Sanjay Singh: आम आदमी पार्टी के एक और महत्वपूर्ण स्तंभ माने जाने वाले राज्यसभा सांसद संजय सिंह को प्रवर्तन निदेशालय ने बुधवार शाम गिरफ्तार कर लिया। इस गिरफ्तारी के विरुद्ध आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने जमकर बवाल काटा। हालांकि, प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी 4 अक्टूबर की सुबह 06:45 बजे, संजय सिंह के दिल्ली स्थित आवास पर पहुँच गए थे। जिस वक़्त ईडी छापेमारी के लिए पहुंची थी, उस वक़्त संजय सिंह और उनकी पत्नी सो रहे थे। फिर घर के ही अन्य सदस्य ने संजय सिंह को यह कहकर उठाया कि “मेहमान आये हैं”।
Sanjay Singh: संजय सिंह और उनकी पत्नी में यह सुनकर जरूर उत्सुकता हुई कि इतनी सुबह कौन आ सकता है? हालांकि, थोड़ी देर में ही संजय सिंह को पता चल गया था कि मेहमान के रूप में ईडी के अधिकारियों ने उनके घर पर छापेमारी की है। घर में मौजूदा सभी सदस्यों के फ़ोन को ईडी ने कारवाई ख़त्म होने तक अपने ही पास रखा।
Sanjay Singh: बुधवार को सुबह से लेकर शाम तक नार्थ एवेन्यू स्थिति संजय सिंह के सरकारी आवास पर ईडी ने छापेमारी की। इसके बाद देर शाम आबकारी नीति मामले में ईडी की मनी लॉन्ड्रिंग जांच के संबंध में धन शोधन निवारण अधिनियम के प्रावधानो के तहत गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान आम आदमी पार्टी के समर्थक भारी संख्या में संजय सिंह के आवास के बाहर पहुँच कर प्रदर्शन करने लगे। प्रशासन के कड़ाई के बाद सिंह को ईडी अपने साथ ले गई। बता दें, इसी मामले में दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पिछले कई महीनों से जेल में हैं।
संजय सिंह के पत्नी के फ़ोन में मिला किसका नंबर?
Sanjay Singh: ईडी ने तड़के सुबह से ही घर की तलाशी लेनी शुरू कर दी थी। जब्त फोन को भी टटोला जा रहा था। इसी क्रम में संजय सिंह की पत्नी अनिता सिंह के मोबाइल में विजय नाम से नंबर सेव मिला। हालांकि, अधिकारी जानकारी प्राप्त करने पर यह आम आदमी पार्टी के एक गरीब कार्यकर्ता का नंबर निकला। जो अब मर चुका है। दरअसल, विजय नायर नाम का शख्स इस पूरी आबकारी मामले में आरोपी भी है।
ईडी ने संजय सिंह के गिरफ्तारी को लेकर इशारे शाम होते होते कर दिए थे। इसी वजह से संजय सिंह ने एक वीडियो भी रिकॉर्ड किया था, जिसे बाद में आम आदमी पार्टी के एक्स हैंडल से सभी कार्यकर्ताओं और नेताओं ने शेयर करके माहौल बनाने की कोशिश की। यह वीडियो चोरी छिपे एक नौकर के मोबाइल से रिकॉर्ड किया गया था। क्योंकि उसके पास जो मोबाइल था, वो ईडी ज़ब्त नहीं कर पाई थी। हालांकि, तलाशी ख़त्म होने के बाद जब संजय सिंह को गिरफ्तार किया गया तो परिवार के सभी सदस्यों का मोबाइल उन्हें लौटा दिया गया। संजय सिंह का मोबाइल ईडी के अधिकारी अपने साथ ले गए।
ईडी के अधिकारियों की मसखरी!
Sanjay Singh: न्यूज़ रिपोर्ट्स के मुताबिक, जब ईडी अधिकारी अहले सुबह संजय सिंह के आवास में पहुँचे तो उन्होंने हंसते हुए सिंह से कहा की “अपने एक पोस्टर लगाया था, आप प्रतीक्षा कर रहे थे।” दरअसल, सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया के गिरफ्तारी के बाद सांसद संजय सिंह ने अपने घर के मुख्य दरवाजे पर एक पोस्टर लगवाया था, जिसमें लिखा था, ” ईडी अधिकारियों, आपका स्वागत है”।
संजय सिंह के घर पहुँचे कई दिग्गज
Sanjay Singh: संजय सिंह के गिरफ्तारी के बाद विपक्षी दलों के कई बड़े नेताओं ने आकर उनके परिवार से मुलाकात की। इसमें राजद सांसद मनोज झा, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, दिल्ली सरकार के कई मंत्री सहित INDIA गठबंधन के कई नेता सिंह आवास पर पहुंच कर मोदी सरकार पर निशाना साधा। गिरफ्तारी के तुरंत बाद सिंह के पिता ने कहा कि उन्हें बेटे की गिरफ्तारी की कोई चिंता नहीं है। उन्होंने आगे कहा, ‘ऐसा समझदार नेता आ गया है, तो संघर्ष लंबा होना चाहिए। मेरे लिए ये कोई बड़ा मुद्दा नहीं है. यह उन लोगों के लिए एक बड़ा मुद्दा है जिनका आईक्यू और बुद्धि कमजोर है। एक साफ-सुथरे व्यक्ति के लिए यह कोई बड़ा मुद्दा नहीं है। अदालत से सकारात्मक परिणाम आएगा।”
शिवसेना-उद्धव के नेता और सांसद संजय राउत भी सिंह के आवास पहुँच कर उनके पिता से मुलाकात करके ढाढस बढ़ाया। उन्होंने इसे ‘अत्याचार के खिलाफ लड़ाई’ बताया। संजय राउत ने दावा किया कि 2024 तक कई और नेताओं को गिरफ्तार किया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘यह पहले से ही एक मुद्दा बन गया है। पश्चिम बंगाल में आज छापेमारी हुई है। डीएमके के नेताओं पर छापे पड़े हैं; महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, राजस्थान और कर्नाटक में भी।
हालांकि, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में छापेमारी नहीं होगी। संजय सिंह की गिरफ्तारी से इंडिया ब्लॉक पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में पूछे जाने पर शिवसेना-यूबीटी नेता ने जवाब दिया, ‘जितना भी आप हमारे ऊपर घाव डालेंगे, हम उतने ही मजबूत होंगे। हम झुकेंगे नहीं।’
Written By: Poline Barnard
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