Navjot Singh Sidhu: सिद्धू आए जेल से बाहर रोडरेज केस मामले में 317 दिन बाद पटियाला जेल से रिहा, सिद्धू ने मोदी सरकार साधा निशाना

Navjot Singh Sidhu

Navjot Singh Sidhu: पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान व पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू पटियाला जेल से रिहा हो गए हैं। सिद्धू 317 दिन बाद पटियाला सेंट्रल जेल से बाहर आए हैं। उन्होंने पटियाला में हुए रोडरेज केस में एक साल की कैद काटी। सिद्धू के बाहर निकलने पर समर्थकों ने पूरे जोश से उनका स्वागत किया। सिद्धू ने रिहा होते ही मोदी सरकार पर निशाना साधा।

 नवजोत सिंह सिद्धू: लोकतंत्र नाम की कोई चीज…

Navjot Singh Sidhu: जेल से बाहर आते ही नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा अभी लोकतंत्र नाम की कोई चीज नहीं है। पंजाब में राष्ट्रपति शासन लाने की साजिश की जा रही है, अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है। पंजाब को कमजोर करने की कोशिश होगी तो कमजोर हो जाएंगे।

संविधान की ताकत रहीं संस्थाएं आज बन गई गुलाम

नवजोत सिंह सिद्धू ने आगे कहा कि संविधान को मैं अपना ग्रंथ मानता हूं, तानाशाह हो रहा है। जो संस्थाएं संविधान की ताकत थी वही संस्थाएं आज गुलाम बन गई हैं। मैं घबराता नहीं हूं, मैं मौत से डरता नहीं हूं क्योंकि मैं जो करता हूं वो पंजाब की अगली पीढ़ी के लिए कर रहा हूं।

 

रिहाई में होती रही देरी

Navjot Singh Sidhu: इससे पहले सिद्धू की रिहाई में देरी होती रही। पहले उनकी रिहाई सुबह 11 बजे और फिर 3 बजे कही गई लेकिन वह अब करीब 6 बजे रिहा हो रहे हैं। उनके बेटे करण सिद्धू ने आरोप लगाया था कि कागजी कार्रवाई के नाम पर उन्हें बेवजह परेशान किया जा रहा है। सुबह से कई बार एक घंटे में रिहाई की बात कही जा चुकी है। समर्थकों की भीड़ ज्यादा होने की वजह से रिहाई में देरी की जा रही है।

वड़िंग ने नवजोत सिंह सिद्धू का ट्विटर पर स्वागत करते हुए लिखा- वेलकम, सरदार नवजोत सिंह सिद्धू जी… जैसे ही आप सभी पंजाबियों की सेवा में सार्वजनिक जीवन फिर से शुरू करेंगे, आपसे जल्द मिलने की उम्मीद है। हालांकि सिद्धू के समर्थकों ने उनका ग्रैंड वेलकम किया।

सिद्धू की रिहाई से पहले खटास

Navjot Singh Sidhu: रिहाई से पहले पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने नवजोत सिंह सिद्धू के करीबी पर एक्शन ले लिया है। अमृतसर ईस्ट में न्यू अमृतसर ब्लॉक प्रधान नवतेज सिंह सुल्तानविंड को हटा दिया है। जनरल सेक्रेटरी कैप्टन संदीप सिंह संधू की तरफ से भेजे लैटर में साफ लिखा है कि प्रधान राजा वडिंग के निर्देशों पर यह कदम उठाया गया है

काली माता मंदिर व दुख निवारण गुरुद्वारे में टेकेंगे माथा

नवजोत सिंह सिद्धू जेल से रिहा होने के बाद सीधा काली माता मंदिर और दुख निवारण गुरुद्वारा में माथा टेकने पहुंचेंगे। यहां से वह सीधा घर पहुंचेंगे, जहां वह कुछ समय अपनी पत्नी डॉ. नवजोत सिंह सिद्धू के साथ रहेंगे।

गौरतलब है कि डॉ. नवजोत कौर सिद्धू कैंसर से पीड़ित है। वह कैंसर स्टेज-2 पीड़ित है। अभी हाल ही में डेरा बस्सी के ही एक प्राइवेट अस्पताल में उनका ऑपरेशन हुआ।

क्या है सिद्धू का रोड रेज केस?

Navjot Singh Sidhu: 1988 में पंजाब के पटियाला में गाड़ी पार्किंग को लेकर 65 वर्षीय गुरनाम सिंह से सिद्धू का विवाद हो गया था। इस विवाद में सिद्धू ने गुरनाम सिंह पर घूंसे बरसाए थे, जिससे बाद गुरनाम की मौत हो गई थी। मृतक गुरनाम सिंह के परिजनों ने 2010 में एक चैनल के शो में सिद्धू द्वारा गुरनाम को मारने की बात स्वीकार करने की सीडी सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की थी
रोड रेज केस में सिद्धू के साथ कब-क्या हुआ?

रोड रेड से जुड़े मामले में सितंबर 1999 में पंजाब की निचली अदालत ने सिद्धू को बरी कर दिया था, लेकिन दिसंबर 2006 में पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने IPC के सेक्शन 304-II के तहत सिद्धू और एक अन्य को गैर-इरादतन हत्या का दोषी करार देते हुए 3-3 साल कैद की सजा सुनाई।

इस सजा के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील की गई। 2018 में सुप्रीम कोर्ट ने सिद्धू को गैर-इरादतन हत्या के आरोपों से बरी करते हुए IPC के सेक्शन 323 के तहत पीड़ित को चोट पहुंचाने का दोषी करार देते हुए एक हजार रुपए का जुर्माना लगाया था

पत्नी नवजोत कौर कैंसर से पीड़ित, लिखा था- इंतजार नहीं कर सकती

वहीं नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर कैंसर से पीड़ित हैं। उन्हें स्टेज-2 कैंसर है। बीते दिनों नवजोत कौर ने अपने पति सिद्धू के लिए मैसेज में लिखा था कि वह उनके रिलीज होने का इंतजार नहीं कर सकती। उनकी तकलीफ बढ़ रही है जिसके बाद कई कांग्रेसी नेताओं ने उन्हें जल्द रिहा करने की मांग की थी।

क्रिकेटर से नेता बने नवजोत सिंह सिद्धू

नवजोत सिद्धू ने कमेंट्री और TV में काफी नाम कमाया है। वे पंजाब के पर्यटन मंत्री भी रह चुके हैं। अमृतसर से लोकसभा सदस्य रहे सिद्धू की असल पहचान क्रिकेट से है। उनके पिता सरदार भगवंत सिंह क्रिकेटर थे। वे चाहते थे कि उनका बेटा भी उनकी तरह खिलाड़ी बने।

Navjot Singh Sidhu: अपने पिता की इस इच्छा को पूरी करने के लिए सिद्धू ने 1983 में भारतीय क्रिकेट टीम में डेब्यू किया था। उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ पहला टेस्ट मैच खेला। सिद्धू ने कुल 51 टेस्ट मैच और 136 वनडे मैच खेले हैं। उन्होंने टेस्ट में 3202 और वनडे में 4413 रन बनाए हैं। करीब 17 साल बाद 1999 में क्रिकेट से संन्यास लिया

छोटे पर्दे पर भी छाए सिद्धू

सिद्धू ने क्रिकेट के बाद टेलीविजन के छोटे पर्दे पर भी अपने हुनर की छाप छोड़ी। कमेंट्री करने के अलावा वे रियलिटी शो बिग बॉस का भी हिस्सा रहे हैं। ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज और कपिल शर्मा शो का भी वह हिस्सा रहे। इसके अलावा उन्होंने मुझसे शादी करोगी और एबीसीडी 2 फिल्म में कैमियो किया। पंजाबी फिल्म मेरा पिंड में भी उन्होंने एक्टिंग की है

2017 में  छोड़ दी थी भाजपा

Navjot Singh Sidhu: 2017 में सिद्धू कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए, जिसके बाद उसी साल पंजाब विधानसभा चुनावों में पूर्वी अमृतसर सीट से उन्होंने 42 हजार 809 मतों के अंतर से चुनाव जीता था। सिद्धू को पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष भी बनाया गया था।

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Written By— Vineet Attri…
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By Atul Sharma

बेबाक लिखती है मेरी कलम, देशद्रोहियों की लेती है अच्छे से खबर, मेरी कलम ही मेरी पहचान है।