SCO Meeting: शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन की बैठक में बिलावल भुट्टो से मिलने के 10 मिनट बाद ही विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आतंकवाद का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि आतंकवाद दुनिया के लिए बड़ा खतरा है। इसे किसी भी तरह से सही नहीं ठहराया जा सकता है। जयशंकर ने ये भी कहा कि आतंकवाद से हर रूप में लड़ना और उसे हर हाल में रोकना होगा। सीमा पार आतंकवाद को भी रोकना जरूरी है।
पाकिस्तान के साथ भारत की कोई बातचीत नहीं होगी
आतंकवाद से लड़ाई एससीओ के वास्तविक लक्ष्यों में से एक है। इससे पहले भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री से मुलाकात की। इस दौरान एस जयशंकर ने नमस्ते किया तो बिलावल ने भी हाथ जोड़े। पाकिस्तान के अलावा चीन, रूस समेत सभी सदस्य देशों के विदेश मंत्री इस बैठक में शामिल हुए हैं। वहीं, गुरुवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने चीन और रूस के विदेश मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय चर्चा की थी। पाकिस्तान के साथ भारत की कोई बातचीत नहीं होगी।
भारत ने नहीं दिया शिकायत का मौका
SCO Meeting: SCO की बैठक के दौरान पाकिस्तान की विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मुमताज जेहरा ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अभी तक बैठक में सब सही जा रहा है। भारत ने अभी तक हमें शिकायत का कोई मौका नहीं दिया है। वहीं, गुरुवार को बिलावल भुट्टो ने एक वीडिया जारी कर कहा था कि वो SCO मीटिंग में चीन और उज्बेकिस्तान के विदेश मंत्रियों से द्विपक्षीय चर्चा करेंगे। इसके अलावा वो भारत में 2 इंटरव्यू भी देंगे। एससीओ के दौरान बिलावल ने रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से भी मुलाकात की।
2011 के बाद पहला भारत दौरा
SCO बैठक में शामिल होने पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो भी गोवा पहुंचे। वो 12 साल बाद भारत आने वाले पाकिस्तान के पहले विदेश मंत्री हैं। इसके पहले 2011 में पाकिस्तान की पूर्व विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार भारत आई थीं।
SCO Meeting: भारत पहुंचने के बाद बिलावल ने कहा, कि मैं गोवा आकर काफी खुश हूं, मुझे उम्मीद है कि SCO की बैठक कामयाब होगी। वहीं, पाकिस्तान से रवाना होते समय उन्होंने कहा था, कि इस बैठक में भाग लेने का मेरा फैसला बताता है कि पाकिस्तान के लिए SCO कितना अहम है। मैं सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों के साथ चर्चा के लिए उत्सुक हूं।