Shehla Rashid: पीएम मोदी के विरोध में बोलने वाली JNU की पूर्व उपाध्यक्ष के बदले सुर, तारीफ में पढ़े कसीदे

Shehla Rashid

Shehla Rashid: JNU में टुकड़े-टुकड़े कांड से चर्चा में छा जाने वाली JNU की पूर्व उपाध्यक्ष शेहला राशिद को आप भूले तो नहीं होंगे? शेहला राशिद की इस छवि को भूल पाना काफ़ी मुश्किल है क्योंकि जिस तरह से मोदी विरोध में वो उतरती थीं…जिस तरह से मोदी सरकार के विरोध में बयानबाज़ी करती थीं….उसे देखकर कोई नहीं कह सकता कि ये महिला कभी भी मोदी सरकार की तारीफ़ भी कर सकती है या मोदी सरकार की फ़ैन हो सकती है।…

लेकिन शेहला राशिद पीएम मोदी की पर्सनल तौर पर बहुत बड़ी फ़ैन बन गई हैं…उनके पिछले कुछ दिनों में दिए गए बयानों से आपको लग भी गया होगा कि शेहला राशिद बदल गई हैं जिसके लिए उन्हें मोदी विरोधियों के तानों का भी शिकार होना पड़ा है। इस लोकतांत्रिक देश में किसी एक शख़्सियत के बारे में उन्हें अपना नज़रिया बदलने का जैसे भुगतान भी करना पड़ा है। लेकिन फिर भी मोदी सरकार के ख़िलाफ़ अपने पुराने रवैये को ग़लत बताकर उसके लिए ग्लानि का भाव रख अब जैसे शेहला राशिद मोदी की मुरीद हो गई हैं।

Shehla Rashid: ये दिया बयान

एक बार फिर चर्चा में इसलिए आ गई हैं क्योंकि पीएम नरेंद्र मोदी के फ़ेवर में फिर उन्होंने एक ऐसी बात बोल दी है जिसके बाद मोदी के दबाव में आने का उनपर आरोप लगाने वालों की तादाद बढ़ सकती है। शेहला राशिद ने एक टीवी कार्यक्रम में पीएम मोदी के सम्मान में बहुत बड़ी बात बोल दी है, जिसकी किसी ज़माने में मोदी की कट्टर विरोधी रही शेहला राशिद से उम्मीद नहीं की जा सकती।

शेहला राशिद ने पीएम मोदी के लिए कहा है कि कभी-कभी अपने बड़ों की बात सुनने में कोई बुराई नहीं है। जितनी मेरी उम्र नहीं है, उतना पीएम मोदी का अनुभव है।  शेहला को इस बात का एहसास हो गया है उनकी उम्र से ज़्यादा पीएम मोदी को ज़मीन पर काम करने का अनुभव हो चुका है तो वो देश हित में भला कैसे ग़लत हो सकते हैं।

फ़िर शेहला राशिद ने यू टर्न मारने का आरोप लगाने वालों को भी तगड़ा जवाब दिया, शेहला ने कहा, मैं नहीं बदली, मेरे कश्मीर की स्थिति बदल गई है। बहुत से लोग कहते हैं कि मैंने 180 डिग्री का यूटर्न ले लिया, लेकिन सच्चाई ये है कि मैं नहीं बदली हूं, बल्कि सही मायनों में कश्मीर में ज़मीनी हालात बदले हैं। मैं केवल उस बदलाव को स्वीकार कर रही हूं  और वाक़ई अगर ये बदलाव सकारात्मक है तो सभी को इस बदलाव को स्वीकार करना चाहिए। जिस तरह से बुरे को बुरा कहा जाता है उसी तरह से अच्छे को भी अच्छा कहा जाना चाहिए। यही बात शेहला राशिद ने एक टीवी कार्यक्रम में मोदी विरोधियों को समझाने की कोशिश की है।

शेहला ने पीएम मोदी की तारीफ

शेहला ने फिर जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 खत्म किए जाने पर भी बात की, शेहला ने कहा, हमने देखा कि हाल ही में पीएम मोदी की रैली के लिए आम कश्मीरी कैसे क़तार में खड़े थे। मेरा एजेंडा शासन को बदनाम करना नहीं है। ये अपने आप में एक बदलाव है कि अब यहां के लोग भी सड़कों और बिजली कटौती से जुड़े मुद्दे उठा रहे हैं। वर्षों पहले यहां का एकमात्र ज्वलंत मुद्दा आज़ादी की मांग तक ही सीमित था। ऐसा नहीं है कि घाटी लगातार प्रधानमंत्री के नाम का जाप कर रही है, बल्कि लोग अब उस सरकार से शिकायतें कर रहे हैं जिसे वो अपना मानते हैं।

मतलब शेहला ने पूरे मन के साथ मोदी सरकार को स्वीकार कर लिया है। मोदी सरकार के शासन को अपना लिया। मोदी सरकार के किए जा रहे प्रयासों को देखना शुरू कर दिया है और सबसे बड़ी बात सिर्फ़ विरोध करने वालों और अच्छाइयों को दरकिनार कर देने वालों को भी शेहला ने तगड़ा जवाब दे दिया है।

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By Susheel Chaudhary

मेरे शब्द ही मेरा हथियार है, मुझे मेरे वतन से बेहद प्यार है, अपनी ज़िद पर आ जाऊं तो, देश की तरफ बढ़ते नापाक कदम तो क्या, आंधियों का रुख भी मोड़ सकता हूं ।