बदायूं में जिहादी ने ली दो हिंदू बच्चों की जान, उस्तरे से बेरहमी से गोदा फिर पीया खून…

बदायूं

यूपी के बदायूं में मंगलवार की शाम एक सनसनीखेज ह्रदय विदारक घटना सामने आई है जिससे सुनकर सबका ह्रदय दहल उठा है। यह घटना सदर कोतवाली क्षेत्र के बाबा कालोनी की है। यहां मुस्लिम नाई ने हिंदू परिवार घर में घुसकर दो बच्चों की छुरे और उस्तरा से हमला कर हत्या कर दी है। इसके बाद लोगों में हड़कंप मच गया है।शासन प्रशासन द्वारा लोगों से शांति बनाए रखने के लिए कहा जा रहा है। दोनों बच्चों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है।

अभी तक हत्या की वजह साफ नहीं हो पाई है। आरोपी पुलिस एनकाउंटर में मारा गया है। मामले की जांच जारी है। आरोपी की उम्र 25 से 30 साल के बीच बताई जा रही है। इस हमले में दो बच्चों की मौत हो चुकी है। एक बच्चा गंभीर रूप से घायल है। उसको इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कर दिया है।

आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज

बदायूं डबल मर्डर केस में मृतक के पिता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी साजिद और उसके भाई जावेद के खिलाफ FIR दर्ज़ कर ली है। FIR में लिखा गया है कि, “आरोपी साजिद ने मेरी पत्नी से कहा कि उसे पैसे चाहिए क्योंकि उसकी पत्नी बच्चे को जन्म देने वाली है। जब वह पैसे लेने के लिए अंदर गई, तो उसने कहा कि वह अस्वस्थ महसूस कर रहा है और छत पर टहलने जाना चाहता है और मेरे बेटों (मृतक) को अपने साथ ले गया।

उसने अपने भाई जावेद को भी छत पर बुला लिया। जब मेरी पत्नी लौटी तो उसने साजिद और जावेद को हाथों में चाकू लिए देखा। साजिद ने मेरे जीवित बेटे पर भी हमला करने की कोशिश की और उसे चोटें आईं। दोनों भाग रहे थे और साजिद ने मेरी पत्नी से कहा कि आज उसने अपना काम पूरा कर लिया है।”

तंत्र-मंत्र के कारण कर दी मासूमों की हत्या

मुहल्ले के लोगों ने बताया है कि साजिद के दो नवजात बच्चों की पूर्व में मृत्यु हो गई थी। अब फिर से उसकी पत्नी प्रसव से थी। चर्चा रही कि तीसरा बच्चा जीवित बना रहे इसलिए साजिद ने तंत्र-मंत्र का सहारा लिया। उसी के अंतर्गत विनोद के दो बेटों की हत्या कर दी है। उसके मुंह पर लोथड़े लगे होने से खून पीने का अंदेशा भी जताया जा रहा है। जबकि पुलिस इस जानकारी से इन्कार कर रही है।

क्या है पूरा मामला?

आरोपी साजिद अपनी पत्नी की प्रसव के लिए रुपये मांगने पहुंचा था। पुलिस के अनुसार, साजिद विनोद के पड़ोस में किराए की दुकान में सैलून का काम करता है। मंगलवार की शाम लगभग 4:30 बजे दुकान बंद करके गया था। उसके बाद शाम को करीब 5:30 बजे विनोद के घर का पहुंचा। जहां उसको विनोद की मां मुन्नी देवी मिली थी। उन्होंने बताया है कि पड़ोसी दुकानदार होने के कारण साजिद से जन पहचान थी। उसने कहा था कि कल मेरी पत्नी का प्रसव होना है इसलिए पांच हजार रुपये उधार चाहिए। उसकी जरूरत समझकर विनोद की पत्नी सुनीता से बात करने को कहा था।

सुनीता ने पति से फोन पर बात कर साजिद से कहा था कि कुछ देर रुको, रुपये देती हूं। पहले से परिचय होने की वजह से विनोद की पत्नी उसके लिए चाय बनाने चली गई। इसके बाद वो चुपके से घर की छत पर चला गया, जहां बच्चे खेल रहे थे। वहां उसने विनोद के बेटे आयुष (12), अहान (8) की गर्दन काटकर हत्या कर दी।

Written By: Vineet Attri 

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बेबाक लिखती है मेरी कलम, देशद्रोहियों की लेती है अच्छे से खबर, मेरी कलम ही मेरी पहचान है।