Gurugram: मोदी सरकार भले ही बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा देती हो, लेकिन बेटियों की सुरक्षा को लेकर जमीनी हकीकत कुछ ओर ही है। हरियाणा के गुरुग्राम शहर से करीब दो महीने पहले गायब हुई नाबालिग बेटी का आज तक पुलिस सुराग नहीं लगा सकी है। इतना ही नहीं नाबालिग बेटी के परिजन पुलिस प्रशासन से गुहार लगाते हुए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। वहीं पीड़िता के माता पिता का कहना है कि अगर बेटी नहीं मिली तो हम लोक-लिहाज से आत्महत्या कर लेंगे, लेकिन समाज को अपना मुंह नहीं दिखाएंगे।
जानकारी के मुताबिक मूल रूप से उत्तर प्रदेश के जिला एटा में रहने वाली पीड़िता गुरुग्राम में रहने वाले अपने मौसा के यहां रह रही थी। 18 नवंबर, 2022 की शाम 14 वर्षीय यादव समाज की नाबालिग बेटी अपने मौसा के घर से बाजार सामान लेने के लिए गई थी, लेकिन घंटों बाद भी घर नहीं लौटी तो परिजनों ने ढूंढने की कोशिश की फिर भी कोई सुराग नहीं मिला। पड़ित परिवार ने गुरुग्राम के सेक्टर 65 थाने में इसकी जानकारी दी और अज्ञात में मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने तहरीर के आधार पर धारा 346 के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
माहौल के डर से बेटियों को घर में किया कैद
Gurugram: घटना के करीब दो महीने बीत जाने के बाद भी गुरुग्राम पुलिस खाली हाथ है। न तो नाबालिग का कोई सुराग है और न ही आरोपी का। मां ने खबर इंडिया से बात करते हुए कहा कि साहब हमारी लड़की चली गई, पुलिस कुछ नहीं कर रही। पुलिस हमें घुमा रही है। हमें बेटी की चिंता है वो कहां है? किस हाल में है?। बदनामी के डर से घर से बाहर भी नहीं निकलते।यहां तक कि अपनी दूसरी बेटियों को डर के कारण घर से बाहर अकेले भेजना बंद कर दिया है। जब भी कोई बाहर का काम होता है तो हम बेटियों के साथ जााते हैं।
बेटी के पिता की हालत कुछ इस कदर है कि अगर यही हाल रहा तो वो आत्महत्या कर लेंगे। मां के मुताबिक पिता जब भी बात करतें हैं तो कहते हैं कि बेटी मिल जाए तो हम समाज में सम्मान के साथ जी सकेंगे, नहीं तो हम जीते जी मर जाएंगे और समाज में मुंह दिखाने लायक नहीं रहेंगे।
गुरुग्राम में मौसा के यहां रह रही थी लड़की
Gurugram: चार बहन, दो भाईयों के बीच दो नंबर की बेटी गुरुग्राम के सेक्टर 59 में अपने मौसा के यहां धूमने के लिए आई थी, जो कि घटना से पहले करीब दो महीने से अपने मौसा के यहां रह रही थी। एटा जिले में रहने वाले बेटी के पिता गांव में खेती बाड़ी करते परिवार का पालन पोषण करते हैं और मां गृहणी है। घटना के बाद से परिवार सदमे में है।
पीड़ित परिवार का आरोप है कि पुलिस मामले को लेकर लापरवाही कर रही है। आरोप यह भी है कि पुलिस ने हल्की धाराओं में मुकदमा दर्ज करके खानापूर्ति कर दी है। जबकि पुलिस को पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करना चाहिए था। वहीं गुरुग्राम पुलिस के मुताबिक मामले में लड़की की तलाश जारी है और जांच के बाद मुकदमे में धारा 366 और 363 को जोड़ दिया गया है।
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