Lulu Mall Update: लुलु मॅाल विवाद पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रशासन को आदेश देते हुए कहा कि लखनऊ में एक मॉल खुला है, उसे लेकर अनावश्यक बयानबाजी, सड़कों पर प्रदर्शन करके आवागमन को बाधित करना और अराजकता पैदा करने का जो प्रयास हो रहा है उसे लखनऊ प्रशासन को बहुत गंभीरता से लेना चाहिए और सख्ती से तथ्यों के साथ निपटना चाहिए।
लखनऊ में एक मॉल खुला है, उसे लेकर अनावश्यक बयानबाजी, सड़कों पर प्रदर्शन करके आवागमन को बाधित करना और अराजकता पैदा करने का जो प्रयास हो रहा है उसे लखनऊ प्रशासन को बहुत गंभीरता से लेना चाहिए और सख्ती से तथ्यों के साथ निपटना चाहिएः लुलु मॉल विवाद पर CM योगी आदित्यनाथ, UP (18.07) pic.twitter.com/m8BFzbGV3m
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 19, 2022
आप को बता दें कि सोशल मीडिया पर नमाज पढ़ने वाला वीडियो क्या वायरल हुआ लखनऊ में बवाल ही हो गया। सोशल मीडिया पर कुछ लोग नमाज पढ़ने वालों के समर्थन में थे तो कुछ लोग इसके विरोध में थे। नमाज वाला विवादित वीडियो देखने के बाद हिंदू पूछ रहे थे कि क्या सार्वजनिक स्थान पर नमाज पढ़ना कितना जायज है।
लुलु मॅाल में नमाज पढ़ने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी ने माॅल प्रबंधन को चेतानवी देते हुए कहा था कि अगर मॉल में दोबारा नमाज पढ़ी जाएगी तो विवश होकर मॉल में सुंदरकांड का पाठ किया जाएगा। ये अलग बात है कि लखनऊ प्रशासन के चोकन्ना और सख्त रहने की वजह से सुंदरकांड का पाठ नहीं हो सका।
Lulu Mall Update: उन्होंने आगे कहा कि मॉल को लेकर पहले ही सोशल मीडिया में चल रहा था कि यहां पर लव जिहाद को बढ़ावा दिया जाता है। यह मॉल कट्टर सोच रखने वाले धर्म के एक व्यक्ति का है। जिसमें काफी मात्रा में काला धन उपयोग हो रहा है। अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने हिंदुओं को अपील करते हुए एक पत्र लिखा जिसमे तत्काल प्रभाव से मॉल का बॉयकॉट करने का निवेदन किया गया है।
Lulu Mall Update: अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी ने कहा था कि लखनऊ के लुलु मॉल में नमाज पढ़ना उस आदेश का उल्लंघन है जिसके अनुसार सार्वजनिक स्थल पर नमाज नहीं पढ़ी जा सकती।
शिशिर ने पत्र में आरोप लगाया गया है कि मॉल में साजिशन 70 % एक धर्म के लड़के व अन्य धर्म की लड़कियों की भर्ती की जाती है। यह मॉल एक कट्टर सोच रखने वाले धर्म के व्यक्ति का है।
बता दें कि लुलु मॅाल का उद्घाटन 10 जुलाई को सीएम योगी आदित्यानाथ ने किया था और लोगों के लिए 11 जुलाई को खोल दिया था और किसी को अंदाजा नहीं था कि ये मॅाल इतनी जल्दी विवादों में घिर जाएगा।
धर्म के आधार पर माॅल प्रबंधन ने कर्मचारियों की भर्ती की और ये सब जानबुझ किया गया है। ऐसा इसलिए कह रहे है कि मॅाल प्रबंधन ने सारी महिला कर्मचारी हिंदू और पुरूष कर्मचारी मुसलमान रखे गए हैं।
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