बरेली दंगा का मास्टरमाइंड मौलाना तौकीर रजा गायब, घर में लगा है ताला

मौलाना तौकीर रजा

आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा 2010 के बरेली दंगे में मास्टरमाइंड करार दिए जाने के बाद भूमिगत हो गए है। कोर्ट के आदेश के बाद दो बार समन तामील कराने गई पुलिस बैरंग लौट आयी। रविवार को भी पुलिस उनके बरेली स्थित आवास पर पहुंची थी, लेकिन वहां ताला लगा हुआ था। बता दें कि सोमवार को कोर्ट ने तौकीर रजा को पेश होने का आदेश दिया है। पुलिस घर पर भी समन चस्पा नहीं कर सकी है,ऐसे में उनका आज पेश होना मुश्किल नजर आ रहा है।

कोर्ट ने बरेली में 2010 में हुए दंगे का मास्टरमाइंड मानते हुए तौकीर रजा को 11 मार्च को पेश होने का निर्देश दिया है, लेकिन पुलिस उन्हें ढूंढ नहीं पा रही है। तौकीर रजा के खिलाफ अन्य मामलों में भी दो बार एनबीडब्ल्यू जारी हो चुके है, लेकिन पुलिस ने आज तक तौकीर रजा को गिरफ्तार नहीं किया है। बता दें कि मौलाना तौकीर रजा अपने विवादित बयानों को लेकर हमेशा से सुर्ख़ियों में रहते हैं। अभी हाल में ही हल्द्वानी हिंसा और UCC को लेकर बरेली में गिरफ्तारी देने का ऐलान किया था।

एक दिन पहले पहुंची पुलिस

कोर्ट के आदेश के अनुपालन में प्रेमनगर पुलिस रोजाना टालमटोल करती रही। यह तर्क किया जाता रहा कि समन 11 मार्च का है। ऐसे में उससे पहले किसी भी दिन समन तामील करा दिया जाएगा। हैरानी यह है कि इस बीच प्रेमनगर पुलिस मौलाना के घर भी नहीं पहुंची। सिर्फ फोन से ही जानकारी जुटाई जाती रही। ऐन वक्त पर रविवार को टीम पहुंची, तब वही हुआ जिसका अंदेशा था। मौलाना घर से गायब मिला। पुलिस ने भी यही तर्क दिया कि मौलाना के घर पर ना होने के चलते समन तामील नहीं हो पाया।

अफसर लगातार मौलाना तौकीर रजा के बने हैं मददगार

पांच मार्च को किये गए आदेश में न्यायाधीश ने तत्कालीन अफसरों पर तल्ख टिप्पणी की थी। कहा कि तत्कालीन अफसर मौलाना के मददगार बने। मौलाना के विरुद्ध पर्याप्त साक्ष्यों के बाद भी 169 की रिपोर्ट देकर उसे रिहा कराया गया,फिर चार्जशीट में उसका नाम भी शामिल नहीं किया गया।

मार्च 2010 में हुए थे बरेली में दंगे

कोर्ट ने इस मामले में तत्कालीन एडीजी, आईजी, एसएसपी, कमिश्नर और डीएम के खिलाफ भी टिप्पणी की है। कोर्ट ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी इस आदेश की कॉपी भेजी है। मौलाना तौकीर रजा आए दिन अपने विवादित भाषणों के कारण चर्चा में रहते हैं। उनके भड़काऊ भाषण के कारण साल 2010 में बरेली में दंगे भड़के थे। शहर में जमकर लूटपाट और आगजनी की घटनाएं हुईं थीं। दंगा रोकने के लिए शहर में 27 दिनों तक कर्फ्यू लगाना पड़ा था।

मौलाना तौकीर रजा पर दंगा कराने का आरोप

इस मामले में डीजीएस सुनीति कुमार पाठक ने बताया कि मौलाना तौकीर रजा पर 2010 में दंगे कराने का आरोप है। उन्होंने बताया कि रवि कुमार दिवाकर की कोर्ट में यह पूरा मामला विचाराधीन है। इस मामले को संज्ञान लेकर फ़ाइल को देखने के बाद तौकीर रज़ा को तलब किया है। उन्हें सम्मन देकर 11 मार्च को पेश होने को कहा है 319 में तथ्यों में मौलाना तौकीर रजा को मुख्य अभियुक्त माना है।तौकीर रजा को धारा 147, 148, 149, 307, 436, 332, 336, 427, 152, 153 A, 395, 397, 398 धारा 120 B, 1860, 7 cl act, लोक सम्पत्ति अधिनियम के तहत तलब किया है। यह पूरा मामला 2010 में प्रेम नगर थाने में दर्ज हुआ था।

Written By- Swati Singh.

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