Jammu: पाकिस्तान आतंकवाद अलगाववाद के फेल हो जाने के बाद अब नया दांव पर खेल रहा है। पाकिस्तान अपने पुराने आतंकवादी संगठनों के साथ दोबारा मिलकर आतंकवादी साजिश रच रहा है। फिर से आतंकवाद को वह हवा देने की योजना बना रहा है। अनुच्छेद 370 हटने के बाद घाटी में जो शांति अमन की जिंदगी वहां के आम नागरिक जी रहे है। पाकिस्तान को यह सब नागवार लग रहा है। पाकिस्तान चाहता है कि कश्मीर में फिर से पत्थरबाजी हो। हिंसक घटनाएं घटे। भारतीय सैनिकों को किस तरह से निशाना बनाया जाए। और उन्हें मौत के घाट उतार दिया जाए।
सिविल लाइंस के एक होटल में 30 -40 आतंकवादियों ने बैठक बुलाई
Jammu: 370 खत्म हो जाने के बाद पाकिस्तान के द्वारा चलाए जाने वाले कश्मीर एजेंडा, आतंकवादी गतिविधियां फेल होती हुई नजर आ रही है। विरोध के बाद भी भारत श्रीनगर में जी-20 की अध्यक्षता करने में सफल रहा। जिसके माध्यम के द्वारा पूरी दुनिया ने यह जाना कि भारत में किस स्तर पर बदलाव आए हैं। पाकिस्तान को यह सारी चीजें बहुत परेशान कर रही है। और वह फिर से नई आतंकवादी संगठनों को तैयार कर रहा है। उसने पूर्व में रहे आतंकवादी अलगाववादियों को हिंसक घटनाओं को अंजाम देने के लिए मिलकर योजना बना रहा है। घाटी में लोगों में आपसी समझ होने के कारण आतंकवाद की जड़ें अब खत्म होती नजर आ रही है।सूत्रों ने बताया कि सिविल लाइंस के एक होटल में 30 से 40 आतंकवादियों ने यह बैठक बुलाई थी।
जेकेएलएफ तथा हुर्रियत को जिंदा करने की साजिश
Jammu: आपको बता दें जम्मू कश्मीर में फिर से जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट जेकेएलएफ और हुर्रियत को जिंदा करने की साजिश रची जा रही है। इस साजिश को सफल बनाने के लिए रविवार को श्रीनगर के एक होटल में बैठक बुलाई गई थी। जिसमें तकरीबन 30 से 40 लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। पुलिस ने ट्वीट के जरिए इस जानकारी को साझा किया है। पुलिस ने बताया कि विश्वसनीय सूत्रों के माध्यम से उनको जानकारी मिली थी। कि जेकेएलएफ और हुर्रियत के कुछ आतंकी एक होटल में अपने बैठक कर रहे हैं। सूचना के आधार पर पुलिस ने तत्काल तलाशी अभियान कार्य शुरू कर दिया। होटल को अपने कब्जे में कर लिया। उस दौरान आतंकी बैठक कर रहे थे। इन सभी लोगों को कोठीबाग थाने लाया गया है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
सिविल लाइंस के होटल में बैठक
Jammu:पुलिस इस मामले को लेकर होटल प्रबंधक से पूछताछ कर सकती है। कि आखिरकार उसने इसकी सूचना पुलिस को क्यों नहीं दी। सूत्रों ने बताया कि हिरासत में लिए गए लोगों में जेकेएलएफ के फिरदौस अहमद शाह, यासीन भट व मोहम्मद रफीक पहलू, हुर्रियत के मौलवी अब्बास अंसारी का बेटा मसरूर अब्बास अंसारी, प्रो. अब्दुल गनी भट का बेटा जहांगीर अहमद भट, शमसुद्दीन रहमान शामिल है।
सोशल मीडिया से पुराने लोगों से संपर्क साधने की आशंका
Jammu: सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का इसमें बड़ा हाथ हो सकता है। इसके लिए आतंकी घाटी से जुड़े पुराने लोगों से सोशल मीडिया के जरिए संपर्क कर सकती है। पुलिस ने बताया कि इस मामले की जांच की जा रही है।
Written By: Juhi Pandit
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