शिक्षकों के खिलाफ भी नारे लिखकर, उन्हें वापस लौटने के लिए कहा गया है। इन नारों में ब्राह्मणों और बनियों को निशाना बनाया गया हैं। जिसको लेकर काफी बवाल मच हुआ हैं।

ये विवाद सोशल मीडिया से होते हुआ टीवी डिबेट तक पहुंच गया है। सभी अपनी-अपनी सहुलियत के हिसाब से इसे सही और गलत बताने में लगे हैं। इस बीच अब यूनिवर्सिटी की मेन गेट पर हिंदू रक्षा दल ने ‘कम्युनिस्टों भारत छोड़ो’ के नारे लिख दिए हैं।

यूनिवर्सिटी के अंदर दीवारों पर ब्राह्मण, बनिया विरोधी नारे लिखे मिलने के बाद से ही हिन्दू रक्षा दल के कार्यकर्ता अएक्टिव हो गए और विरोधस्वरुप जेएनयू कैंपस मेन गेट पर पहुंचे, जहां पर उन्होंने गेट के पास वाले दीवार पर स्प्रे पेंट से कम्युनिस्टों भारत छोड़ो- जिहादियों भारत छोड़ो के नारे लिखे।

Delhi JNU Vivad: हिन्दू रक्षा दल की अध्यक्ष पिंकी चौधरी ने कहा कि “वो लोग हमारे खिलाफ नारे लिखकर छिप गए थे, लेकिन हम डटकर खड़े हैं। जिसमें हिम्मत हो, हमसे आकर बात करें। हम लिखने वालों के बारे में पता कर रहे हैं।”

हिन्दू रक्षा दल ने आरोप लगाया कि नारे लेफ्ट के इशारे पर लिखे गए हैं। इनके हाथी जैसे दांत हैं, खाने के कुछ और दिखाने के कुछ और ये गतिविधियां देशविरोधी हैं, भारत विरोधी गतिविधियां करने वाले लोग भारत छोड़ें।

गौरतलब है कि विश्वविद्यालय परिसर में स्थित कई इमारतों की दीवारों पर विवादास्पद नारे लिखे गए थे और इसके साथ ही कुछ प्रोफेसरों के चैंबरों के गेट पर विश्वविद्यालय के बजाए RSS में जाने के लिए कहा गया हैं। इसका फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज की दीवारों पर लाल रंग से ब्राह्मणों कैंपस छोड़ो, ब्राह्मणों-बनियों हम तुम्हारे लिए आ रहे हैं, तुम्हें बख्शा नहीं जाएगा, शाखा लौट जाओ… जैसी धमकियां लिखी हैं।

Delhi JNU Vivad: जेएनयू की उस महिला प्रोफेसर के केबिन के दरवाजे पर भी ‘शाखा लौट जाओ’ का नारा लिखा गया है, जिसे नवंबर 2019 में वामपंथियों ने 3 दिन के लिए हिरासत में रखा था। ये नारे 30 नवंबर की रात को लिखे गए थे। इस घटना को लेकर अभी तक JNU प्रशासन की तरफ से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया ।

जातिसूचक धमकियों भरे ये नारे किसने लिखे थे ये अब तक पता नहीं चल सका है। ये सारे लिखे हुए नारे सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। इस बीच जेएनयू की दीवारों पर जातिसूचक नारे लिखे जाने के बाद मचे बवाल को लेकर यूनिवर्सिटी प्रशासन हरकत में आया।

Delhi JNU Vivad: जहां जेएनयू प्रशासन ने गत शुक्रवार को ही अपने सभी केंद्रों को सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्देश दिया। साथ ही जेएनयू प्रशासन ने एक परामर्श जारी कर कहा कि सभी स्कूल और केंद्रों में केवल एक ही एक्जिट और एंट्री गेट हौगा

JNU की VC शांतिश्री ने इस मामसे को गंभीरता से लिया औऱ नोटिस जारी करते हुए कहा था कि JNU में ये सब बर्दाश्‍त नहीं किया जाएगा क्‍यों यूनिवर्सिटी सबकी है।

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By Atul Sharma

बेबाक लिखती है मेरी कलम, देशद्रोहियों की लेती है अच्छे से खबर, मेरी कलम ही मेरी पहचान है।