जी-20 वर्चुअल शिखर सम्मेलन: पीएम मोदी ने आतंकवाद, डीपफेक को बताया समाज के लिए खतरा

जी-20 वर्चुअल शिखर सम्मेलन

जी-20 वर्चुअल शिखर सम्मेलन: वैश्विक नेताओं के जी-20 वर्चुअल समिट का बुधवार को समापन हो गया है। इस समिट की अध्यक्षता पीएम मोदी कर रहे थे। इसके समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने ग्लोबल साउथ की आवाज को एक बार फिर बुलंद किया। इस दौरान उन्होंने आतंकवाद, इजरायल-हमास युद्ध समेत कई मुद्दों पर जी-20 के सभी सदस्य देशों का ध्यान केंद्रित किया।डीपफेक समाज और व्यक्ति के लिए कितना खतरनाक है इसकी गंभीरता को समझते हुए हमें आगे बढ़ना होगा।

पीएम मोदी: AI के वैश्विक रेगुलेशन को लेकर हमें मिलकर करना होगा काम

जी-20 वर्चुअल शिखर सम्मेलन: मोदी ने कहा कि “अगले महीने भारत में ग्लोबल एआई पार्टनरशिप समिट का आयोजन किया जा रहा है, मुझे उम्मीद है कि आप सब इसमें भी सहयोग देंगे। उन्होंने आगे कहा कि पूरी दुनिया में AI के नेगेटिव इस्तेमाल को लेकर चिंता बढ़ रही है। भारत की स्पष्ट सोच है कि AI के वैश्विक रेगुलेशन को लेकर हमें मिलकर काम करना चाहिए।” 

 

जी-20 वर्चुअल शिखर सम्मेलन: इससे पहले पीएम मोदी ने संबोधन की शुरुआत करते हुए कहा, “मेरा निमंत्रण स्वीकार कर इस समिट में जुड़ने के लिए आप सभी का आभार व्यक्त करता हूं।140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से हार्दिक स्वागत है। मुझे याद है जब पिछले साल 1 नवंबर को मेरे दोस्त और इंडोनेशिया के प्रेसिडेंट जोको विडोडो ने मुझे सेरेमॉनियल गेवल सौंपी थी। तब मैंने कहा था कि हम मिलकर जी20 को इंक्लूसिव, एंबिशियस, एक्शन ओरिएंटेड और डिसाइसिव बनाएंगे। हम सबने मिलकर ये करके दिखाया है। हम सबने मिलकर जी20 को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है।”

पीएम मोदी: समय की मांग है कि हम विकास एजेंडे को समर्थन दें अपना पूर्ण

 

जी-20 वर्चुअल शिखर सम्मेलन: जी-20 वर्चुअल शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए PM मोदी ने कहा, “21वीं सदी के विश्व को आगे बढ़ते हुए ग्लोबल साउथ की चिंताओं को प्राथमिकता देनी होगी। ग्लोबल साउथ के देश ऐसी अनेक कठिनाइयों से गुजर रहे हैं जिनके लिए वे जिम्मेदार नहीं हैं। समय की मांग है कि हम विकास एजेंडे को अपना पूर्ण समर्थन दें।”

पीएम मोदी: आतंकवाद हम सभी को अस्वीकार्य…

 

जी-20 वर्चुअल शिखर सम्मेलन: PM मोदी ने कहा, “हम मानते हैं कि आतंकवाद हम सभी को अस्वीकार्य है। नागरिकों की मौत कहीं भी हों निंदनीय है। आज हुए बंधकों की रिहाई के समाचार का हम स्वागत करते हैं। मानवीय सहायता का समय से और निरंतर पहुंचना आवश्यक है। ये सुनिश्चित करना भी ज़रूरी है कि इज़राइल और हमास की लड़ाई किसी तरह का क्षेत्रीय रूप धारण न कर ले।”

 

ग्लोबल साउथ की चिंताओं को प्राथमिकता देनी होगी: पीएम

जी-20 वर्चुअल शिखर सम्मेलन: उन्होंने कहा कि 21वीं सदी के विश्व को आगे बढ़ते हुए ग्लोबल साउथ की चिंताओं को प्राथमिकता देनी होगी। ग्लोबल साउथ के देश ऐसी अनेक कठिनाइयों से गुजर रहे हैं, जिनके लिए वे जिम्मेदार नहीं हैं। समय की मांग है कि हम विकास एजेंडे को अपना पूर्ण समर्थन दें।

Written By- Vineet Attri.

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By Atul Sharma

बेबाक लिखती है मेरी कलम, देशद्रोहियों की लेती है अच्छे से खबर, मेरी कलम ही मेरी पहचान है।