Jharkhand: दुमका में हुई हिंदू नाबालिग की हत्या ने झारखंड के साथ ही पूरे देश को हिला के रख दिया है। बेशर्मी की हद तो तब पार हो गई जब जिहादी शाहरूख को गिरफ्तार कर ले जाया जा रहा था, तो उसके चेहरे पर मुस्कान कुछ ऐसी कि कोई किला फतह कर के लौटा हो, कोई विश्व कप जीत के लौटा हो। घटना के बाद ये पहला वाकया नहीं इससे पहले भी देखने को मिले हैं। चाहे वो जहांगीरपुरी दंगे दिल्ली का पुष्पा स्टाइल मारने वाला हो, चाहे हो कन्हैया लाल की हत्यारे जो वीडियो बनाकर लोगों में खौफ पैदा करने वाले। इन सभी के ना-पाक इरादों के पीछे आखिर किसका हाथ है?
क्या है पूरा मामला?
दुमका में अंकिता के ऊपर हमला मंगलवार (23 अगस्त) की सुबह हुआ था। अंकिता ने मरने से पहले पुलिस को बताया था, कि शाहरुख उसे आए दिन तंग करता था। उसे दोस्ती के लिए कहता था। लेकिन अंकिता ने जब बात नहीं मानी तो उसने उसे जान से मारने की धमकी दी।
अधिकारियों ने अंकिता और उसके परिजनों के बयान के बाद घटना वाले दिन ही शाहरुख को गिरफ्तार कर लिया था। वहीं गिरफ्तारी के दौरान शाहरूख की एक वीडियो वायरल हो रही है। जिसमें वो मुस्कुराता हुआ आराम से पुलिस के साथ जा रहा है। शाहरुख के चेहरे की मुस्कुराहट सिर्फ मुस्कुराहट ही नहीं, बल्कि राज्य सरकार पर सवाल खड़े करती है। झारखंड में तुष्टिकरण की पराकाष्ठा यह है, कि अपराधी मुसलमान हो और पीड़ित हिन्दू हो तो आप न्याय की उम्मीद बिलकुल नहीं कर सकते। जो हिन्दू न्याय की बात करता है, उस पर दो चार मुक़दमे कर दिए जाते हैं।
Jharkhand: आपको बता दें, कि वारदात के बाद इलाके में हालात तनावपूर्ण हैं। प्रशासन ने स्थिति को देखते हुए इलाके में धारा 144 लगा दी है। प्रदर्शनकारियों ने शाहरुख के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाने की मांग की है।