Ram Mandir Pran Pratishta: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या पहुंचे। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री का स्वागत किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज महर्षि वाल्मिकी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा अयोध्या धाम, पुनर्विकसित अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया और साथ ही नई अमृत भारत ट्रेनों और वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। पीएम मोदी के साथ केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनि वैष्णव और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे।
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि “आज पूरी दुनिया उत्सुकता के साथ 22 जनवरी के ऐतिहासिक क्षण का इंतजार कर रही है। ऐसे में आयोध्यावासियों में अति-उत्साह स्वाभाविक है। भारत की मिट्टी के कण-कण और भारत के जन-जन का मैं पुजारी हूं। मैं भी आपकी तरह ही उत्सुक हूं।”
#WATCH अयोध्या: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “आज पूरी दुनिया उत्सुकता के साथ 22 जनवरी के ऐतिहासिक क्षण का इंतजार कर रही है। ऐसे में आयोध्यावासियों में अति-उत्साह स्वाभाविक है। भारत की मिट्टी के कण-कण और भारत के जन-जन का मैं पुजारी हूं। मैं भी आपकी तरह ही उत्सुक हूं।” pic.twitter.com/vJprBbHHbR
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 30, 2023
प्रधानमंत्री मोदी: आज देश में सिर्फ केदार धाम का पुनरुद्धार ही नहीं हुआ, बल्कि…
Ram Mandir Pran Pratishta: प्रधानमंत्री ने कहा, “आज देश में सिर्फ केदार धाम का पुनरुद्धार ही नहीं हुआ है, बल्कि 315 से ज्यादा नए मेडिकल कॉलेज भी बने हैं। आज देश में महाकाल महालोक का निर्माण ही नहीं हुआ है, बल्कि हर घर जल पहुंचाने के लिए पानी की 2 लाख से ज्यादा टंकियां भी बनवाई गई हैं।”
Ram Mandir Pran Pratishta: प्रधानमंत्री मोदी- एक समय था, जब रामलला टेंट…
Ram Mandir Pran Pratishta: उन्होंने कहा कि “एक समय था, जब यहीं अयोध्या में रामलला टेंट में विराजमान थे। आज पक्का घर सिर्फ रामलला को ही नहीं बल्कि पक्का घर देश के 4 करोड़ गरीबों को भी मिला है। आज का भारत अपने तीर्थों को भी संवार रहा है, वहीं डिजिटल टेक्नोलॉजी की दुनिया में भी छाया हुआ है।”
प्रधानमंत्री मोदी- अगर किसी को भी विकास की नई ऊंचाई पर पहुंचना है, तो…
Ram Mandir Pran Pratishta: पीएम मोदी ने कहा, “दुनिया में कोई भी देश हो, अगर उसे विकास की नई ऊंचाई पर पहुंचना है, तो उसे अपनी विरासत को संभालना ही होगा। हमारी विरासत हमें प्रेरणा देती है, हमें सही मार्ग दिखाती है। इसलिए आज का भारत, पुरातन और नूतन दोनों को आत्मसात करते हुए आगे बढ़ रहा है।”
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