Parliament Security Breach: विपक्षी सांसदों के निलंबन पर विरोध मार्च जारी है। आज इंडी गठबंधन के दलों ने संसद भवन से विजय चौक तक विरोध करते हुए मार्च निकाला। इस प्रदर्शन में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे समेत तमाम दलों के सांसद शामिल हुए। प्रदर्शन के दौरान सांसदों ने अपने हाथों में एक बड़ा बैनर पकड़ा हुआ था, जिसमें लिखा हुआ था कि “लोकतंत्र बचाओ” और “संसद बंद”, लोकतंत्र निष्काशित।
Parliament Security Breach: संसद के शीतकालीन सत्र शुरू होने के दौरान जब लोकसभा अध्यक्ष के समक्ष सांसद अपनी बातों को पेश कर रहे थे, उसी दौरान दर्शन दीर्घा से एक आदमी कूदा और अपने जूते से कलर स्मोक निकालकर संदन में धुंआ-धुंआ कर दिया। संसद की सुरक्षा में चूक होने से विपक्षियों ने हंगामा काटा और केंद्र सरकार पर निशाना साधा।
Parliament Security Breach: जब राज्यसभा में संसद सुरक्षा चूक पर कार्यवाही की जानी थी तब टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने राज्यसभा में हंगामा कर संदन का माहौल खराब किया और इसी कारण से कार्यवाही स्थगित हो गई थी। उसके बाद राज्यसभा सांसद ब्रायन को संदन से निष्काशित कर दिया गया और अब ये सिलसिला जारी है।
कितने सांसद हुए निलंबित?
Parliament Security Breach: आपको बता दे कि सदन से 150 विपक्षी सांसद निलंबित हुए, इसके बाद विपक्षी सांसदों ने निलंबन पर विरोध जताया। सांसदों ने सदन के बाहर और गांधी के प्रतिमा के पास धरना प्रदर्शन किया। वहीं इस बीच मंगलवार (19 दिसंबर) को विपक्षी सांसद का मिमिक्री वाला वीडियो सामने आया, जिसमें टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने राज्यसभा सभापति और उपराष्ट्रपति जगदीप धनगड़ की मिमिक्री की और उस वीडियो की फिल्मिंग राहुल गांधी कर रहे थे।
#WATCH दिल्ली: शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत ने कहा, "जिस प्रकार से विधेयक पारित किए जा रहे हैं, सामने विपक्ष नहीं है। मनचाहे तरीके से विधेयक मंजूर करना, ये लोकतंत्र की रीत नहीं है। देश में लोकतंत्र नहीं बचा है। 143 सांसदों को जिस बेरहमी से निकाल दिया गया… हम जाएंगे, मार्च… pic.twitter.com/oGZOHRAaXe
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 21, 2023
संजय राउत बोले- देश में नहीं बचा लोकतंत्र…
Parliament Security Breach: विपक्षी सांसदों ने निलंबन पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत का कहना है कि जिस तरीके से विधेयक पारित किए जा रहे है, सामने विपक्ष नहीं है। मनचाहे तरीके से विधेयक मंजूर करना, ये लोकतंत्र की रीत नहीं है। देश में लोकतंत्र नहीं बचा। 150 सांसदों को जिस तरीके से निलंबित किया गया… उस पर हम मार्च निकालेंगे, प्रदर्शन करेंगे।
वहीं NCP सांसद सुप्रिया सुले बोली कि ये लोकतंत्र की हत्या है और संविधान का अपमान है। ये देश संविधान से चलता है। जिस तरह से 150 सांसदों को निकाला गया ये गलत है। मैं इसका निषेध करती हूं और ऐसा लग रहा कि देश में इमरजेंसी है।
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