Ankita Bhandari Hatyakand: ऋषिकेश में अंकिता भंडारी हत्याकांड में आरोपियों को लेकर जा रही पुलिस की गाड़ी को महिलाओं ने घेरा। 19 वर्षीय रिसेप्शनिस्ट कुछ दिन पहले लापता हो गई थी और आज उसका शव मिला। रिसॉर्ट के मालिक पुलकित सहित 3 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। वहीं अंकिता भंडारी हत्याकंड का खुलासा करते हुए पुलिस ने कहा कि गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों से सख्ती से पूछताछ की तो आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
अंकित उर्फ पुलकित गुप्ता (19) पुत्र राजेन्द्र कुमार, निवासी ज्वालापुर हरिद्वार, सौरभ भाष्कर (35, मैनेजर) पुत्र शक्ति भाष्कर, निवासी ज्वालापुर व पुलकित आर्य (35, रिजॉर्ट स्वामी) पुत्र विनोद आर्य, निवासी ज्वालापुर हरिद्वार पर हत्या के आरोप में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने परत दर परत खुलासा करते हुए कहा कि 18 सितंबर की शाम पुलकित व अंकिता रिजार्ट में थे तब उनमें किसी बात को लेकर विवाद हुआ।
Ankita Bhandari Hatyakand: इस पर पुलकित ने बताया कि अंकिता गुस्से में है, इसे लेकर ऋषिकेश चलते हैं। जिस पर वो तीनों अलग–अलग गाड़ियों से ऋषिकेश चले गए। हम लोग बैराज होते हुए एम्स के पास पहुंचे। इस बीच रास्ते में तीनों ने शराब पी। आरोपी ने बताया कि इसके बाद अंकिता व पुलकित के बीच फिर विवाद होने लगा। अंकिता हमें अपने साथियों के बीच बदनाम करती थी व हमारी बातें अपने साथियों को बताती थी।
ये विवाद इतना बढ़ गया कि हमें गुस्सा आ गया और अंकिता भी हमसे हाथापाई करने लगी। हमने गुस्से में उसे धक्का दे दिया और वह नहर में जा गिरी। इसके बाद वह एक दो बार चिल्लाई फिर नहर में डूब गई। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि शव की तलाश की जा रही है।
घटना के विरोध में लोगों का हंगामा
Ankita Bhandari Hatyakand: बता दें कि अंकिता की हत्या की खबर मिलते ही स्थानीय लोगों ने हंगामा कर दिया। लोगों ने आरोपी को लेकर जा रही पुलिस की जीप को घेर लिया। कुछ लोगों इतने उग्र हो गए कि उन्होंने जीप का शीशा भी तोड़ दिया। वहीं उग्र भीड़ ने रिजॉर्ट में भी तोड़फोड़ की।
बेकाबू भीड़ यहीं तक नहीं रूकी और भीड़ में से कुछ लोगों ने एक आरोपी के साथ मारपीट तक कर दी। उधर, रिजॉर्ट को सील करने के लिए पहुंचे एसडीएम कोटद्वार को भी लोगों ने घेर लिया और लोग रिजॉर्ट का दरवाजा तोड़कर अंदर घुसने की कोशिश करने लगे। लोग रिजॉर्ट के ध्वस्तीकरण की मांग प्रशासन से कर रहे है। पुलिस और प्रशासन ने बड़ी मशक्कत के बाद हालात पर काबू पाया।
वहीं नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने आरोप लगाया कि अंकिता हत्याकांड सिद्ध करता है कि भाजपा सरकार में शांत पहाड़ों पर भी अब बेटियां सुरक्षित नहीं हैं और बिगड़ती कानून व्यवस्था के लिए भाजपा नेता और उनके करीबी लोग जिम्मेदार हैं।
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