Loksabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले ही घमंडिया गठबंधन में फूट पड़ती नजर आ रही है। I.N.D.I. गठबंधन को बनाया ही महज इसलिए था कि कैसे भी मोदी को चुनाव में टक्कर दी जा सके। कई का ईट कहीं का रोड़ा कि तर्ज पर भानुमति ने कुनवा जोड़ा। ये कहावत I.N.D.I. गठबंधन के लिए आज के समावेश को देखते हुए बिल्कुल फिट होती नजर आ रही है।
Loksabha Election 2024: 28 दलों ने मिलकर एक गठबंधन बनाया है। जिनकी आपसे में विचारधारा बिल्कुल भी नहीं मिलती। ये सारे दल एक प्लैटफार्म पर केवल इसलिए एक साथ आए है कि मोदी को लोकसभा चुनावों में शिकस्त दी जा सके। लेकिन, अब इस गठबंधन में फूट पड़ गई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बंगाल में अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। इसके बाद ही कांग्रेस के सांसद अधीर रंजन चौधरी ने भी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “हम यहां चुनाव में मुकाबला करने के लिए तैयार हैं…”
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी: यहां की मुख्यमंत्री खुद सवाल उठाए तो…
Loksabha Election 2024: कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा, “यहां की मुख्यमंत्री खुद सवाल उठाए तो क्या किया जा सकता है। क्या होना है इसका फैसला हमारे आलाकमान करते हैं, हम यहां चुनाव में मुकाबला करने के लिए तैयार हैं चाहे विपक्ष में कोई भी हो।”
Loksabha Election 2024: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी- बंगाल में अकेले चुनाव लड़ेने का किया था ऐलान
Loksabha Election 2024: इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था कि “INDIA गठबंधन पूरे देश में होगा। बंगाल में तृणमूल कांग्रेस लड़ेगी और भाजपा को हराएगी। याद रखें, बंगाल में केवल तृणमूल कांग्रेस ही भाजपा को सबक सिखा सकती है, कोई अन्य पार्टी नहीं।”
Loksabha Election 2024: शीट सेयरिंग को लेकर फंस गया पेंच
Loksabha Election 2024: आपको बता दें कि गठबंधन की बैठक में अभी तक संयोजक का नाम भी तय नहीं हो सका है फिर उसके बाद ही शीट शेयरिंग पर मंथन हो सकेगा लेकिन पहले आम आदमी पार्टी के संयोजक व दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने पंजाब और दिल्ली में शीट शेयरिंग के मसले में पेंच फंसा रखा है। महाराष्ट्र में शिवसेना उद्वव ठाकरे की पार्टी ने भी हट कर रखी है कि वो लोकसभा चुनाव 2019 की भाति ही 23 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। यूपी में अखिलेश यादव भी कह चुके है कि वो अपनी उन सीटों को नहीं छोड़ेंगे जिन पर उनकी पार्टी मजबूत है। अब ममता ने भी बंगाल में ‘एकेला चलो की नीति’ अपनी ली है।
ये भी पढ़ें…