वीमेंस वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में नीतू घनघस के बाद अब स्वेटी बूरा ने चीन की वांन्ग लीना को हराकर भारत की झोली में दूसरा गोल्ड मेडल डाल दिया है। स्वेटी बूरा ने 81 किलोग्राम भार वर्ग में गोल्ड मेडल जीता है। उन्होंने फाइनल मैच में चीन की वांन्ग लीना को हराया। इस तरह भारत के लिए दूसरा गोल्ड मेडल है।इससे पहले नीतू घनघस ने मंगोलियाई बॉक्सर को हराकर भारत को पहला गोल्ड मेडल दिलाया था। हरियाणा सीएम मनोहर लाल खट्टर ने दोनों बाक्सर को गोल्ड मेडल जीतने पर दी बधाई।
उन्होंने ट्विट करते हुए कहा कि “विश्व मुक्क़ेबाज़ी चैंपियनशिप में हरियाणा की बेटियों का कमाल। 81kg भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर मुक्केबाज़ स्वीटी ने पूरे भारत वर्ष को एक बार फिर गौरवान्वित किया है। उन्हें ढेर सारी बधाई एवं आशीर्वाद!”
विश्व मुक्क़ेबाज़ी चैंपियनशिप में हरियाणा की बेटियों का कमाल।
81kg भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर मुक्केबाज़ @Saweetyboora ने पूरे भारत वर्ष को एक बार फिर गौरवान्वित किया है।
उन्हें ढेर सारी बधाई एवं आशीर्वाद! pic.twitter.com/bLltMxi5kX
— Manohar Lal (@mlkhattar) March 25, 2023
स्वीटी बूरा: चीन में 9 साल पहले मिली थी हार, अब जीता गोल्ड मेडल
स्वीटी बूरा ने वांग लिना को 4-3 के नजदीकी अंतर से हरा दिया। उनकी जीत इसलिए भी काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि उन्होंने 9 साल पहले चीन के जेजू शहर में हुए चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता था, लेकिन दूसरी बार फाइनल में पहुंचने में उन्हें लंबा वक्त लगा और इस बार अपने ही देश में खेलते हुए उन्होंने चीनी प्रतिद्वंदी को मात दे दी।
भारत को दूसरी स्वर्णिम सफलता
25 मार्च को दो भारतीय खिलाड़ियों ने फाइनल मुकाबले खेले और दोनों ही मुकाबलों में उन्हें गोल्ड मेडल मिला है। नीतू ने 48 किलो भार वर्ग में देश को गौरवांवित होने का मौका दिया और फिर स्वीटी ने सोने के तमगे को एक से बढ़ाकर दो कर दिया है। अभी कई अन्य भारतीय खिलाड़ी अपने-अपने भार वर्ग में फाइनल में पहुंचे हैं। ऐसे में इस बार की चैंपियनशिप में भारत के हाथ कई सोने के तमगे लगने की उम्मीद है।
बॉक्सर स्वीटी के पदक जीतने पर परिवार में खुशी का माहौल है। घर पर बधाइयाें का तांता लगा है। बॉक्सर स्वीटी की शादी के बाद जिंदगी में बदलाव आया, मगर बॉक्सिंग को दूर नहीं किया।
आपको बता दें कि बॉक्सर स्वीटी बूरा की शादी 7 जुलाई 2022 को रोहतक के दीपक हुड्डा के साथ हुई थी। स्वीटी बताती है कि “शादी के बाद जिंदगी में काफी बदलाव भी आया। मगर बाॅक्सिंग को कभी भी दूर नहीं किया। शादी के बाद काफी जिम्मेदारी बढ़ गई। घर से बाहर जाकर खेलना मुश्किल था। मगर मैंने हिम्मत नहीं हारी और अपना अभ्यास जारी रखा और साथ उन्होंने ये भी बताया कि पति दीपक हुड्डा ने भी मुझे काफी मोटिवेट किया।”
स्वीटी आगे बताती हैं कि “उन्होंने शादी के मात्र 10 दिन बाद ही दोबारा प्रैक्टिस शुरू कर दी। कभी रोड पर रनिंग तो कभी छत पर बॉक्सिंग का अभ्यास किया।” गौरतलब है कि इससे पहले वर्ष 2018 में स्वीटी ने रसिया में हुई इंटरनेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भी गोल्ड मेडल जीता था।
स्वीटी की छोटी बहन सीवी बूरा भी इंटरनेशनल बॉक्सर है। सीवी ने बताया कि “एक बार फिर बहन ने स्वर्ण पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया है। स्वीटी ने बॉक्सिंग की शुरुआत साई (स्पोटर्स ऑथोरिटी ऑफ इंडिया) हिसार में की थी।” आज दोनों बहनें राष्ट्रीय स्तर से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीत अपनी पहचान बना रही हैं।
Written By— Vineet Attri
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