ED: यूट्यूबर एल्विश यादव की बढ़ी मुश्किलें,ED ने दर्ज किया मनी लांड्रिंग केस

elvish yadav

ED: यूट्यूबर एल्विश यादव सांप तस्करी केस के बाद एक बार फिर मुश्किल में आ गए हैं, उनके खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया है। जल्द ही एल्विश को पूछताछ के लिए सम्मन भेजा जाएगा।

एल्विश यादव मनी लॉन्ड्रिंग में फंसे

ED: रेव पार्टी में सांपों के जहर की सप्लाई मामले में एल्विश यादव पर ईडी ने शिकंजा कसा है। एल्विश यादव के खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत लखनऊ में केस दर्ज किया गया है, अब ईडी हेडक्वार्टर की ओर से निर्देश मिलने के बाद लखनऊ जोनल ऑफिस ने मामले की जांच भी शुरू कर दी है।
एल्विश यादव से जल्द ही पूछताछ के लिए समन भी भेजा जाएगा। ईडी अब यूट्यूबर से ऐसी पार्टियों के चलने के बारे में पूछताछ करेगी। इसी मामले में 17 मार्च को नोएडा पुलिस ने एल्विश को गिरफ्तार भी किया था। एल्विश से उनकी लग्जरी कारों के मामले में भी आगे पूछताछ की जाएगी।

1,200 पन्नों की चार्ज शीट नोएडा पुलिस ने की दायर

यूट्यूबर एल्विश यादव पर केस दर्ज होने के लगभग 6 महीने बाद, 6 अप्रैल को गौतम बुद्ध नगर पुलिस ने इस मामले के संबंध में एल्विश यादव और 7 अन्य लोगों के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत 1,200 पेज की चार्ज शीट कोर्ट में दायर की है। चार्जशीट में बताया गया कि कैसे सांपों की तस्करी की जाती थी और पार्टियों में उनके जहर का इस्तेमाल कैसे किया जाता था।

एल्विश ने अपने ऊपर लगे आरोपों को बताया था फर्जी

चार्जशीट में नोएडा पुलिस की ओर से बताया गया है कि एल्विश यादव सांप संचालकों के संपर्क में था और पार्टी स्थल से एक जहरीला सांप और 20 मिलीलीटर करैत सांप का जहर बरामद किया गया था।

ED: इस मामले पर एल्विश यादव ने अपने ऊपर लगे आरोपों को ‘निराधार और फर्जी’ बताया था, जिसके बाद में पुलिस ने यह कहते हुए उनके खिलाफ नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत आरोप हटा दिए कि यह उनकी तरफ से एक ‘गलती’ थी। हालांकि, अब फिर से मामले ने तूल पकड़ लिया है। ऐसे में एल्विश यादव की मुश्किलें बढ़ती नज़र आ रही हैं।

एल्विश पर इन धाराओं में दर्ज था मामला

यूट्यूबर एल्विश यादव पर नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम, वन्यजीव संरक्षण अधिनियम और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था। पशु अधिकार एनजीओ पीपल फॉर एनिमल्स (पीएफए) के एक प्रतिनिधि की शिकायत पर पिछले साल 3 नवंबर को नोएडा के सेक्टर 49 पुलिस स्टेशन में दर्ज प्राथमिकी में नामित छह लोगों में यादव भी शामिल थे।

written by Swati Singh

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